किसी औषधि से कम नहीं है सोंठ, सर्दियों में इसका सेवन देता है चमत्कारिक परिणाम

सोंठ का उल्लेख आयुर्वेदिक ग्रंथ चरक संहिता के "हरितवर्ग" अध्याय में किया गया है. अध्याय के प्रथम श्लोक में अदरक के बारे में जानकारी दी गई है और इसी अध्याय में सूखी अदरक के बारे में चर्चा की गई है. ऐसी औषधि जो बदलते मौसम में पेट संबंधी रोगों के लिए रामबाण मानी जाती है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
सोंठ खाने के फायदे.

सोंठ का उल्लेख आयुर्वेदिक ग्रंथ चरक संहिता के "हरितवर्ग" अध्याय में किया गया है. अध्याय के प्रथम श्लोक में अदरक के बारे में जानकारी दी गई है और इसी अध्याय में सूखी अदरक के बारे में चर्चा की गई है. ऐसी औषधि जो बदलते मौसम में पेट संबंधी रोगों के लिए रामबाण मानी जाती है.

 उत्तर प्रदेश के हरदोई में शतायु आयुर्वेदा एवं पंचकर्म केंद्र चलाने वाले डॉक्टर अमित कुमार ने सोंठ के फायदों के बारे में विस्तार से बताया. डॉक्टर अमित कुमार के अनुसार, सोंठ जोड़ों में दर्द, कमर में दर्द या गठिया जैसी समस्याओं में बहुत प्रभावी होती है.

सोंठ में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व आर्थराइटिस के दर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं. इसके अलावा, इसका सेवन मांसपेशियों की सूजन को कम करने में भी कारगर होता है. सोंठ लगभग सभी आयुर्वेदिक औषधियों में उपयोग होती है.

यह पाचन क्रिया में मदद करती है, जिससे भोजन को पचाने में सहारा मिलता है और अग्नि को प्रदीप्त करती है. इसके अलावा, इम्यूनिटी सिस्टम को बूस्ट करने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है.

Advertisement

कहीं आप भी तो नहीं खा रहे हैं चाइनीज गार्लिक, डॉक्टर से जानिए इसे खाने के नुकसान और इनको कैसे पहचानें

Advertisement

चिकित्सक के मुताबिक, " मसाले के रूप में भी सोंठ का प्रयोग किया जाता है. यदि भोजन से पहले या बाद में सोंठ, जीरा, सौंफ और गुड़ का पाउडर मिलाकर पेय बनाकर सेवन किया जाए तो यह पाचन को उत्तेजित करने के लिए बहुत प्रभावी होता है."

Advertisement

डॉक्टर अमित ने आगे कहा, "सोंठ का सेवन जठराग्नि को बल देने में सहायक होता है, जिससे भूख बढ़ती है. इसे भोजन के बाद या किसी अन्य रूप में लेने से पाचन अच्छा होता है, और इससे शरीर को ऊर्जा मिलती है. जब पाचन सही होता है, तो शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से मजबूती आती है. इसके अलावा, यदि मल का विसर्जन सही से हो तो स्वास्थ्य बेहतर रहता है और शरीर में कोई कफ संबंधी विकार नहीं होते हैं. इसलिए, इसका नियमित सेवन शरीर को स्वस्थ और मजबूत बनाए रखता है. यह तथ्य भी देखने को मिलता है कि गाय के बछड़े के जन्म के समय पशु चिकित्सक भी सोंठ का उपयोग करते हैं."

Advertisement

उन्होंने कहा, "आयुर्वेदिक चिकित्सक कई प्रकार के रोगों के उपचार में सोंठ का इस्तेमाल करते हैं. यह पाइल्स के लिए भी एक प्रभावी औषधि मानी जाती है. इसके अलावा, यह लीवर की सफाई और अग्नि को प्रदीप्त करने में भी मदद करता है, खासकर उन लोगों के लिए जिनकी भूख कम हो. "
 

History Of Laddu: मिठाई नहीं दवाई के तौर पर खाया जाता था लड्डू, जानिए लड्डू का इतिहास | Swaad Ka Safar

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
'अजातशत्रु' Atal Bihari Vajpayee से Congress ने भी सीखा. 100वीं जयंती पर विशेष चर्चा | Hot Topic