पिछले सप्ताह हनुमान जन्मोत्सव पर सांप्रदायिक झड़पों के बाद दिल्ली पुलिस ने जामा मस्जिद और हौज काजी इलाकों पर नजर रखने के लिए ड्रोन्स तैनात किए हैं. पुलिस की ओर से जारी ड्रोन के फुटेज में संकरी गली से गुजरते हुए लोगों का विहंगम दृश्य देखा जा सकता है. इससे पहले छतों और गलियों की 'जांच' दक्षिण दिल्ली के दो इलाकों जसोला और जामिया नगर इलाके में भी ड्रोन तैनात किए गए थे.
शनिवार को दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के जुलूस के इलाके से गुजरने के दौरान भड़की सांप्रदायिक हिंसा के बाद पुलिस को निगरानी बढ़ाने की जरूरत महसूस हुई. इस हिंसा में आठ पुलिसकर्मी और एक नागरिक घायल हो गया था. मामले को लेकर दोनों समुदायों के अब तक 24 लोगों को अरेस्ट किया गया है जिसमें मुख्य आरोपी अंसार भी शामिल है. पुलिस की 10 सदस्यीय टीम मामले की जांच और हिंसा में शामिल आरोपियों की पहचान करने में जुटी हुई है.
गौरतलब है कि 10 अप्रैल को रामनवमी से देश के विभिन्न राज्यों में सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं. कम से कम राज्यों में सांप्रदायिक झड़प हुई हैं, इन राज्यों में गुजरात, मध्य प्रदेश, झारखंड, राजस्थान और पश्चिम बंगाल शामिल है. जहांगीरपुरी हिंसा का मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया है. भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना के समक्ष एक पत्र याचिका दायर की गई है, जिसमें अदालत से स्वत: संज्ञान लेकर कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की गई है. सुप्रीम कोर्ट से जहांगीरपुरी हिंसा की निष्पक्ष जांच करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जज की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित करने का आग्रह किया गया है.
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