Poore Din Pani Na Piye To Kya Hoga: करवा चौथ भारत में सुहागिन महिलाओं द्वारा मनाया जाने वाला एक खास पर्व है. इस दिन महिलाएं सूर्योदय से चंद्रमा दर्शन तक निर्जला व्रत रखती हैं, यानी न तो कुछ खाती हैं और न ही पानी पीती हैं. यह व्रत पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना के लिए रखा जाता है. धार्मिक दृष्टि से यह व्रत बेहद महत्वपूर्ण है, लेकिन स्वास्थ्य की दृष्टि से इसे समझना भी जरूरी है. पूरे दिन बिना पानी पिए रहना शरीर के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है. आइए जानते हैं पूरे दिन पानी न पीने से क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
निर्जला व्रत से शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव (Effects of Nirjala Fast on The Body)
1. डिहाइड्रेशन (पानी की कमी)
शरीर में पानी की कमी से सिरदर्द, थकावट, मुंह सूखना और चक्कर आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं. दिनभर निर्जला व्रत रखने से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बिगड़ सकता है, जिससे तेज धड़कन और कमजोरी महसूस होती है.
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2. ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव
पानी न पीने से ब्लड प्रेशर गिर सकता है, खासकर उन लोगों में जो पहले से लो बीपी से ग्रस्त हैं. इससे बेहोशी या थकावट की स्थिति बन सकती है.
3. पाचन तंत्र पर असर
बिना पानी और भोजन के रहने से पाचन एंजाइम्स कम सक्रिय हो जाते हैं. इससे एसिडिटी, गैस और पेट दर्द की समस्या हो सकती है.
4. मूड और मानसिक स्थिति पर असर
शरीर में पानी की कमी से मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है. करवा चौथ का व्रत मानसिक रूप से सशक्त बना सकता है, लेकिन अगर शरीर कमजोर हो जाए तो इसका उल्टा असर भी संभव है.
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किन लोगों को खास सावधानी बरतनी चाहिए?
गर्भवती महिलाएं: निर्जला व्रत से शरीर में पोषण की कमी हो सकती है, जो मां और बच्चे दोनों के लिए हानिकारक है.
डायबिटीज या थायरॉइड के मरीज: बिना भोजन और पानी के रहने से ब्लड शुगर लेवल असंतुलित हो सकता है.
बुजुर्ग महिलाएं: उम्र के साथ शरीर की सहनशक्ति कम होती है, इसलिए निर्जला व्रत से बचना चाहिए.
कैसे रखें व्रत ताकि सेहत न बिगड़े?
- सरगी में पौष्टिक और हाइड्रेटिंग चीजें लें, जैसे नारियल पानी, दूध, फल और ड्राई फ्रूट्स.
- पूरे दिन आराम करें, ज्यादा शारीरिक मेहनत न करें.
- चंद्र दर्शन के बाद व्रत खोलते समय हल्का और पचने वाला भोजन लें, जैसे खिचड़ी, फल या गर्म दूध.
- अगर कमजोरी महसूस हो, तो व्रत तोड़ने में संकोच न करें, सेहत सबसे बड़ी प्राथमिकता है.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)