क्या आप भी खा रहे हैं शिवलिंग पर चढ़ा बेलपत्र, पहले जान लें बेल के फायदे और नुकसान | Bael Benefits And Side Effects In Hindi

Benefits of Beal | Belpatra ke Fayde aur nuksan: औषधीय गुण वाले इस पौधे का अलग-अलग हिस्सा सेहत से जुड़े की लाभ पहुंचाता है. गर्मी के दिनों में बेल का शरबत पिया जाता है क्योंकि ये बॉडी को हाइड्रेटेड रखता है और ठंडापन देता है.

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बेल के फायदे और नुकसान : Bael Benefits And Side Effects In Hindi

Benefits and disadvantages of Beal: बेल (Bael) या "शिवदुमा" जिसे भगवान शिव के वृक्ष के रूप में भी जाना जाता है, भारत में पवित्र महत्व वाला पेड़ है. बेलपत्र (Belpatra) यानी बेल की पत्तियां भगवान शिव (Lord Shiva) को प्रिय मानी जाती हैं और उनकी पूजा (Shiva Puja) में इसका इस्तेमाल किया जाता है. धार्मिक महत्व के साथ इसका इस पेड़ (Belpatra ke fayde) की जड़, पत्ती, तना, फल और बीज सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है, यह पारंपरिक चिकित्सा में कई उपयोगों वाला एक महत्वपूर्ण औषधीय पौधा है.

Belpatra khane ke fayde nuksan: औषधीय गुण वाले इस पौधे का अलग-अलग हिस्सा सेहत से जुड़े की लाभ पहुंचाता है. गर्मी के दिनों में बेल का शरबत (Bael fruit Sharbat)  पिया जाता है क्योंकि ये बॉडी को हाइड्रेटेड रखता है और ठंडापन देता है. आइए बेल के पौधे के अलग-अलग हिस्सों के फायदे के बारे मे जानते हैं.

बेलपत्र के पोषक तत्व

बेल (bael in hindi) में टैनिन और पेक्टिन नाम के तत्व होते हैं जो डायरिया और पेचिश के इलाज में मदद करते हैं. साथ ही इसमें फाइबर, विटामिन सी, कैल्शियम, प्रोटीन और आयरन भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है. इसका इस्तेमाल आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाता है और हिमोग्लोबिन की कमी को दूर करता है.

बेल के फायदे और इसके औषधीय गुण (Benefits of Beal and its medicinal properties)

आयुर्वेद के अनुसार, कच्चे बेल फल (bael Fruit) का गूदा चीनी या शहद के साथ दस्त, पेचिश और अन्य जठरांत्र संबंधी विकारों को ठीक में बहुत प्रभावी पाया जाता है. काली मिर्च के साथ बेल के पत्ते (Bel ke patte) का काढ़ा भी कब्ज (Kabj) को ठीक करने में मदद करता है क्योंकि यह अपने रेचक गुण के कारण मल को ढीला करता है. अपने कफ निस्सारक गुण के कारण यह खांसी को नियंत्रित करने में भी मदद करता है. यह वायुमार्ग द्वारा थूक के स्राव को बढ़ावा देता है और आसानी से सांस लेने में मदद करता है.

बेल के पत्ते के पाउडर को नारियल के तेल के साथ मिलाकर सिर पर मालिश करना बालों के विकास को बढ़ावा देने के लिए अच्छा है क्योंकि यह बालों को पोषण प्रदान करता है. इस पेस्ट में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जिसके कारण आंखों पर होने वाले फोड़े या बिलनी को ठीक करने लिए भी लगाया जा सकता है. युवा दिखने वाली त्वचा पाने के लिए आप बेल के गूदे को फेस पैक के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

अधिक बेल खाने के नुकसान (Disadvantages of eating too much Beal)

  • अगर मल कठोर होता है तो इसके फल को न खाएं. ये कब्ज की समस्या बढ़ा सकता है.
  • डायबिटीज के मरीज बाजार में मिलने वाले बेल के शरबत का सेवन न करें. बेल मीठा फल है और बाजार में शरबत में चीनी मिलाई जाती है, ऐसे में ये आपके शुगर के लेवल को बढ़ा देता है. आप घर में बनाए शरबत को सीमित मात्रा में पी सकते हैं.
  • थायराइड के मरीजों को भी बेल के इस्तेमाल से बचना चाहिए, ये हार्मोन को प्रभावित कर सकता है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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