सर्दी-खांसी, डायबिटीज, कमजोरी समेत इन बीमारियों का रामबाण इलाज है पिप्पली, जानें सेवन का सही तरीका

Pippali Benefits: पिप्पली फेफड़ों में जमा कफ को बाहर निकालने में मदद करती है. आयुर्वेद में इसे श्वासवर्धक और कफनाशक माना जाता है. यहां जानिए पिप्पली का सेवन करने का सही तरीका.

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Pippali Benefits: पिप्पली औषधीय गुणों के लिए भी प्रसिद्ध है.

Pippali Ke Fayde: सैकड़ों सालों से आयुर्वेद शरीर और मन को हेल्दी रखने के लिए औषधियों का उपयोग करता आया है. ऐसी ही एक अद्भुत औषधि है पिप्पली, जिसे लंबी काली मिर्च के नाम से भी जाना जाता है. यह सिर्फ मसाले के रूप में ही नहीं, बल्कि औषधीय गुणों के लिए भी प्रसिद्ध है. इसकी गर्म तासीर और तीखा स्वाद इसे शरीर की कई बीमारियों के लिए लाभकारी बनाता है. पिप्पली के कई गुण हैं. सबसे पहला और प्रमुख गुण यह है कि यह पाचन शक्ति को बढ़ाती है. पेट की कमजोरी, गैस, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याओं में पिप्पली बेहद लाभकारी साबित होती है.

इसमें ऐसे तत्व होते हैं जो पेट की नालियों को सक्रिय करके भोजन को जल्दी और सही तरीके से पचाने में मदद करते हैं. आयुर्वेद में इसे अग्निवर्धक कहा गया है, यानी यह शरीर की अग्नि को मजबूत करके पोषण देता है.

पिप्पली के शानदार फायदे | Amazing Benefits of Pippali

1. यह इम्यून सिस्टम को सुधारती है

पिप्पली शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाती है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट और जीवाणुरोधी तत्व होते हैं जो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं. सर्दियों में जुकाम-खांसी या वायरल संक्रमण से बचाव के लिए पिप्पली का इस्तेमाल किया जाता है.

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2. ब्लड सर्कुलेशन

पिप्पली दिल और ब्लड सर्कुलेशन के लिए भी फायदेमंद मानी जाती है. यह ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाती है और शरीर में ऊर्जा का संचार करती है. साथ ही, यह शरीर की कमजोरी को दूर कर ताकत देती है.

3. डायबिटीज, थाइराइड में मददगार

पिप्पली डायबिटीज, थायराइड और वजन कंट्रोल करने में भी लाभकारी है. यह शरीर में मेटाबॉलिज्म को बैलेंस रखती है और चर्बी को घटाने में मदद करती है.

4. श्वसन तंत्र के लिए लाभकारी

पिप्पली खांसी, सर्दी, जुकाम और अस्थमा जैसी बीमारियों में राहत पहुंचाती है. यह फेफड़ों में जमा कफ को बाहर निकालने में मदद करती है. आयुर्वेद में इसे श्वासवर्धक और कफनाशक माना जाता है. इसके नियमित सेवन से फेफड़ों की कार्य क्षमता बढ़ती है.

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पिप्पली का सेवन कैसे करें?

पिप्पली का इस्तेमाल करने की प्रक्रिया भी सरल है. इसे सूखे रूप में चबाया जा सकता है या पाउडर बनाकर गर्म पानी या दूध के साथ लिया जा सकता है. आयुर्वेद में इसे अश्वगंधा या दालचीनी जैसी अन्य हर्ब्स के साथ मिलाकर लेने की सलाह दी जाती है. हालांकि, इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर या आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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