केजरीवाल के बाद आतिशी को क्यों खाली करना पड़ा बंगला? जानिए पूरा मामला और बयानों के तीर 

Delhi CM Bunglow Controversy: दिल्ली में इन दिनों बंगला विवाद गरमाया हुआ है. बुधवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री का बंगला सील हुआ तो आप ने जोरदार हमला एलजी से लेकर बीजेपी तक पर बोला. मगर ट्वीस्ट ये है कि कांग्रेस भी आप पर हमलावर है...

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
D

Delhi CM Bunglow Sealed:आतिशी (Atishi) को महज 2 दिनों बाद ही बुधवार को Civil Lines के  6 Flagstaff Road वाले बंगले को खाली करना पड़ा. PWD ने कहा कि सिविल और इलेक्ट्रिकल टीम के इंजीनियर्स ने आतिशी के स्टाफ से शाम 5 बजे चाबियां लीं. उन्होंने दावा किया कि स्टाफ ने चाबियां देने से पहले खुद ही आतिशी का सामान वहां से हटा दिया था. हालांकि सीएमओ (CMO) दफ्तर ने अलग ही दावा किया है. उनका दावा है कि भाजपा (BJP) के निर्देश पर एलजी (Delhi LG) ने मुख्यमंत्री के बंगले को खाली करवा दिया. सीएमओ ने बयान जारी कर कहा कि भाजपा इस बंगले पर कब्जा करना चाहती और इसे एलजी के जरिए अपने बड़े नेता को देने वाली है. PWD के एक सीनियर अफसर ने बताया कि विभाग ने बंगले को अपने कब्जे में ले लिया है और एक नया लॉक लगा दिया है. नियमों के तहत साफ-सफाई और अन्य काम चल रहे हैं. इसमें कुछ दिन लग सकते हैं. इसके बाद रिपोर्ट अलॉटमेंट डिविजन को भेज दिया जाएगा. इसके बाद नये अलॉटी को बंगला दिया जाएगा. 

आम आदमी पार्टी (AAP) ने बृहस्पतिवार को कुछ तस्वीरें साझा कर दावा किया कि दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी अपने कालकाजी स्थित आवास पर सामान के कार्टन के बीच फाइलों पर दस्तखत कर रही हैं. सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर तस्वीरें पोस्ट करते हुए ‘आप' नेता संजय सिंह (Sanjay Singh) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को निशाने पर लिया और कहा कि वह दिल्ली के लोगों के लिए काम करने के आतिशी के जज़्बे को नहीं छीन सकती.राज्यसभा सदस्य ने कहा, “ यह एक चुनी हुई महिला मुख्यमंत्री और दिल्ली की जनता का घोर अपमान है. 27 साल से दिल्ली की सत्ता से बाहर रहने वाली पार्टी मुख्यमंत्री के घर पर जबरन कब्जा करने की कोशिश कर रही है.”

Advertisement

एलजी ने क्या कहा?

दक्षिण दिल्ली में अपने विधानसभा क्षेत्र कालकाजी में रहने वाली आतिशी को पिछले साल तत्कालीन अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) सरकार में मंत्री बनाए जाने के बाद मथुरा रोड पर एबी-17 बंगला आवंटित किया गया था. ‘आप' ने दावा किया है कि यह बंगला मुख्यमंत्री का आवास है, जिसे केजरीवाल ने विधिवत खाली कर दिया था और बाद में पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने इसकी चाबियां मुख्यमंत्री आतिशी को सौंप दी थीं.दूसरी ओर, उपराज्यपाल की तरफ से कहा गया है कि आतिशी को आधिकारिक रूप से सरकारी बंगला आवंटित नहीं किया गया था. इसके बावजूद उन्होंने अवैध रूप से सरकारी बंगले में घुसने की कोशिश की थी और जब आप किसी के घर में घुसते हैं, तो स्वाभाविक है कि उस घर का मालिक आपके खिलाफ कार्रवाई करेगा ही.

Advertisement
उपराज्यपाल कार्यालय ने अपनी तरफ से जारी बयान में कहा, “मुख्यमंत्री आतिशी ने सरकारी बंगले के लिए अनुरोध किया था, जो विचाराधीन था. अभी तक उन्हें अधिकृत रूप से बंगला आवंटित नहीं किया गया था. इसके बावजूद वे बंगले में दाखिल हुईं, जिसके परिणामस्वरूप लोक निर्माण विभाग (PWD)ने उनके खिलाफ यह कार्रवाई की है.”

भाजपा नेता वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने शीशमहल (सरकारी बंगले) में कई तरह के राज दफन करके रखें हैं, जिसे वो दिल्ली की जनता से छुपाकर रखना चाहते हैं. वो नहीं चाहते हैं कि दिल्ली की जनता इन राजों से वाकिफ हो सके.आम आदमी पार्टी के पाप का घड़ा भर चुका है.

Advertisement

कांग्रेस के केजरीवाल से सवाल?

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के सीएम आवास संबंधित विवाद में अब कांग्रेस भी कूद गई है. इस मामले में कांग्रेस पार्टी का कहना है कि नियमानुसार अगर 6 फ्लैग स्टॉफ रोड स्थित सीएम हाउस मुख्यमंत्री आतिशी को ही देना है तो आम आदमी पार्टी के नेता, मंत्री और मुख्यमंत्री सरकारी प्रक्रिया का इंतजार क्यों नहीं कर सकते थे. क्यों 7 अक्टूबर को बिना आवंटन के मुख्यमंत्री आतिशी ने जबरन कब्जा करके अपना सामान रखकर अपनी निरंकुशता का परिचय दिया. क्या संवैधानिक पद पर आसीन आतिशी का यह करना उचित था? दिल्ली में जब जब सीएम बदले बंगला भी बदला, शीला दीक्षित वाला बंगला अभी भी है आतिशी के पास

Advertisement

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष (Delhi Congress President) देवेंद्र यादव ने मांग की कि यदि वास्तव में यहां शराब घोटाले के संबध में कोई राज छिपे हैं, स्वाति मालिवाल और पूर्व मुख्य सचिव से मारपीट जैसे संदिग्ध मामलों के सबूत हैं तो उपराज्यपाल हस्तक्षेप करें. सीबीआई द्वारा शीश महल को सील करने की कार्यवाही का आदेश दे सकते हैं. अब शीश महल के सील होने के बाद अगर कुछ गलत है तो वह सबके सामने आएगा.उन्होंने कहा कि केजरीवाल द्वारा सीएम हाउस छोड़ा गया. बंगले की चाबी सौंपी गई. अब बंगला फिर वापस लेना, जिसके लिए पीडब्ल्यूडी विभाग प्रवेश रंजन झा से जवाब मांग चुका है और सतर्कता विभाग ने झा सहित तीन अधिकारियों को नोटिस दिया है, यह मामले की संवेदनशीलता को दर्शाता है.देवेंद्र यादव ने कहा कि 3-4 महीनों के लिए शीशमहल (सिविल लाइंस स्थित सीएम आवास) पर कब्जा क्यों किया गया? उन्होंने कहा कि नैतिकता, ईमानदारी, पारदर्शी प्रशासन और आदर्शों का ढोल पीटने वाले अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया भी आतिशी की तरह जल्द ही गैर कानूनी और असंवैधानिक रुप से सरकारी बंगलों से बाहर होंगे.

वहीं दिल्ली मुख्यमंत्री कार्यालय ने बयान में आरोप लगाया, ‘‘देश के इतिहास में पहली बार मुख्यमंत्री आवास खाली कराया गया. भाजपा के निर्देश पर उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री आवास से मुख्यमंत्री आतिशी का सामान जबरन हटवाया. उपराज्यपाल मुख्यमंत्री आवास को भाजपा के किसी बड़े नेता को आवंटित करने की तैयारी कर रहे हैं.27 साल से दिल्ली की सत्ता से बाहर भाजपा अब मुख्यमंत्री आवास पर कब्जा करने की कोशिश कर रही है.''

दिल्ली में जब जब सीएम बदले बंगला भी बदला, शीला दीक्षित वाला बंगला अभी भी है आतिशी के पास

Featured Video Of The Day
Bhopal Drugs Raid: केमिकल कारखाने में बन रही थी ड्रग्स, NDTV की पड़ताल के बाद छानबीन