क्या नवरात्रि में बेसन से बनी चीजें खा सकते हैं? जानें ये सात्विक आटा है या नहीं

Besan During Navratri Fasting: नवरात्रि में बेसन से बनी चीजें खाने की सलाह नहीं दी जाती, क्योंकि यह पारंपरिक सात्विक डाइट में शामिल नहीं है. अगर आप व्रत का पालन पूरी श्रद्धा और नियमों के साथ करना चाहते हैं, तो बेसन से परहेज़ करें और उसके बजाय व्रत में मान्य आटे का प्रयोग करें.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
Is Besan Sattvic Food: बेसन चना दाल को पीसकर बनाया जाता है.

Navratri Fasting Rules for Besan: नवरात्रि का समय सिर्फ पूजा-पाठ और भक्ति का नहीं होता, बल्कि यह शरीर को शुद्ध करने और सात्विक भोजन अपनाने का भी अवसर होता है. इन नौ दिनों में लोग व्रत रखते हैं, सात्विक भोजन करते हैं और तामसिक चीजों से दूरी बनाते हैं. ऐसे में एक सवाल अक्सर लोगों के मन में आता है, क्या बेसन से बनी चीजें नवरात्रि में खा सकते हैं? क्या यह सात्विक आहार में आता है? बेसन यानी चने का आटा हमारे किचन में बहुत आम है. इससे पकौड़े, चिल्ला, ढोकला और कई तरह की स्वादिष्ट चीजें बनती हैं. लेकिन, नवरात्रि के व्रत में इसका सेवन करना सही है या नहीं, यह जानना जरूरी भी जरूरी है.

ये भी पढ़ें: इस फल का पत्ता जड़ से खत्म कर सकता है पेट के रोग, पाचन की शिकायत वालों के लिए वरदान से कम नहीं

बेसन क्या है और कैसे बनता है? (What Is Gram Flour and How is it Made?)

  • बेसन चना दाल को पीसकर बनाया जाता है.
  • यह प्रोटीन से भरपूर होता है और पचने में हल्का माना जाता है.
  • आयुर्वेद में इसे गर्म प्रकृति वाला माना गया है.

सात्विक भोजन क्या होता है? - (What is Satvik Food?)

  • सात्विक भोजन वह होता है जो शरीर और मन को शुद्ध रखे.
  • इसमें ताजे फल, सब्जियां, दूध, मेवे और कुछ खास अनाज शामिल होते हैं.
  • तामसिक चीजें जैसे प्याज, लहसुन, मांस, शराब और अधिक मसालेदार भोजन इससे बाहर होते हैं.

क्या बेसन सात्विक है?

बेसन को पूरी तरह सात्विक नहीं माना जाता, क्योंकि यह चने से बनता है और चना दाल को व्रत में वर्जित माना जाता है.
नवरात्रि के व्रत में आमतौर पर सिंघाड़ा आटा, कुट्टू आटा, राजगिरा आटा, साबूदाना आदि का सेवन किया जाता है.
कुछ लोग बेसन को व्रत में शामिल करते हैं, लेकिन यह परंपरागत नियमों के अनुसार सही नहीं माना जाता.

ये भी पढ़ें: किचन में रखा ये आम मसाला बढ़ाएगा Vitamin 12, बस इस तरह कर लीजिए सेवन, फिर कभी नहीं होगी कमी

नवरात्रि में बेसन क्यों नहीं खाना चाहिए? - (Why Should Gram Flour Not be Eaten During Navratri?)

चना दाल को अनाज की श्रेणी में रखा जाता है, जो व्रत में वर्जित है. यह शरीर में गर्मी पैदा करता है, जिसकी व्रत के दौरान खाने की सिफारिश नहीं की जाती है. व्रत का उद्देश्य शरीर को हल्का और मन को शांत रखना होता है, जबकि बेसन थोड़ा भारी होता है.

अगर बेसन खाना चाहें तो क्या विकल्प हैं?

  • राजगिरा आटा: प्रोटीन और कैल्शियम से भरपूर, हल्का और सात्विक.
  • कुट्टू आटा: व्रत में सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होने वाला आटा.
  • सिंघाड़ा आटा: ठंडक देने वाला और पचने में आसान.
  • साबूदाना: एनर्जी देने वाला और व्रत में मान्य.

मोटापा कैसे कम करें? | मोटापा दूर करने के तरीके | Motapa Kaise Kam Kare

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Advertisement
Featured Video Of The Day
PM Modi Banswara Visit: Paper Leak, भ्रष्टाचार... Rajasthan में PM Modi का Congress पर हमला