आपका बच्चा स्मार्टफोन और टीवी देखे बिना नहीं खाता खाना, करता है जिद, तो करें ये काम खुद छोड़ देगा मोबाइल देखना

How to Stop Child Phone Addiction: अगर आप भी अपने बच्चे की मोबाइल की लत से परेशान हैं और बच्चे की स्मार्टफोन की लच छुड़ाना चाहते हैं, तो यहां हम बता रहे हैं कि अपने बच्चों की स्मार्टफोन की लत से छुटकारा कैसे पा सकते हैं.

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आजकल छोटे 2 से 3 साल बच्चे भी मोबाइल फोन की लत देखी जा रही है.

Bache Ki Mobile Ki Lat Kaise Chhudayen: आज के डिजिटल युग में स्मार्टफोन हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन गए हैं, लेकिन जब बच्चे इन पर बहुत ज्यादा निर्भर हो जाते हैं, तो यह चिंता का विषय बन सकता है. आजकल छोटे 2 से 3 साल बच्चे भी मोबाइल फोन की लत देखी जा रही है. उनसे फोन लेते ही वे रोने लगते हैं. बहुत बार मोबाइल की जिद करते हैं. कुछ बच्चे तो बिना स्मार्टफोन के खाना तक नहीं खाते हैं. इस तरह स्मार्टफोन की लत बच्चों के मानसिक, शारीरिक और सामाजिक विकास को प्रभावित कर सकती है. अगर आप भी अपने बच्चे की मोबाइल की लत से परेशान हैं और बच्चे की स्मार्टफोन की लच छुड़ाना चाहते हैं, तो यहां हम बता रहे हैं कि अपने बच्चों की स्मार्टफोन की लत से छुटकारा कैसे पा सकते हैं.

बच्चों में स्मार्टफोन की लत छुड़ाने के तरीके | Ways To Get Rid of Smartphone Addiction In Children

1. समझें बच्चे की लत का कारण

स्मार्टफोन की लत का पहला कदम यह समझना है कि बच्चा फोन पर इतना समय क्यों बिता रहा है. हो सकता है कि बच्चा बोरियत, अकेलेपन या किसी खास समस्या से जूझ रहा हो. यह समझने के लिए उनसे बातचीत करें कि वे किस कारण से फोन पर ज्यादा समय बिता रहे हैं. जब आप कारण जान लेंगे, तो समाधान ढूंढना आसान हो जाएगा.

2. रूटीन बनाएं

बच्चों के रूटीन में समय सीमा तय करें, जिससे उन्हें समझ आ सके कि दिन में किन समयों पर स्मार्टफोन का उपयोग किया जा सकता है और किन पर नहीं. जैसे पढ़ाई, खेल-कूद और परिवार के साथ समय बिताने के समय स्मार्टफोन का उपयोग वर्जित होना चाहिए. इससे बच्चे में अनुशासन पैदा होता है और वह समय की इंपोर्टेंस समझता है.

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3. अल्टरनेटिव एक्टिविटी में इंटरेस्ट बढ़ाएं

बच्चे को स्मार्टफोन की लत से छुड़ाने के लिए उन्हें दूसरे रोचक खेल या हॉबी में व्यस्त करें. जैसे कि उन्हें किताबें पढ़ने, पेंटिंग, म्यूजिक सीखने या खेल खेलने के लिए प्रेरित करें. जब बच्चे को इन एक्टिविटीज में आनंद आएगा, तो वे स्वाभाविक रूप से स्मार्टफोन से दूरी बना लेंगे.

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4. फोन का समय सीमित करें

बच्चों के फोन उपयोग का समय सीमित करने के लिए माता-पिता टाइमर सेट कर सकते हैं. कई ऐप्स और सेटिंग्स हैं जो बच्चों के फोन उपयोग को कंट्रोल करने में मदद करती हैं. इससे उन्हें पता चलेगा कि एक सीमित समय के बाद फोन का उपयोग नहीं किया जा सकता.

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5. खुद उदाहरण बनें

बच्चे वही करते हैं जो वे अपने माता-पिता को करते हुए देखते हैं. अगर आप खुद फोन का बहुत ज्यादा उपयोग करेंगे, तो बच्चा भी वही करेगा. इसलिए अपने फोन उपयोग के तरीके को सुधारें और बच्चों को दिखाएं कि फोन का उपयोग किस प्रकार जिम्मेदारी से किया जा सकता है.

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6. सकारात्मक बातचीत और सहारा दें

बच्चों पर सीधे रोक लगाना उनकी स्मार्टफोन की लत को और बढ़ा सकता है. इसके बजाय उन्हें समझाएं कि स्मार्टफोन का बहुत ज्यादा उपयोग उनके स्वास्थ्य, आंखों और मानसिक विकास पर क्या प्रभाव डाल सकता है. उनसे सकारात्मक बातचीत करें और उनके भावनात्मक पहलुओं को समझें.

7. सोने के समय फोन से दूरी

रात को सोने से पहले स्मार्टफोन का उपयोग बच्चों के नींद चक्र को बाधित कर सकता है. इसलिए सोने से एक घंटे पहले फोन को दूर रखें और बच्चों को सोने के पहले किताब पढ़ने, ध्यान या बातचीत की आदत डालें.

8. परिवार के साथ समय बिताना

स्मार्टफोन की लत को छुड़ाने का एक बेहतरीन तरीका है कि परिवार के साथ ज्यादा समय बिताया जाए. परिवार के साथ खेलें, बात करें और कोई एक्टिविटी करें जिससे बच्चों को महसूस हो कि वे अकेले नहीं हैं और उन्हें प्यार और सपोर्ट मिल रहा है.

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9. पुरस्कार और प्रशंसा का तरीका अपनाएं

जब बच्चा स्मार्टफोन का सीमित उपयोग करता है, तो उसकी तारीफ करें. आप इसे एक खेल बना सकते हैं, जैसे कि जो बच्चा कम से कम समय स्मार्टफोन का उपयोग करेगा, उसे कुछ खास मिलेगा. इससे बच्चे को प्रोत्साहन मिलेगा.

स्मार्टफोन की लत से छुटकारा पाना कोई एक दिन का काम नहीं है. इसके लिए धैर्य, समझ और बच्चों के साथ सकारात्मक व्यवहार की जरूरत होती है. सही दिशा और प्यार से बच्चे को तकनीक के सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं के बीच संतुलन सिखाया जा सकता है.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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