मुंबई के दादर स्टेशन पर एक लाल रंग की बैग में शव मिला. जब जांच हुई तो पता चला कि आरोपी जय छावड़ा व शिवजीत सिंह और मृतक अर्शद अली शेख तीनों ही मूक बधिर हैं. प्राथमिक जानकारी में पता चला है कि लड़की की वजह से हत्या की वारदात हुई है, जबकि मृतक के घर वालों का आरोप है कि दुबई में बैठे एक शख्स ने सुपारी देकर हत्या करवाई है. हत्या पायाधुनी इलाके में हुई थी इसलिए जांच अब पायधुनि पुलिस कर रही है. पुलिस के मुताबिक तीनों की आपस में पुरानी दोस्ती थी. तकरीबन हर हफ्ते तीनों पार्टी करते थे. 5 अगस्त की रात भी तीनों हमेशा की तरह जय छावड़ा के घर पार्टी मना रहे थे, तभी कुछ हुआ और दोनों ने मिलकर अर्शद की हत्या कर दी. सवाल है कि ऐसा क्या हुआ, जो दोनों ने अपने ही दोस्त की हत्या कर दी?
कैसे पकड़े गए?
हत्या के बाद जय छावड़ा और शिवजीत सिंह लाल रंग की बैग में अर्शद को भरकर ले जा रहे थे. उसी लाल बैग को देख दादर रेलवे स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल को शक हुआ और हत्या का राज खुल गया. खबर है कि हत्या की वजह एक लड़की है, लेकिन पुलिस अभी उस पर खुलकर कुछ बोल नहीं रही. एक एंगल पैसों के लेन-देन का भी है. इस बीच मृतक अर्शद के भाई ने आरोप लगाया कि दुबई में बैठे एक शख्स ने सुपारी देकर हत्या करवाई है. भाई का तो यहां तक आरोप है कि आरोपियों ने हत्या की लाइव रिकॉर्डिंग की थी, जिसे दुबई में बैठा वो शख्स और एक लड़की भी देख रही थी. हालांकि, पुलिस का कहना है कि अभी सब वेरीफाई करना है...उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
इन सवालों के जवाब ढूंढने होंगे
इस हत्या के बाद कई सवाल उठ खड़े हुए हैं. आखिर इन दोनों मूक बधिरों को अपने दोस्त की हत्या क्यों करनी पड़ी? हत्या किस तरह की गई? अगर सुपारी दी गई तो सुपारी देने वाला कौन था? उसके साथ वो लड़की कौन थी? क्या यह वही लड़की थी, जिसके कारण हत्या हुई? हत्या की लाइव रिकॉर्डिंग का आरोप भाई ने क्यों लगाया? पैसों के लेन-देन की क्या बात है? इन सभी सवालों के जवाब पुलिस को जानने होंगे, तभी इस केस की गुत्थी पुलिस सुलझ पाएगी.