UPSC Success Story 2025: कहते हैं कि जिंदगी में वही लोग कामयाब होते हैं जो हार मानने के बजाय हर चुनौती का सामना करते हैं. जम्मू-कश्मीर के मोहम्मद मुनीब भट ने इसी बात को सच कर दिखाया. कई बार UPSC एग्जाम में असफल होने के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और आखिरकार 2024 में 131वीं रैंक हासिल कर IPS बने.
कहां से शुरू हुआ सफर?
मुनीब भट जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग के रहने वाले हैं. उन्होंने सिविल इंजीनियरिंग में B.Tech पूरा करने के बाद 2017 में UPSC की तैयारी शुरू की. उनका सपना था कि वे सिविल सर्विस में जाएं और देश की सेवा करें. ये सपना पूरा तो हो गया, लेकिन इसे हासिल करने में बहुत सारी कठनाइयों का सामना करना पड़ा.
कई बार मिली असफलता, लेकिन हार नहीं मानी
पहली कोशिश में वे प्रीलिम्स भी पास नहीं कर पाए. 2018 में प्रीलिम्स पास किया लेकिन मेन्स में असफल रहे. 2021 में मेन्स पास किया, मगर इंटरव्यू कॉल मिस कर दिया. लगातार असफलताओं के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी.
स्टेट सर्विस से मिली नई उम्मीद
2023 में उन्होंने जम्मू-कश्मीर पुलिस सर्विस के लिए अप्लाई किया और प्रोबेशनरी KPS ऑफिसर बने. इस दौरान उन्होंने खुद को स्थिर किया और UPSC में एक आखिरी कोशिश करने का फैसला किया.
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आखिरी प्रयास में मिली सफलता
2024 में मुनीब ने UPSC एग्जाम में 131वीं रैंक हासिल की. उन्होंने अपनी सफलता को बेहद चुनौतीपूर्ण बताया और कहा कि यह सफर उन्हें बहुत कुछ सिखा गया.
कौन सा ऑप्शनल चुना?
मुनीब ने पॉलिटिकल साइंस और इंटरनेशनल रिलेशंस (PSIR) को ऑप्शनल सब्जेक्ट चुना. उन्होंने बताया कि अखबार पढ़ने की आदत और विषय में रुचि ने उन्हें यह विकल्प चुनने के लिए प्रेरित किया.
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मुनीब की सलाह
उनका मानना है कि UPSC की तैयारी के दौरान बैकअप प्लान होना ज़रूरी है. कॉलेज के दूसरे या तीसरे साल से तैयारी शुरू करें. अगर दो-तीन प्रयासों में सफलता न मिले, तो स्टेट सर्विस या अन्य नौकरियों पर विचार करें. स्थिरता मिलने के बाद फिर UPSC की तैयारी करें.
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