8 साल के बच्चे को सांस लेने में हुई दिक्कत, डॉक्टरों ने बताया कब्ज, बाद में निकला कैंसर, फेफड़ों में भरा था 8 लीटर लिक्विड

8 साल की बच्ची को कब्ज की शिकायत के बाद डॉक्टर ने शुरू में लैक्सेटिव दवा दी. हालांकि, यह उसके लिए कारगर नहीं रहा और इसने उसकी मां को चिंतित कर दिया.

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लड़का टी-सेल लिम्फोब्लास्टिक लिंफोमा से पीड़ित था.

एक 8 साल के लड़के को उसकी मां के अनुसार कब्ज की शिकायत के बाद कैंसर हो गया था. लिंकनशायर की रहने वाली विक्टोरिया स्टैनटन ने अपने बेटे हैरिसन को सांस लेने में कठिनाई होने के बाद अस्पताल पहुंचाया और दावा किया कि शुरू में डॉक्टरों ने सोचा कि उसके लक्षण कब्ज के कारण हैं. हालांकि, एक छाती के एक्स-रे से पता चला कि इंडिपेंडेंट में एक रिपोर्ट के अनुसार, उनके फेफड़ों में लिक्विड भर गया था.

इंडिपेंडेंट के अनुसार, उन्होंने एक लोकल आउटलेट को बताया, "यहां तक कि मेरी अनट्रेंड आंखों से भी मैं देख सकती थी कि मेरे बेटे के साथ कुछ गंभीर रूप से गलत था, हालांकि आप एक्स-रे पर उसके दो फेफड़ों को डिफाइंड नहीं कर सकते थे."

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महिला ने कहा, "एक घंटे के भीतर, हैरिसन थिएटर में था जिसमें एक चेस्ट ड्रेन डाला गया था और दो लीटर इंफेक्टेड लिक्विड तुरंत निकल गया. कुल मिलाकर, ब्लड सहित आठ लीटर लिक्विड, तीन हफ्ते में निकल गए थे. नवंबर 2022 में उनको को यह जानकर घबराहट हुई कि उन्हें टी-सेल लिम्फोब्लास्टिक लिम्फोमा है, जो तेजी से फैलने वाली बीमारी है जो उनकी छाती में एक गांठ के रूप में दिखाई देती है.

"मैं टूटी हुई और डरी हुई महसूस कर रही थी, उसके साथ ऐसा कैसे हो सकता है क्योंकि वह एक अच्छा बच्चा है, मुझे उसे खोने का डर था क्योंकि वह मेरी पूरी दुनिया है. मुझे शुरुआत में इसे प्रोसेस करना मुश्किल लगा. यह बहुत वास्तविक लगा जैसे यह वास्तव में नहीं हो रहा था. यह अभी भी कई बार अनरियल लगता है क्योंकि यह इतना लंबा ट्रीटमेंट प्लान है," सुश्री स्टेनटन ने कहा.

महिला के मुताबिक, आठ साल की बच्ची के कब्ज की शिकायत के बाद डॉक्टर ने शुरुआत में लैक्सेटिव दिया. हालांकि, यह उनके लिए कारगर नहीं रहा और इससे स्टेनटन चिंतित हो गईं. "एक दिन के बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ और मैंने देखा कि उसकी सांस उथली थी और वह हमेशा की तरह तेजी से नहीं चल पा रहा था"

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"जब हम डॉक्टर के पास गए, तो उन्होंने हमें हमारे लोकल हॉस्पिटल में रेफर कर दिया, मैंने फिर से उसकी सांस लेने के बारे में बताया, लेकिन कुछ भी जांच नहीं की गई, इसलिए हम लोकल हॉस्पिटल गए और 15 मिनट के इंतजार के बाद उसका ट्राइएज किया गया. नर्स ने उसकी सांस के बारे में जो हमने कहा, उसे सुना और कहा 'यह सामान्य नहीं है' - उसे छाती के एक्स-रे की जरूरत है, "उसने आउटलेट को बताया.

उसे दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया गया और इलाज शुरू किया गया. हैरिसन ने हफ्ते में तीन बार कीमोथेरेपी, ब्लड क्लॉटिंग के रिस्क को कम करने के लिए दिन में दो बार ब्लड थिनर इंजेक्शन, आठ लीटर चेस्ट ड्रेन, लम्बर पंचर और एक कैथेटर लिया. "पहले छह महीने बहुत डीप थे" माँ ने कहा.

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मां को अपने बेटे की देखभाल के लिए एक लर्निंग असिस्टेंट की अपनी नौकरी छोड़नी पड़ी बावजूद इसके की उनके पास बेटे की देखभाल, हॉस्पिटल ट्रांसपोर्टेशन, खाने और हीटिंग का बिल देने के पैसे नहीं थे.

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