Khali Pet Chai Peene Ke Nuksan: बहुत से लोग सुबह-सुबह खाली पेट चाय पीना पसंद करते हैं, लेकिन क्या यह आदत आपके पेट के लिए हानिकारक हो सकती है? अध्ययनों और एक्सपर्ट्स के अनुसार, खाली पेट चाय पीने से पेट में एसिड लेवल बढ़ सकता है जिससे जलन, गैस और आगे चलकर गैस्ट्रिक अल्सर जैसी समस्या पैदा हो सकती है. गैस्ट्रिक अल्सर यानी पेट की भीतरी सतह पर घाव बनना, जो दर्द, अपच और भूख में कमी का कारण बनता है. इस लेख में हम जानेंगे कि अल्सर बनने के पीछे क्या वजहें होती हैं, इसके लक्षण क्या हैं और इलाज या बचाव के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं.
गैस्ट्रिक अल्सर क्या होता है? (What Is A Gastric Ulcer?)
गैस्ट्रिक अल्सर यानी पेट की अंदरुनी दीवार पर जख्म या घाव होना. ये जख्म आमतौर पर पेट में एसिड ज्यादा बनने या संक्रमण की वजह से होता है. यह जलन, दर्द, अपच और भूख में कमी जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है.
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खाली पेट चाय पीने से क्या होता है? (What Happens If You Drink Tea On An Empty Stomach?)
एसिड बढ़ता है: चाय में कैफीन होती है जो पेट में एसिड लेवल बढ़ा देती है, खासकर जब पेट खाली हो.
पेट की परत को नुकसान: लगातार खाली पेट चाय पीने से पेट की परत कमजोर होती है और घाव बनने का खतरा होता है.
भूख में कमी और अपच: चाय पाचन को अस्थायी रूप से धीमा कर सकती है और भूख कम लगने लगती है.
नतीजा: अगर नियमित रूप से खाली पेट चाय पी जाए तो पेट में जलन, गैस और आगे जाकर अल्सर बनने की संभावना हो सकती है. हालांकि ये सभी में नहीं होता, पर लंबे समय तक ऐसा करने पर रिस्क बढ़ जाता है.
क्यों बनते हैं गैस्ट्रिक अल्सर?
- H. pylori बैक्टीरिया का संक्रमण
- ज्यादा मात्रा में दर्द निवारक दवाओं (NSAIDs) का सेवन
- ज्यादा मसालेदार खाना और असमय भोजन
- तनाव और इर्रेगुलर लाइफस्टाइल
- धूम्रपान और शराब का सेवन
अल्सर के इलाज के लिए क्या करें?
डॉक्टर की सलाह लें: गैस्ट्रिक अल्सर के लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक या एसिड कम करने वाली दवाएं दे सकते हैं.
खाने का ध्यान रखें: तला-भुना, मसालेदार खाना कम करें. समय पर हल्का और पोषणयुक्त भोजन लें.
चाय और कॉफी सीमित करें: खाली पेट बिल्कुल ना पिएं. चाहें तो खाने के बाद सीमित मात्रा में लें.
तनाव कम करें: ध्यान, योग और पर्याप्त नींद से मानसिक स्वास्थ्य सुधरता है.
घरेलू उपाय: शहद, नारियल पानी और ठंडा दूध कुछ मामलों में राहत दे सकते हैं, लेकिन हमेशा डॉक्टर से सलाह लेकर ही करें.
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क्या करना चाहिए?
- दिन की शुरुआत ताजे पानी, फल या हल्के नाश्ते से करें.
- चाय पिएं तो उसमें दूध कम रखें और खाली पेट न पिएं.
- अगर पेट में लगातार जलन, दर्द या बदहजमी हो रही है तो इसे नजरअंदाज ना करें.
खाली पेट चाय पीना आम आदत हो सकती है, लेकिन इससे पेट की सेहत बिगड़ सकती है और लंबे समय में अल्सर जैसी समस्या पैदा हो सकती है. बेहतर है कि आप अपने रूटीन और खानपान में थोड़ी सावधानी बरतें ताकि पेट हेल्दी और मज़बूत बना रहे.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)