इस बात में कोई दोराय नहीं है कि फल और सब्जियां खाने से हमारे स्वास्थ्य और इम्युनिटी पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. ये न सिर्फ आपके आहार में पोषक तत्वों, विटामिन, एंटीऑक्सिडेंट की कमी को पूरा करते हैं बल्कि शरीर से टॉक्सिन को डिटॉक्सिफाई करने में भी मदद करते हैं. चुकंदर सर्दी के मौसम में मिलने वाली एक ऐसी ही सब्जी है जिसे आपको बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. चुकंदर एक लाजवाब सब्जी है जिसका सेवन सर्दी के मौसम में जरूर किया जाना चाहिए इसके अनगिनत लाभों को देखते हुए इसे एक सुपरफूड के रूप भी जाना जाता है. इसका गहरा लाल रंग और अर्थी फ्लेवर इसे काफी भिन्न बनाता है, इसका इस्तेमाल लोग सूप और सलाद में उसे कलरफुल बनाने के लिए करते हैं. इनके अलावा चुकंदर में मौजूद पोषक तत्व हमें स्वस्थ बनाएं रखने में मदद कर सकते हैं.
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चुकंदर एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है, यह शरीर में आयरन की कमी को पूरा करने में बढ़िया काम करता है, मेमोरी में सुधार करने में मदद करते हैं और यहां तक कि ब्लड प्रेशर के लेवल को मैनेज करने में भी मददगार है. डीके पब्लिशिंग की पुस्तक 'हीलिंग फूड्स' के अनुसार, "वे सख्त दिख सकते हैं, लेकिन चुकंदर एंटीऑक्सिडेंट के एक अनूठे समूह के साथ एक नाजुक सब्जी है, जिसे बेटासायनिन के रूप में जाना जाता है. ये चुकंदर को अपना मजबूत रंग देते हैं और इसके औषधीय लाभ का स्रोत हैं, जिसमें लीवर को स्पोर्ट करना, ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करना और ब्लड को प्योरिफाइ करना शामिल है."
चुकंदर के कई फायदे जिनमें से कुछ के बारे में हम नीचे बता रहे हैं:
1. डिटॉक्सिफिकेशन में मदद करता है:
चुकंदर को एक बेहतरीन प्यूरीफायर माना जाता है. यह विषाक्त पदार्थों को कोलन में खींचकर आपके शरीर को डिटॉक्स करता है जहां से उन्हें निकाला जा सकता है. कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि चुकंदर का जूस लाल रक्त कोशिका के उत्पादन को भी उत्तेजित कर सकता है और स्टैमिना को भी बढ़ाने में मदद करता है.
2. फैट और कैलोरी में कम:
हालांकि इसमें शुगर की मात्रा होती है, लेकिन यह कैलोरी में कम और लगभग फैट फ्री होता है. क्योंकि यह फाइबर से भरा हुआ है, जिसके वजह से यह आपके पेट को फुल रखता है. यह उन लोगों के लिए एक पौष्टिक विकल्प भी जो अपना वजन कम रखना चाहते हैं.
3. हृदय स्वास्थ्य:
दुनिया भर के विभिन्न अध्ययनों से पता चला है कि चुकंदर में नाइट्रेट की उच्च मात्रा नाइट्रिक ऑक्साइड नामक गैस पैदा करती है. यह गैस आपके रक्त वाहिकाओं( Blood Vessels) को रिलेक्स और फैलने में मदद करती है जिससे रक्त प्रवाह में सुधार होता है और ब्लड प्रेशर कम होता है.
4. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर:
बीटानिन, जो चुकंदर को उसका रंग देता है, एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है. पॉलीफेनोल्स नामक एंटीऑक्सिडेंट के एक अन्य वर्ग के साथ, वैज्ञानिक समुदाय में इन पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है. अमेरिकन जर्नल ऑफ़ क्लिनिकल न्यूट्रिशन के अनुसार, एंटीऑक्सिडेंट खराब कोलेस्ट्रॉल के ऑक्सीडेशन को कम करते हैं, आर्टरी वॉल्स की रक्षा करते हैं और हृदय रोग और स्ट्रोक से बचाव करते हैं.
5. फोलेट, फाइबर, विटामिन सी और अन्य मिनरल्स:
"ज्यादातर लोग सोचते हैं कि डायबेटिक्स को चुकंदर से बचना चाहिए क्योंकि यह मीठा होता है. यह दुख की बात है. चुकंदर फाइबर और आयरन, पोटेशियम और मैंगनीज जैसे मिनरल्स का एक बड़ा स्रोत है जो अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी हैं और अन्य खाद्य पदार्थों के कॉम्बिनेशन में यह काफी कुछ प्रदान कर सकता है. फोर्टिस-एस्कॉर्ट हॉस्पिटल की चीफ क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. रूपाली दत्ता कहती हैं. विटामिन सी इम्युनिटी को बढ़ाता है, सामान्य टिशूज के लिए फोलेट जरूरी है और फाइबर डाइजेस्ट्रिव फंक्शन को सुचारू बनाने में मदद करता है. यह अन्य जड़ वाली सब्जियों और ट्यूबर की तुलना में प्रोटीन और आयरन में खासतौर से हाई है.
6. बालों की देखभाल:
चुकंदर वास्तव में स्कैल्प पर जमने वाली पपड़ी और खुजली से लड़ने के लिए सबसे अच्छे घरेलू उपचारों में से एक है. आप पानी में कुछ चुकंदर उबाल सकते हैं और सिर पर मालिश करने के लिए उस लिक्विड का उपयोग कर सकते हैं. वैकल्पिक रूप से, आप कुछ चुकंदर का रस, सिरका और अदरक का रस मिलाकर स्कैल्प पर लगा सकते हैं. इसे 20 मिनट तक रखें और धो लें.
चुकंदर को आहार में कैसे करें शामिल:
चुकंदर को वैसे तो आप कच्चा भी खा सकते हैं. वहीं इसकी लोकप्रियता को देखते हैं लोग इसे स्मूदी और सूप में भी इस्तेमाल करने लगे हैं. आपमें से कुछ लोगों को इसका अर्थी फलेवर पसंद न हो, मगर आप इसको टेस्टी ट्विस्ट भी दे सकते हैं, जिनमें चुकंदर पराठा, कबाब, चीला, रायता और सैंडविच भी बना सकते हैं. चुकंदर शामिल करने से न सिर्फ इन रेसिपीज को एक अच्छा रंग मिलता है बल्कि अपने लिए और अपने परिवार के हेल्दी व्यंजन तैयार कर सकते हैं. वहीं जिन लोगों को यह कच्चा खाने में अच्छा लगता है इसे सैलेड या जूस के रूप में ले सकते हैं. टेस्ट बढ़ाने के लिए आप जूस में संतरे और गाजर के टुकड़े भी डाल सकते हैं.
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डिस्केलेमर: सलाह सहित यह सामग्री सिर्फ सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने स्वयं के चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी की जिम्मेदारी नहीं लेता है.