फरुखनगर स्थित द्रोणाचार्य कॉलेज के संचालक को बीते 3 जून को फोन कॉल के जरिए अपहरण और फिरौती को धमकी दी गई थी. धमकी वाले ने खुद को लॉरेंस बिश्नोई गैंग का गुर्गा बताया था. लॉरेंस विश्नोई के नाम से धमकी भरा फोन आने पर कॉलेज संचालक के पैरों तले जमीन खिसक गई थी. उसने बिना देरी किए गुरुग्राम पुलिस को सूचना दी और मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी. जांच में पुलिस के सामने जो आया उससे पुलिस भी चौक गई. दरअसल धमकी देने वाला कॉलेज का पूर्व छात्र निकला.
जांच के दौरान सेक्टर 31 क्राइम यूनिट को पता चला कि कॉलेज संचालक को लॉरेंस गैंगस्टर के नाम से धमकी देने वाला गुरुग्राम के बासकुसला का रहने वाला पिंकू है. पुलिस ने पिंकू को बासकुसला से गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की. पिंकू ने पुलिस को बताया कि वे भाँगरोला सिटित द्रोणाचार्य कॉलेज में पड़ता था. दसवीं के एग्जाम के दौरान कॉलेज के संचालक ने उसे पेपर में मदद पहुंचने का आश्वाशन दिया था. लेकिन कोई मदद नहीं मिली, जिसके चलते वे दसवीं में फैल हो गया. इसी रंजिश के चलते उसने योजना बनाई और संचालक को गैंगेस्टर के नाम से धमकी दी.
गुरुग्राम पुलिस ने गैंगेस्टर के नाम से धमकी देने वाले पूर्व छात्र को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा जरूर कर दिया है, लेकिन इस घटना से एक सवाल जरूर खड़ा हो गया है कि युवा वर्ग अपराध की दुनिया को बड़ा मानने लगा है. किसी को भी धमकी देने अब आम सा हो गया है. जो कि आने वाली पीढ़ी के लिए घातक हो सकता है.
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