दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ही नहीं, उसके पहले आप के कई नेताओं और मंत्रियों को केंद्रीय एजेंसियों और दिल्ली पुलिस की कार्रवाई का सामना करना पड़ा है. इन पर मनी लांड्रिंग से लेकर हिंसा तक के आरोप लगे. दिल्ली ने शुक्रवार को सिसोदिया और कुछ अधिकारियों के खिलाफ 7 राज्यों के 31 से ज्यादा स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई की है. आम आदमी पार्टी का आरोप है कि ये ऊपर से मिले इशारे पर कार्रवाई की जा रही है. आप के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा का कहना है कि पार्टी नेताओं के खिलाफ 100 से ज्यादा केस दर्ज किए गए, लेकिन हर बार पार्टी नेता कोर्ट से बरी होकर निकले.
अरविंद केजरीवाल पर भी लगे आरोप
अरविंद केजरीवाल पर 2018 में तत्कालीन मुख्य सचिव अंशु प्रकाश पर हमले के मामले में नाम सामने आया. यह वाकया मुख्यमंत्री के घर पर एक बैठक के दौरान का था. दिल्ली पुलिस की एक टीम इसी साल फरवरी में वीडियो और अन्य साक्ष्यों की तलाश में मुख्यमंत्री के आवास पर पहुंची. आरोप था कि सीएम आवास पर हुई बैठक में आप विधायक अमानतुल्ला खान और प्रकाश जरवाल ने मुख्य सचिव से मारपीट की. ट्रायल कोर्ट ने इस केस में कई आप विधायकों को बरी किया, जबकि अमानतुल्ला और जरवाल पर आरोप तय किए.
दिसंबर 2015 में आप के सत्ता में आने के बाद सीबीआई ने प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में अरविंद केजरीवाल के ऑफिस की तलाशी ली. इसको लेकर केजरीवाल ने पीएम नरेंद्र पर जोरदार हमला बोला था. सीबीआई ने जुलाई 2016 में प्रधान सचिव से जुड़े केस में दिल्ली और यूपी के कई स्थानों पर छापेमारी की. राजेंद्र कुमार को कंपनी को अनुचित तरीके से लाभ पहुंचाने के मामले में केंद्रीय एजेंसी ने गिरफ्तार कर लिया. अरविंद केजरीवाल के रिश्तेदार विनय बंसल को मई 2018 में एंटी करप्शन ब्रांच ने पीडब्ल्यूडी में कथित घोटाले के मामले में गिरफ्तार कर लिया. दिल्ली में ड्रेनेज सिस्टम बनाने वाली और कथित वित्तीय अनियमितता की आरोपी कंपनी में बंसल के पास 50 फीसदी हिस्सेदारी होने का आरोप था. सीबीआई अधिकारी टॉक टू एके कंपेन में कथित गड़बड़ी के मामले में जून 2017 में सिसोदिया के मथुरा रोड स्थित घर पर पहुंचे थे. यह कंपेन केजरीवाल द्वारा बिजली-पानी समेत तमाम मुद्दों पर जनता के सवालों के जवाब देने से जुड़ा हुआ था.
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Delhi Minister Satyendar Jain) पहले ही मनी लांड्रिंग केस में न्यायिक हिरासत में जेल में बंद हैं. ईडी ने इसी साल 5 कंपनियों से हवाला लेनदेने के आरोप में सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया था. उनके खिलाफ भ्रष्टाचार रोकथाम कानून समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया था. मई 2018 में सीबीआई ने पीडब्ल्यूडी के लिए आर्किटेक्ट की सेवाएं लेने में कथित गड़बड़ी के मामले में जैन के घर पर छापेमारी की थी. इसी साल जून में दिल्ली के एलजी ने बीजेपी सांसद मनोज तिवारी की शिकायत को आगे बढ़ाते हुए राजधानी में सात अस्पतालों के निर्माण में गड़बड़ी की शिकायत की जांच के आदेश एंटी करप्शन ब्रांच को दिए हैं. 'आप' ने इन आरोपों को बकवास बताया है.
केजरीवाल सरकार के एक और मंत्री कैलाश गहलोत (Kailash Gahlot) को भी अतीत में केंद्रीय जांच एजेंसियों की आंच का सामना करना पड़ा था. आयकर विभाग ने अक्टूबर 2018 में करोड़ों की रकम की कर चोरी के मामले में दिल्ली और गुरुग्राम में गहलोत से जुड़े परिसरों की तलाशी ली थी. दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने दिल्ली सरकार को लगातार परेशान करने के लिए पीएम मोदी से देश के लोगों से माफी की मांग की थी. इसी क्रम में पिछले साल केंद्र ने गहलोत के दिल्ली परिवहन विभाग द्वारा 100 लो फ्लोर बसों की खरीदे में कथित घोटाले को लेकर सीबीआई जांच की मंजूरी दी थी.
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