Hariyali Teej 2022: सावन का महीना चल रहा है ये पूरा महीना त्योहारों से भरा है. सावन सोमवार व्रत के अलावा इस महीने हरियाली तीज व्रत भी रखा जाता है. हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज मनाई जाती है. इस साल हरियाली तीज व्रत 31 जुलाई को है. पति की लंबी आयु के लिए सुहागिन महिलाएं इस व्रत को करती हैं. हरियाली तीज का व्रत करवा चौथ के व्रत के जैसा ही होता है. इस व्रत में भी पानी का सेवन नहीं किया जाता इसे निर्जला रखा जाता है, और शाम को पूजा करने के बाद ही पानी पिया जाता है. इस दिन हरे रंग का खास महत्व माना जाता है. इसलिए पूजा में हरे रंग के फल और मीठे का भोग लगाया जाता है.
हरियाली तीज में हरे रंग का क्या है महत्व- What Is The Importance Of Green Color In Hariyali Teej:
सावन माह में हरे रंग का विशेष महत्व माना जाता है. क्योंकि यह रंग प्राकृतिक का रंग होता है. हिंदू धर्म में हरा रंग अखंड सौभाग्य का प्रतीक माना गया है. यही वजह है कि हरियाली तीज में इस रंग को पहनना शुभ माना गया है. शास्त्रों के अनुसार हरा रंग माता पार्वती का रंग है और भगवान शिव को यह रंग अति प्रिय है.
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हरियाली तीज पर लगाएं इन हरे रंग की चीजों का भोग- Green Color Bhog On Hariyali Teej:
1. लौकी की बर्फी-
लौकी की बर्फी खाने में बहुत ही स्वादिष्ट लगती है. इसे बनाने के लिए आपको बाहर की सामग्री कुछ भी लाने की जरूरत नहीं है. इसे बहुत ही कम सामग्री में घर पर आसानी से बनाया जा सकता है. पूरी रेसिपी के लिए यहां क्लिक करें.
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2. भांग पेड़ा-
अगर आप भोलेनाथ के लिए भोग तैयार कर रहे हैं तो भांग से बने पेड़े का भोग लगा सकते हैं. इसे भांग पाउडर, नट्स, मावा और घी को मिलाकर तैयार किया जाता है. पूरी रेसिपी यहां देखें.
3. पान के लड्डू-
पान लड्डू एक स्वादिष्ट डिश है. इसे पान से तैयार किया जाता है. इसमें दो तरह के पान के पत्ते, मघई पान और रेगुलर पान का इस्तेमाल किया गया है. पूरी रेसिपी के लिए क्लिक करें.
कैसे करें हरियाली तीज की पूजा- Hariyali Teej Puja Vidhi:
इस दिन प्रातः काल उठकर स्नान आदि करके पूजा करें और व्रत रखें.
हरियाली तीज व्रत निर्जला होता है, इसलिए इस व्रत के दौरान पानी नहीं पीना चाहिए.
शाम के समय सोलह सिंगार करके भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती की पूजा करें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.