Disadvantages Of Eating By Wrapping Food In Newspaper: You Can Fall Prey To These Diseases

Is It Safe To Cook With Newspaper? फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI)  भी कई बार कह चुका है कि न्यूज पेपर में लिपटा खाना स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होता है. आइए जानते हैं कि अखबार में लिपटा खाना कैसे शरीर को नुकसान पहुंचाता है और इससे किन बीमारियों का खतरा होता है.

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न्यूज पेपर में लिपटा खाना स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होता है.

Is Newspaper Toxic To Eat?: भेलपुरी हो या फिर समोसे अक्सर न्यूजपेपर से बने लिफाफे में ही परोसे जाते हैं. घर में कई लोग गरम पुरियां निकाल कर न्यूजपेपर पर ही रख देते हैं. आप भी ऐसा करते हैं तो सावधना हो जाएं, न्यूजपेपर में इस्तेमाल होने वाली स्याही बेहद खतरनाक केमिकल्स से बनी होती है, जो सेहत के लिहाज से घातक होते हैं. अखबार में खाना रखने से उसके स्याही का कुछ अंश शरीर के अंदर जाने का डर होता है, जिससे शरीर को कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी होने का भी डर होता है. फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) भी कई बार कह चुका है कि न्यूज पेपर में लिपटा खाना स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होता है. आइए जानते हैं कि अखबार में लिपटा खाना कैसे शरीर को नुकसान पहुंचाता है और इससे किन बीमारियों का खतरा होता है.

न्यूज पेपर गर्म चीज रखकर खाने के नुकसान

1) कैंसर

जब गर्म खाना न्यूज पेपर में रखा जाता है तो उस पर छपी इंक पिघल जाती है और इंसानी शरीर को कई गंभीर बीमारियों की चपेट में ले सकती है. इस इंक से लीवर का कैंसर होने का भी डर होता है.

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2) पेट में घाव का खतरा

अखबार में लपेटकर खाना खाने से पेट में घाव हो सकता है. इसकी वजह से पेट में बहुत अधिक गैस बन सकती हैं. वहीं कुछ लोगों में हार्मोनेल डिसबैलेंस होने का खतरा भी हो सकता है. इस इंक में डाई आइसोब्यूटाइल फटालेट और आईसोस्यूटाइल जैसे खतरनाक केमिकल्स होते हैं. गर्म खाने के साथ मिल कर ये जहरीले हो जाते हैं.

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3) नपुंसकता का डर

न्यूज पेपर का इंक हार्मोनल बैलेंस बिगाड़ सकता है, जिसकी वजह से पुरुषों में प्रजनन क्षमता कमजोर हो सकती है और वह नपुंसकता के शिकार भी हो सकते हैं. फेफड़ों को भी ये काफी नुकसान पहुंचाता है.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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