शकरकंद, जिसे स्वीट पोटैटो भी कहा जाता है, सर्दियों का एक ऐसा सुपरफूड है जो अपने मीठे स्वाद और पोषक तत्वों के कारण सदियों से भारतीय आहार का हिस्सा रहा है. हालांकि यह एक लोकप्रिय खाद्य पदार्थ है, लेकिन इसे लेकर कई सवाल हैं जो अक्सर Google पर पूछे जाते हैं. क्या यह आलू से बेहतर है? मधुमेह के रोगी इसे खा सकते हैं या नहीं? वजन कम करने की चाह रखने वालों को इसे किस तरह खाना चाहिए? ऐसे कई भ्रम हैं जिन्हें दूर करना आवश्यक है.
यह लेख शकरकंद के इन्हीं सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले पहलुओं पर गहराई से प्रकाश डालता है. हम जानेंगे कि शकरकंद खाने के क्या फायदे हैं, इसमें कितनी कैलोरी होती है, और इसे अपनी डाइट में शामिल करने का सबसे सही तरीका क्या है. विटामिन ए, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर यह जड़ वाली सब्जी कैसे आपकी सेहत को मजबूत कर सकती है, आइए इस पर एक नज़र डालते हैं. इस लेख के माध्यम से, हम शकरकंद से जुड़े हर छोटे-बड़े सवाल का जवाब देंगे ताकि आप इसके अधिकतम लाभ उठा सकें.
शकरकंद: फायदे, कैलोरी और खाने का सही तरीका - Google पर पूछे गए 38 सबसे बड़े सवालों के जवाब | FAQS about Sweet Potato
1. शकरकंद क्या है?
शकरकंद एक स्टार्चयुक्त, मीठी जड़ वाली सब्जी है, जिसे वानस्पतिक रूप से इपामो बटाटा के नाम से जाना जाता है. यह आलू से अलग होती है और विटामिन ए (बीटा-कैरोटीन), विटामिन सी, और फाइबर जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होती है. यह दुनिया के कई हिस्सों में एक महत्वपूर्ण फसल और आहार का हिस्सा है.
2. शकरकंद खाने के फायदे क्या हैं?
शकरकंद खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है (विटामिन ए के कारण), इम्यूनिटी मजबूत होती है (विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स से), पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है (फाइबर की अच्छी मात्रा से), और यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी मदद कर सकता है (पोटेशियम के कारण). यह एक अच्छा ऊर्जा स्रोत है. शकरकंद विटामिन ए (बीटा-कैरोटीन) का बेहतरीन स्रोत है, जो आंखों के स्वास्थ्य और इम्यूनिटी को बढ़ाता है. इसमें मौजूद फाइबर पाचन को सुधारता है और कब्ज से बचाता है. यह पोटेशियम और मैग्नीशियम के कारण ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी सहायक है. यह सर्दियों में शरीर को ऊर्जा और गर्माहट प्रदान करने वाला एक पौष्टिक भोजन है.
3. क्या मधुमेह (Diabetes) रोगी शकरकंद खा सकते हैं, क्या शकरकंद मधुमेह (Diabetes) रोगियों के लिए अच्छा है?
हाँ, मधुमेह रोगी सीमित मात्रा में शकरकंद खा सकते हैं, खासकर उबालकर या भूनकर. इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) सफेद आलू से कम होता है, जो रक्त शर्करा को धीरे-धीरे बढ़ाता है. हालांकि, इसे तलकर या अधिक पकाकर खाने से इसका जीआई बढ़ सकता है, इसलिए मात्रा और तैयारी के तरीके पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है. फाइबर की उपस्थिति के कारण यह रक्त शर्करा को धीरे-धीरे बढ़ाता है. इसे उबालकर या भूनकर खाना बेहतर है. हालांकि, इसे तलकर या अधिक मीठा करके खाने से बचें और हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें.
4. शकरकंद और आलू में क्या अंतर है?
शकरकंद एक जड़ वाली सब्जी है, जबकि आलू एक कंद (तने का हिस्सा) है. शकरकंद में आलू की तुलना में विटामिन ए और फाइबर की मात्रा काफी अधिक होती है, और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है. इसलिए, पोषण के मामले में शकरकंद को आलू से अधिक बेहतर माना जाता है.
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5. क्या शकरकंद खाने से वजन बढ़ता है या कम होता है?
शकरकंद वजन घटाने में मदद कर सकता है क्योंकि इसमें फाइबर की उच्च मात्रा होती है, जो आपको लंबे समय तक पेट भरा होने का एहसास कराती है. इसमें मध्यम कैलोरी होती है और यह जटिल कार्बोहाइड्रेट का स्रोत है. हालांकि, इसे तलकर (फ्राई करके) खाने से वजन बढ़ सकता है, इसलिए हमेशा इसे उबालकर या भूनकर ही खाएं.
6. शकरकंद खाने का सही समय और तरीका क्या है?
इसे सुबह के नाश्ते या दोपहर के भोजन में खाना सबसे अच्छा है, क्योंकि यह दिन भर ऊर्जा देता है. इसे खाने का सबसे स्वस्थ तरीका उबालकर या भूनकर है. इसे छिलके सहित अच्छी तरह धोकर खाएं क्योंकि छिलके में अधिक फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं. नमक और नींबू के साथ चाट बनाकर खाना लोकप्रिय है.
7. शकरकंद में कितनी कैलोरी होती है?
एक मध्यम आकार की शकरकंद (लगभग 100 ग्राम) में आमतौर पर 80 से 90 कैलोरी होती है. ये कैलोरी मुख्य रूप से जटिल कार्बोहाइड्रेट से आती हैं. इसमें फैट बहुत कम होता है. हालांकि, इसे बनाने के तरीके से कैलोरी बदल सकती है. उदाहरण के लिए, तलकर या घी लगाकर खाने से कैलोरी की संख्या बढ़ जाती है.
8. शकरकंद की तासीर गर्म होती है या ठंडी?
शकरकंद की तासीर गर्म मानी जाती है. इसलिए, इसे पारंपरिक रूप से सर्दियों के मौसम में खाया जाता है. यह शरीर को आंतरिक रूप से गर्माहट प्रदान करने में मदद करता है और ठंड से जुड़े संक्रमणों से लड़ने के लिए इम्यूनिटी को भी मजबूत करता है.
9. क्या शकरकंद को छीलकर खाना चाहिए या छिलके सहित?
शकरकंद को छिलके सहित खाना सबसे अधिक फायदेमंद होता है. छिलके में शकरकंद के गूदे की तुलना में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स की मात्रा अधिक होती है. छिलका उतार देने से आप इन महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से वंचित रह जाते हैं. खाने से पहले शकरकंद को अच्छी तरह से धो लेना चाहिए.
10. शकरकंद खाने के नुकसान क्या हैं?
अधिकांश लोगों के लिए शकरकंद सुरक्षित है, लेकिन अधिक मात्रा में सेवन करने से कुछ लोगों को पेट फूलना या गैस की समस्या हो सकती है. किडनी स्टोन की समस्या वाले व्यक्तियों को इसका सेवन सीमित करना चाहिए, क्योंकि इसमें ऑक्सालेट की मात्रा होती है. हमेशा संतुलित मात्रा में ही इसका सेवन करें.
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11. शकरकंद में कौन सा विटामिन सबसे ज्यादा होता है?
शकरकंद में सबसे अधिक मात्रा में विटामिन ए पाया जाता है, जो इसे इसका नारंगी रंग देने वाले बीटा-कैरोटीन से आता है. बीटा-कैरोटीन शरीर में जाकर विटामिन ए में बदल जाता है. यह विटामिन आंखों की रोशनी, त्वचा के स्वास्थ्य और मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए आवश्यक है.
12. शकरकंद में कौन-कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं?
शकरकंद विटामिन ए (बीटा-कैरोटीन के रूप में) का बेहतरीन स्रोत है. इसमें विटामिन सी, विटामिन बी6, पोटेशियम, मैग्नीशियम और अच्छी मात्रा में डाइटरी फाइबर भी होता है. ये पोषक तत्व इसे एक बहुत ही पौष्टिक भोजन बनाते हैं जो संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है.
13. क्या शकरकंद वजन घटाने में मदद करता है?
शकरकंद वजन घटाने में सहायक हो सकता है क्योंकि यह फाइबर से भरपूर होता है, जिससे पेट लंबे समय तक भरा रहता है. इसमें कैलोरी की मात्रा मध्यम होती है और इसका जीआई सफेद आलू से कम होता है. इसे सही मात्रा और तरीके से (जैसे उबालकर या भूनकर) खाने से अनावश्यक स्नैकिंग से बचा जा सकता है.
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14. शकरकंद खाने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?
शकरकंद को खाने का सबसे स्वास्थ्यप्रद तरीका है उसे उबालकर या भूनकर खाना. उबालने या भूनने से इसके पोषक तत्व बने रहते हैं और इसमें अनावश्यक फैट नहीं जुड़ता. इसे नमक, काली मिर्च और नींबू के रस के साथ चाट के रूप में खाना भारत में बहुत लोकप्रिय है.
15. क्या शकरकंद की तासीर गर्म होती है?
शकरकंद की तासीर गर्म मानी जाती है. इसलिए, इसका सेवन अक्सर सर्दियों के महीनों में किया जाता है ताकि शरीर को गर्माहट मिल सके और मौसमी बीमारियों से बचाव हो सके. यह सर्दियों में तुरंत ऊर्जा और पोषण प्रदान करने का एक अच्छा तरीका है.
16. क्या शकरकंद को छीलकर खाना चाहिए या छिलके सहित?
शकरकंद को छिलके सहित खाना सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है. इसके छिलके में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स की उच्च मात्रा होती है. हालांकि, इसे खाने से पहले अच्छी तरह से धो लेना चाहिए. यदि आप चाट बना रहे हैं या इसे बेक कर रहे हैं, तो छिलके सहित खाना बेहतर है.
17. शकरकंद को कब खाना सबसे अच्छा होता है (समय)?
शकरकंद को सुबह के नाश्ते या दोपहर के भोजन में खाना सबसे अच्छा माना जाता है. इस समय यह आपको दिनभर के लिए पर्याप्त ऊर्जा प्रदान करता है. रात में इसका सेवन सीमित करना चाहिए क्योंकि यह स्टार्चयुक्त होता है, जिसे रात में पचाना कुछ लोगों के लिए मुश्किल हो सकता है.
18. शकरकंद का अधिक सेवन करने से क्या नुकसान हो सकता है?
शकरकंद का अधिक सेवन करने से कुछ लोगों को पेट संबंधी समस्याएं, जैसे पेट फूलना या दस्त (मैनिटोल तत्व के कारण) हो सकती हैं. साथ ही, किडनी स्टोन (पथरी) वाले व्यक्तियों को इसका अधिक सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इसमें ऑक्सालेट की मात्रा होती है. किसी भी चीज का अत्यधिक सेवन हानिकारक हो सकता है.
19. क्या शकरकंद कब्ज (Constipation) में मदद करता है?
हाँ, शकरकंद कब्ज में मदद करता है. इसमें उच्च मात्रा में डाइटरी फाइबर मौजूद होता है, जो आंतों की गति को बेहतर बनाता है और मल त्याग को आसान बनाता है. भुनी हुई शकरकंद का सेवन पुराने कब्ज के इलाज में भी बहुत लाभकारी माना जाता है.
कच्चा शकरकंद के फायदे और नुकसान | Kachcha Shakarkand Khane Ke Fayde aur Nuksan
कच्चा शकरकंद खाने के फायदे
उच्च फाइबर: यह पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने और कब्ज को दूर करने में सहायक है.
एंटीऑक्सीडेंट्स: यह बीटा-कैरोटीन और एंथोसायनिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर है, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं, आँखों के स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) को बढ़ाते हैं.
वजन प्रबंधन: इसमें फाइबर अधिक और कैलोरी कम होती है, जिससे पेट लंबे समय तक भरा रहता है और यह वजन नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है.
ब्लड शुगर नियंत्रण: कच्चे शकरकंद में स्टार्च को शर्करा में बदलने की प्रक्रिया पके हुए की तुलना में धीमी होती है, जो रक्त शर्करा (ब्लड शुगर) के स्तर को नियंत्रित करने में कुछ हद तक मदद कर सकता है.
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कच्चा शकरकंद खाने के नुकसान
पचने में कठिनाई: कच्चा शकरकंद पचने में भारी हो सकता है, जिससे पेट फूलना, गैस या अपच की समस्या हो सकती है, खासकर कमजोर पाचन वालों को.
ऑक्सालेट की उपस्थिति: इसमें ऑक्सालेट होता है, जिसकी अधिक मात्रा किडनी स्टोन (पथरी) के रोगियों के लिए हानिकारक हो सकती है.
स्वाद और बनावट: कच्चा शकरकंद थोड़ा सख्त और कसैला लग सकता है.
पोषण का अवशोषण: कुछ पोषक तत्व, जैसे कि बीटा-कैरोटीन, पकाने के बाद शरीर द्वारा बेहतर ढंग से अवशोषित होते हैं.
कच्चे की तुलना में शकरकंद को उबालकर, भूनकर या भाप में पकाकर खाना अधिक सुरक्षित, सुपाच्य और स्वादिष्ट होता है.
21. शकरकंद कितनी देर तक उबालना चाहिए?
शकरकंद को उबालने का समय उसके आकार पर निर्भर करता है, लेकिन आमतौर पर इसे 15 से 20 मिनट तक उबालना चाहिए. आप इसे फोर्क डालकर चेक कर सकते हैं; जब यह आसानी से गल जाए, तो यह तैयार है. प्रेशर कुकर में यह 2-3 सीटी में भी उबल जाता है.
22. क्या शकरकंद खाने से त्वचा (Skin) को फायदा होता है?
हाँ, शकरकंद त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद है. इसमें मौजूद विटामिन सी कोलेजन उत्पादन में मदद करता है, जो त्वचा को लचीला बनाता है. साथ ही, बीटा-कैरोटीन त्वचा को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाता है, जिससे झुर्रियों और उम्र बढ़ने के लक्षणों में कमी आ सकती है.
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23. क्या शकरकंद दिल (Heart) के लिए अच्छा है?
शकरकंद दिल के लिए बहुत अच्छा है. इसमें पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज होते हैं जो रक्तचाप (Blood Pressure) को नियंत्रित करने में मदद करते हैं. इसके अलावा, इसका फाइबर खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) को कम करने में भी सहायक होता है, जिससे हृदय रोगों का खतरा कम होता है.
24. क्या शकरकंद खाने से गैस या ब्लोटिंग (Bloating) हो सकती है?
कुछ लोगों को शकरकंद खाने से गैस या ब्लोटिंग की समस्या हो सकती है. ऐसा इसमें मौजूद जटिल कार्बोहाइड्रेट्स (जैसे मैनिटोल) के कारण होता है, जिन्हें पचाने में कुछ लोगों के पेट को मुश्किल हो सकती है. अगर आपको यह समस्या होती है, तो इसका सेवन सीमित करें या धीरे-धीरे शुरू करें.
25. कौन से रंग का शकरकंद सबसे पौष्टिक होता है?
शकरकंद के नारंगी और बैंगनी रंग सबसे पौष्टिक माने जाते हैं. नारंगी रंग वाला शकरकंद बीटा-कैरोटीन (विटामिन ए) से भरपूर होता है, जबकि बैंगनी रंग वाला शकरकंद एंथोसायनिन नामक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक हैं.
26. क्या शकरकंद बच्चों के लिए सुरक्षित है?
हाँ, शकरकंद बच्चों के लिए बहुत सुरक्षित और पौष्टिक आहार है. इसमें विटामिन ए, सी, और फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो उनके विकास और इम्यूनिटी के लिए जरूरी है. यह एक प्राकृतिक रूप से मीठा भोजन है, इसलिए इसे बच्चे आसानी से खा लेते हैं. इसे शुद्ध (प्यूरी) करके दिया जा सकता है.
27. शकरकंद को लंबे समय तक कैसे स्टोर करें?
शकरकंद को लंबे समय तक स्टोर करने के लिए इसे एक ठंडी, सूखी और अंधेरी जगह पर रखना चाहिए. इन्हें फ्रिज में नहीं रखना चाहिए, क्योंकि ठंडे तापमान से इसका स्वाद और बनावट खराब हो सकती है. अच्छी तरह से स्टोर करने पर यह कई हफ्तों तक चल सकती है.
28. शकरकंद खाने से शरीर को क्या तुरंत ऊर्जा मिलती है?
हाँ, शकरकंद खाने से शरीर को तुरंत ऊर्जा मिलती है. इसमें कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट्स की अच्छी मात्रा होती है, जो धीरे-धीरे पचते हैं और लगातार ऊर्जा प्रदान करते हैं. इसलिए, यह कसरत करने वालों या उपवास रखने वालों के लिए एक बेहतरीन ऊर्जा का स्रोत माना जाता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)














