Aromatherapy: क्या होती है अरोमा थेरेपी. इन खुशबूदार तेलों से की जाती है ये थेरेपी

Aroma Therapy Benefits: प्राचीन भारत में अरोमा थेरेपी को चिकित्सा पद्धति के रूप में लिया जाता रहा है. अरोमा थेरेपी से आपके शरीर को एक नहीं अनेक फायदे हो सकते हैं. तो चलिए जानते हैं अरोमा थेरेपी करने का तरीका और इसके फायदे.

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अरोमा थेरेपी एक हीलिंग ट्रीटमेंट है जिससे आप कई तरह की हेल्थ रिलेटेड प्रॉब्लम से राहत पा सकते हैं. अरोमा थेरेपी में पौधे के अर्क का इस्तेमाल किया जाता है. कई लोग इस थेरेपी को एसेंशियल थेरेपी के नाम से भी जानते हैं. दरअसल अपने मन और दिमाग को शांत करने के लिए ज्यादातर लोग अरोमा थेरेपी का सहारा लेते हैं. इस थेरेपी के जरिए आपकी मेंटल और फिजिकल हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद मिलती है. तो अगर आप लंबे समय से स्ट्रेस फील कर रहे हैं और मेंटल हेल्थ में सुधार लाना चाहते हैं तो इस अरोमा थेरेपी का इस्तेमाल मेडिसिनल तौर पर कर सकते हैं. सिर्फ इंडिया में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में अरोमा थेरेपी कराई जाती है. प्राचीन भारत में अरोमा थेरेपी को चिकित्सा पद्धति के रूप में लिया जाता रहा है. अरोमा थेरेपी से आपके शरीर को एक नहीं अनेक फायदे हो सकते हैं. तो चलिए जानते हैं अरोमा थेरेपी करने का तरीका और इसके फायदे. 

कैसे की जाती है अरोमा थेरेपी- How To Do Aromatherapy?

1. डायरेक्ट इनहेलेशन 

अरोमा थेरेपी डायरेक्ट इनहेलेशन प्रोसेस से भी की जाती है. इसके लिए मरीजों को सीधे एसेंशियल ऑयल सुंघाया जाता है. अरोमा थेरेपी की इस प्रक्रिया को अपनाने के लिए सबसे पहले गर्म पानी में एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदे डाल दी जाती हैं. इसके बाद भाप के जरिए मरीजों के शरीर तक इस ऑयल को पहुंचाया जाता है. थेरेपी के इस तरीके को डायरेक्ट इनहेलेशन अरोमाथेरेपी कहते हैं. 

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 2. इनडायरेक्ट इनहेलेशन

डायरेक्ट इनहेलेशन थेरेपी में मरीजों को इनडायरेक्टली थेरेपी दी जाती है. थेरेपी के इस प्रोसेस में मरीजों को एसेंशियल ऑयल डायरेक्ट नही सुंघाया जाता बल्कि एक कमरे में रूम डिफ्यूजर की मदद से एसेंशियल ऑयल की खुशबू पूरे कमरे में भर दी जाती है. इसके बाद मरीज के शरीर में सांसों की मदद से एसेंशियल ऑयल पहुंचाया जाता है. इसके अलावा कॉटन की मदद से भी एसेंशियल ऑयल लगाकर छोड़ दिया जाता है. इस प्रोसेस को इनडायरेक्ट इनहेलेशन कहते हैं.

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3. मसाज 

एसेंशियल ऑयल से मसाज करना भी अरोमा थेरेपी का ही एक पार्ट है. अरोमा थेरेपी में सुगंधित तेल को मिलाकर पूरे शरीर में मसाज की जाती है. इसकी मसाज के लिए आप चंदन, जोजोबा या रोजवुड वैसे किसी भी तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं. 

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 इन तेलों का इस्तेमाल कर की जाती है अरोमा थेरेपी

  • तुलसी एसेंशियल ऑयल
  • काली मिर्च का तेल
  • यूकेलिप्टस एसेंशियल ऑयल
  • कैमोमाइल एसेंशियल ऑयल
  • लौंग का तेल
  • जैस्मिन एसेंशियल ऑयल
  • लैवेंडर एसेंशियल ऑयल
  • नींबू का तेल 
  • टी ट्री ऑयल
  • रोजमेरी एसेंशियल ऑयल
  • जोजोबा ऑयल
  • रोजवुड ऑयल 

 अरोमा थेरेपी के फायदे- Benefits Of Aromatherapy:

अगर आपको थकान या बॉडी पेन महसूस हो रहा है तो आप अरोमा थेरेपी की मदद ले सकते हैं. इससे दर्द में काफी हद तक राहत मिलती है. इसके अलावा थकान या इनसोम्निया महसूस होने पर आप अरोमा थेरेपी ले सकते हैं. डिप्रेशन, स्ट्रेस और एंग्जाइटी की समस्या को दूर करने भी अरोमाथेरेपी में मदद मिलती है. इसके अलावा मसल्स पेन, सिरदर्द और हेयर फॉल में भी अरोमा थेरेपी बहुत मददगार है. अरोमा थेरेपी से सोरायसिस जैसी समस्या से छुटकारा पा जाए पाया जा सकता है. इसके अलावा पाचन तंत्र की समस्याओं को दूर करने और दांत दर्द जैसी परेशानी को दूर करने में भी अरोमा थेरेपी फायदेमंद है. 

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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