First aid for Corneal abrasion: आंखे काफी नाजुक और सेंसटिव होती हैं. यहां तक कि धूल का महीन सा कण भी अगर आंखों में चला जाए तो परेशानी होने लगती है. आंखों के अंदर कॉर्निया पर अगर कोई बाहरी कण लग जाता है तो उस पर खरोंच पड़ने का डर होता है. इसे कॉर्नियल अब्रेशन कहते हैं. यह कॉन्टेक्ट लेंस, धूल या ऐसे ही किसी महीन कणों के कारण हो सकती है. आइए जानते हैं कॉर्नियल अब्रेशन होने पर सबसे पहले क्या करना चाहिए.
कॉर्नियल अब्रेशन में मेडिकल मदद:
कॉर्नियल अब्रेशन होने पर तत्काल मेडिकल मदद लेना जरूरी है. उपचार नहीं होने पर यह समस्या इंफेक्शन का कारण बन सकती है जिससे कॉर्नियल अल्सर हो सकता है.
कॉर्नियल अब्रेशन के लक्षण (Symptoms of Corneal abrasion)
- कॉर्नियल अब्रेशन के लक्षणों में दर्द, धुंधला दिखाई देना, आंखों में चुभन महसूस होना, आंखों से आंसू आना, आंखों में लाली, रोशनी से परेशानी और सिर दर्द शामिल है.
कॉर्नियल अब्रेशन होने पर तुरंत एक्शन लें (First aid for Corneal abrasion)
- आंखों को पानी से साफ करें.
- कॉर्नियल अब्रेशन होने पर आंखों को तुरंत पानी या सेलाइन वॉटर से साफ करें. इसके लिए आई रिंन्स सेंटर या क्लीनिक की मदद ली जा सकती है. आंखों को साफ करने से बाहरी कण आंख से निकल सकता है.
- बार-बार पलकें झपकाएं, इससे भी छोटे कण, जिसके कारण कॉर्नियल अब्रेशन हुआ है, बाहर निकल सकता है.
- ऊपरी पलक को खींचकर नीचे की पलक पर लाएं. इससे आंसू निकल सकते हैं जिससे बाहरी कण बहकर निकल सकता है.
चोट को गंभीर होने से बचाने के लिए उठाएं ये कदम
- अगर बाहरी कण आंखों से चिपका हो जिसके कारण आंख बंद करने में परेशानी हो रही हो तो उसे निकालने की कोशिश न करें.
- आंखों में इंज्यूरी होने पर उसे रब न करें.
- अपनी आंखों को कॉटन की पट्टी, ट्वीजर या अन्य किसी उपकरण से छूने की कोशिश न करें.
- अगर आप कॉन्टेक्ट लेंस का उपयोग करते हैं तो उन्हें न पहनें.
- ज्यादातर कॉर्नियल अब्रेशन कुछ दिनों मे ठीक हो जाता है लेकिन इसका उपचार एंटीबायोटिक ड्रॉप या मलहम से होना चाहिए ताकि इंफेक्शन का खतरा कम हो जाए.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.