ISRO 2025 Major Launches: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने 2025 में कई ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल कीं. इस साल लॉन्च किए गए पांच बड़े मिशन ने न सिर्फ भारत की अंतरिक्ष तकनीक को नई ऊंचाई दी, बल्कि दुनिया में हमारी ताकत को भी साबित किया. इन मिशनों ने भारत को वैश्विक स्पेस इंडस्ट्री में एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया. आइए जानते हैं इन मिशनों के बारे में विस्तार से...
जनवरी 2025: GSLV-F15 – श्रीहरिकोटा से 100वां लॉन्च
29 जनवरी को ISRO ने श्रीहरिकोटा से अपना 100वां लॉन्च किया. GSLV-F15 रॉकेट ने NVS-02 नेविगेशन सैटेलाइट को जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट में सफलतापूर्वक स्थापित किया. यह मिशन भारत की नेविगेशन प्रणाली NavIC को और मजबूत करने के लिए बेहद अहम था. यह लॉन्च ISRO के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित हुआ.
मई 2025: PSLV-C61 – 101वां मिशन
18 मई को PSLV-C61 के जरिए EOS-09 अर्थ ऑब्ज़र्वेशन सैटेलाइट लॉन्च करने की कोशिश की गई. हालांकि तीसरे स्टेज में तकनीकी समस्या के कारण मिशन पूरा नहीं हो सका, लेकिन यह लॉन्च भारत के स्पेस प्रोग्राम के 101वें प्रयास के रूप में दर्ज हुआ. यह मिशन जिम्मेदार स्पेस ऑपरेशन्स के लिए भी महत्वपूर्ण था.
जुलाई 2025: NASA और ISRO का संयुक्त मिशन
जुलाई में लॉन्च हुआ NISAR मिशन अपनी तरह का पहला था. यह NASA और ISRO का संयुक्त प्रयास है, जो धरती और बर्फ से ढकी सतहों की हाई-रिज़ॉल्यूशन इमेजिंग करता है. यह मिशन हर 12 दिन में पूरी दुनिया की सतह का डेटा जुटाता है और पर्यावरण, कृषि, ग्लेशियर और भूकंप जैसी गतिविधियों पर नजर रखने में मदद करता है. यह मिशन वैश्विक वैज्ञानिक समुदाय के लिए बेहद अहम है.
ये भी पढ़ें- इसरो के बाहुबली रॉकेट ने बनाया कीर्तिमान, 23 मिनट में पूरा किया मिशन ब्लू बर्ड
नवंबर 2025: LVM3-M5 – CMS-03 कम्युनिकेशन सैटेलाइट
02 नवंबर को LVM3-M5 रॉकेट ने CMS-03 कम्युनिकेशन सैटेलाइट को सफलतापूर्वक लॉन्च किया. यह सैटेलाइट भारतीय जमीन और समुद्री क्षेत्रों में हाई-स्पीड कम्युनिकेशन सेवाएं प्रदान करेगा. CMS-03 का वजन लगभग 4400 किलोग्राम है, जो भारत का सबसे भारी कम्युनिकेशन सैटेलाइट है. यह मिशन भारत की कम्युनिकेशन क्षमता को नई ऊंचाई देता है.
दिसंबर 2025: LVM3-M6 – ब्लू बर्ड ब्लॉक-2
24 दिसंबर यानी आज ISRO ने LVM3-M6 रॉकेट से ब्लू बर्ड ब्लॉक-2 सैटेलाइट को लॉन्च किया. यह मिशन खास इसलिए है क्योंकि यह दुनिया भर में स्मार्टफोन को सीधे हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड सुविधा देने में मदद करेगा. ब्लू बर्ड ब्लॉक-2 LVM3 द्वारा लॉन्च किया गया अब तक का सबसे भारी उपग्रह है. यह मिशन भारत की वाणिज्यिक लॉन्च क्षमता को वैश्विक स्तर पर स्थापित करता है.
ये भी पढ़ें- कंबोडिया किडनी कांड: इंजीनियर से अंग तस्कर बना कृष्णा! 1 लाख के कमीशन पर निकलवाता था किडनियां
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं