Use Of Netra Tarpan Therapy: वातावरण में फैले प्रदूषण की वजह से आंखों को कई बार नुकसान पहुंचता है. इसके अलावा कंप्यूटर स्क्रीन, स्मार्ट फोन और लैपटॉप जैसे गैजेट्स से निकलने वाली हानिकारक किरणें आंखों पर बहुत खराब असर डालती हैं. इन सब की वजह से आंखों में जलन (Eye Irritation), अनिद्रा और थकान जैसी परेशानियां सामने आ सकती हैं. इसके लिए आयुर्वेद में एक खास थेरेपी (Therapy) मौजूद है, जिसे नेत्र तर्पण थेरेपी (Netra Tarpan Therapy) कहते हैं. आइए नेत्र तर्पण थेरेपी से जुड़ी जरूरी बातें आपको बताते हैं.
मानसून में बालों का झड़ने का रोकने के लिए 3 सबसे सस्ते और इफेक्टिव फूड्स, पोषण विशेषज्ञ ने दी सलाह
नेत्र तर्पण थेरेपी क्या है? (What Is Netra Tarpan Therapy?)
नेत्र तर्पण थेरेपी में आंखों को किसी लिक्विड से तृप्त करने का काम करते हैं. आयुर्वेदिक उपचार की इस प्रक्रिया में शुद्ध देसी घी का इस्तेमाल होता है, जिसके साथ कई अन्य औषधियों को मिलाया जाता है. ये प्रक्रिया तनावग्रस्त आंखों की अवस्था से निजात दिलाने में सहायक साबित होती है.
नेत्र तर्पण थेरेपी की विधि | Method Of Netra Tarpan Therapy)
- इस थेरेपी के लिए जौ या उड़द की दाल के आटे को गूंथ कर आंखों के चारों ओर रखा जाता है. ये आंखों के लिए ‘कवरिंग वॉल' कहा जाता है, जिसकी ऊंचाई एक से दो इंच तक होती है.
- अब आंखों के बीच में औषधीय घी को डाल दिया जाता है. ये औषधीय घी न दी ज्यादा गर्म और न तो ज्यादा ठंडा होना चाहिए. इस दौरान आंखें बंद रहनी चाहिए.
- औषधीय घी तब तक डाला जाता है, जब तक कि पलकें पूरी तरह से इस घी में डूब न जाएं.
- इसके बाद आंखों को बंद करने और खोलने के लिए कहा जाता है. इस स्थिति में कितनी देर तक रहना है और यह प्रोसेस कितने समय तक करनी है, यह पेशेंट की बीमारी के मुताबिक तय किया जाता है. आमतौर पर यह प्रक्रिया 5 दिन तक चलती है.
नेत्र तर्पण थेरेपी के फायदे | Benefits Of Netra Tarpan Therapy
इस विधि से आंखों को ठंडक मिलती है. साथ ही इससे आंखों को नरिशमेंट भी मिलती है. इस थेरेपी से आंखों की अशुद्धियों को बाहर निकालने में भी मदद मिलती है और इन अशुद्धियों से जनित रोगों को ठीक करने में भी हेल्प करता है. नेत्र तर्पण थेरेपी आंखों से जुड़ी कई परेशानियों से निजात दिलाती है.
- कंप्यूटर या फिर मोबाइल स्क्रीन से निकलने वाली हानिकारक किरणों से राहत मिलती है.
- ड्राई आई सिंड्रोम में आराम
- आंखों में खुजली की समस्या दूर होती है
- ग्लूकोमा में राहत
- आंखों में दर्द में आराम
- मोतियाबिंद बनने से रोकती है.
- आंखों में जलन कम होती है.
इन 6 लक्षणों के साथ पेट में दर्द हो तो लापरवाही न करें, घर का इलाज नहीं तुरंत डॉक्टर के पास भागें
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.