Hartalika Teej 2023: सुहागिन महिलाएं हरतालिका तीज पर पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं. इस व्रत में भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा की जाती है और पति के लिए मनोकामना मांगी जाती है. सुहागिनें इस दिन 16 श्रृंगार करती हैं और और सुहाग की रक्षा के लिए व्रत करने के पश्चात श्रृंगार की चीजों को दान में भी देती हैं. इस साल हरतालिका तीज का व्रत (Hartalika Teej Vrat) 18 सितंबर के दिन रखा जा रहा है. इस तीज पर निर्जला व्रत रखा जाता है. जानिए मान्यतानुसार किन चीजों को दान में दिया जा सकता है और क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त.
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हरतालिका तीज पूजा और दान सामग्री
पंचांग के अनुसार, हरतालिका तीज पर पूजा के लिए 18 अगस्त की सुबह 6 बजकर 7 मिनट से सुबह 8 बजकर 34 मिनट के बीच का मुहूर्त बेहद शुभ माना जा रहा है. इस मुहूर्त में पूजा की जा सकती है. इसके अलावा, प्रदोष काल में चार प्रहर की पूजा (Teej Puja) शाम 6 बजकर 23 मिनट से शुरू हो जाएगी.
हरतालिका तीज पर आमतौर पर सुहाग की सामग्री या कहें श्रृंगार सामग्री को सुहागिन महिलाएं दान में देती हैं. इस दिन दान करने को लेकर कहा जाता है कि इससे पति की आयु लंबी होती है, संतान प्राप्ति होती है और देवताओं का आशीर्वाद भी मिलता है.
दान सामग्री में चूड़ियां, सिंदूर, ब्लाउज पीस, अलता, नेल पॉलिश, आइना, बिंदी और काजल आदि सम्मिलित किया जाता है. श्रृंगार की सामग्री किसी भी आस-पास की दुकान पर आराम से मिल जाती है.
हरतालिका तीज की पूजा में जो सामग्री सम्मिलित की जाती है उसका भी विशेष महत्व है. मान्यतानुसार हरतालिका तीज की पूजा में इलायची, पान के पत्ते, धतूला, कलश, दूर्वा, आक के फूल, दीपक, अगरबत्ती, धूप, मिठाई, नारियल, पुष्प, फुलेरा, कपूर और तांबे का पात्र आदि पूजा सामग्री के रूप में शामिल किए जाते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)