जम्मू-कश्मीर के दुग्गन गांव के अक्षय शर्मा को जन्म से होंठ और तालू की विकृति के कारण बोलने में परेशानी थी. गरीबी के चलते अक्षय के माता-पिता लंबे समय तक उसके इलाज और स्पीच थेरेपी का खर्च नहीं उठा पाए. भारतीय सेना के एक डॉक्टर ने खुद तकनीक सीखकर अक्षय को सिखाना शुरू किया और अक्षय बोलने लगा है.