Copper Water Benefits: तांबे के बर्तन में रखा पानी पीना कई समस्याओं का है समाधान, जानें इसके फायदे और नुकसान

Copper Vessel Water Benefits: तांबे का बर्तन अपने आप में एक प्राकृतिक कीटाणुनाशक है. खाली पेट तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी पीने से शरीर को बहुत फायदा पहुंच सकता है, इतना ही नहीं आयुर्वेद में भी तांबे के बर्तन में पानी पीना काफी लाभदायक बताया गया है.

Advertisement
Read Time: 16 mins
Copper Water Benefits: शरीर से जुड़ी कई समस्याओं के लिए रामबाण है तांबा.

अपनी सेहत को अच्छा रखने के लिए कई लोग तांबे के बर्तन में पानी पीते हैं. भारत देश में तांबे के बर्तन का विशेष महत्व भी है, ये धातु अपने आप में एक प्राकृतिक कीटाणुनाशक है. खाली पेट तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी पीने से शरीर को बहुत फायदा पहुंचता है, इतना ही नहीं आयुर्वेद में भी तांबे के बर्तन में पानी पीना काफी लाभदायक बताया गया है. अगर आप भी तांबे के बर्तन में पानी पीते हैं तो उसके फायदों के साथ साथ नुकसान के बारे में भी जानकारी रखना खासा ज़रूरी है. आइए आपको बताते हैं तांबे के बर्तन में पानी पीने के फायदे और नुकसान.

शरीर से जुड़ी कई समस्याओं के लिए रामबाण है तांबा-

भारत में सबसे ज्यादा तांबे के बर्तनों का इस्तेमाल किया जाता है. शरीर से जुड़ी कई बीमारियों को ठीक करने में तांबे के बर्तन में रखा पानी रामबाण साबित हो सकता है. आयुर्वेद के मुताबिक तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से शरीर में वात, पित्त और कफ तीनों ही संतुलित रहते हैं, हालांकि इसके लिए ज़रूरी है कि, तांबे के बर्तन में पानी कम से कम 8 घंटे रखा होना चाहिए, इसके अलावा एक खास बात ये भी है कि, तांबे के बर्तन में रखा पानी जल्दी बासी नहीं होता है और लंबे वक्त तक ताज़ा ही रहता है. जानकारों के मुताबिक बीमारियों को ठीक करने में तांबे के बर्तन में रखा पानी काफी मददगार साबित हो सकता है. तांबे के बर्तन में रखा पानी तांबे के साथ रासायनिक प्रतिक्रिया करता है और इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लामेंटरी और कैंसर विरोधी प्रॉपर्टीज उत्पन्न होते हैं, जो कई प्रकार की बीमारियों को ठीक करने में मददगार साबित होते हैं. एक रिसर्च के अनुसार ई-कोलाई के 99 फीसदी जीवाणु तांबे की सतह पर महज़ 2 घंटे में ही समाप्त हो सकते हैं.

तांबा अर्थराइटिस के दर्द को भी ठीक करने में लाभदायक है. Photo Credit: iStock



घाव भरने में भी मददगार होता है तांबा-

बताया जाता है कि, तांबा अपने एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लामेंटरी गुणों के ज़रिए शरीर को अपने आंतरिक और ब्राह्य घावों को जल्दी भरने में मदद मिलती है, इतना ही नहीं ये अर्थराइटिस के दर्द को भी ठीक करने में लाभदायक है और थाइरॉयड ग्रंथि के स्त्राव को भी संतुलित करता है वहीं खूंन की कमी को दूर करने और कोलेस्ट्रॉल को भी कम करने में लाभकारी हो सकता है.

ये चीजें तांबे के साथ पहुंचा सकती है नुकसान

Advertisement
  • तांबे के बर्तन की ठीक ढंग से सफाई न करने से कॉपर ऑक्साइड की परत जमने लगती है. इस स्थिति में ही अगर आप नियमित रूप से इस पानी को पी रहें हैं तो यह काफी नुकसान पहुंचा सकता है..
  • अचार- तांबे के बर्तन में कभी भी अचार रखने की गलती न करें, क्योंकि अचार में सिरका होता है जो कि, तांबे के संपर्क में आने पर आपकी सेहत बिगाड़ सकता है.
  • दही और छाछ- दही और छाछ को भी कभी तांबे के बर्तन में न रखें, क्योंकि इससे जी मिचलाने और घबराहट जैसी समस्याएं हो सकती है साथ ही फूड पॉइजनिंग का भी खतरा होता है.
  • नींबू- नींबू का किसी भी रूप में तांबे के बर्तन से संपर्क नुकसानदायक होता है, नींबू में मौजूद एसिड, तांबे के साथ क्रिया करता है जो आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है.

तेजी से घटाना है वजन, सुबह भूलकर भी न करें ये गलतियां | Common Mistakes When Trying to Lose Weight

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

Advertisement
Featured Video Of The Day
MP Cabinet Expansion: Madhya Pradesh में जल्द 3 से 4 मंत्री ले सकते हैं शपथ | Mohan Yadav | MP News