Sidhu Moose Wala के कत्ल के पीछे पंजाब पुलिस को गैंगों के बीच प्रतिद्वंद्विता का संदेह है...
पंजाबी गायक तथा कांग्रेस नेता सिद्धू मूसे वाला (Sidhu Moose Wala) पर आठ से 10 हमलावरों ने 30 से ज़्यादा गोलियां दागीं, यह जानकारी पुलिस सूत्रों ने सोमवार सुबह दी है. गोलियां मारने के बाद हमलावरों ने यह जांच भी की क्या सिद्धू मूसे वाला ज़िन्दा तो नहीं है.
- छह संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. पंजाब के मनसा जिले में घटनास्थल पर मिली गोलियों से संकेत मिलते हैं कि सिद्धू मूसे वाला (Sidhu Moose Wala) पर किए गए हमले में रूस-निर्मित AN 94 असॉल्ट राइफल का इस्तेमाल किया गया हो सकता है. पुलिस को एक पिस्टल भी मिली है.
- कनाडा में बसे हुए गैंगस्टर गोल्डी बरार ने रविवार शाम को एक फेसबुक पोस्ट के ज़रिये सिद्धू मूसे वाला (Sidhu Moose Wala) के कत्ल की ज़िम्मेदारी ली है.
- सोशल मीडिया पर सामने आई CCTV फुटेज में दो कारों को हत्या से कुछ ही क्षण पहले सिद्धू मूसे वाला की कार से आगे निकलते देखा जा सकता है. हालांकि राज्य पुलिस ने फिलहाल वीडियो की पुष्टि नहीं की है.
- पंजाब पुलिस को सिद्धू मूसे वाला के कत्ल के पीछे गैंगों के बीच प्रतिद्वंद्विता का संदेह है.
- गोल्डी बरार गैंग लीडर लॉरेन्स बिश्नोई का करीबी है, जो सिद्धू मूसे वाला के कत्ल का मुख्य संदिग्ध है. लॉरेन्स बिश्नोई एक वक्त में पंजाब यूनिवर्सिटी का छात्र नेता रहा है.
- सतिंदर सिंह, उर्फ गोल्डी बरार कई आपराधिक मामलों में संलिप्त है. फरीदपुर की एक अदालत ने इसी माह गोल्डी बरार के खिलाफ ओपन-एंडेड गैर-ज़मानती वॉरन्ट जारी किया था, जो कांग्रेस नेता गुरलाल सिंह पहलवान के कत्ल से जुड़ा मामला है.
- 28-वर्षीय सिद्धू मूसे वाला ने कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में मनसा सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन आम आदमी पार्टी (AAP) उम्मीदवार विजय सिंगला से हार गए थे. विजय सिंगला को पिछले ही सप्ताह पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भ्रष्टाचार के आरोपों में बर्खास्त कर दिया था.
- रविवार को, सिद्धू मूसे वाला लगभग 4:30 बजे अपने चचेरे भाई गुरप्रीत सिंह और पड़ोसी गुरविंदर सिंह के साथ घर से निकले थे. पुलिस के अनुसार, सिद्धू मूसे वाला SUV महिंद्रा थार चला रहे थे.
- जब उनकी SUV जवाहरके गांव पहुंच, उनका पीछा करती रही एक कार और दो अन्य कारें सामने आईं, और उनका रास्ता रोक लिया. सामने की तरफ से सिद्धू मूसे वाला पर ज़ोरदार फायरिंग की गई. इस वारदात में शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मूसे वाला जवाहरके गांव में ही घटनास्थल पर ही मारे गए.
- पुलिस का कहना है कि यह हत्या पिछले साल हुई अकाली दल नेता विक्की मिद्दूखेड़ा की हत्या का बदला लगती है. सिद्धू मूसे वाला का मैनेजर शगनप्रीत सिंह उस हत्या में शामिल बताया जाता है.
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