दिल्ली : सेल्स टैक्स एजेंट को किडनैप कर वसूले 1.5 लाख रुपए, 2 पुलिसकर्मी समेत 3 अरेस्ट

जीटीबी एनक्लेव थाने में मामला दर्ज कराया गया है. पुलिस ने इस मामले में सीमापुरी थाने में तैनात दो सिपाही संदीप और रॉबि और एक अन्य वाहिद को गिरफ्तार किया है.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins
जीटीबी एनक्लेव थाने में मामला दर्ज कराया गया है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
नई दिल्ली:

दिल्ली के शाहदरा इलाके के जीटीबी एनक्लेव में पुलिसकर्मियों द्वारा एक सेल्स टैक्स एजेंट का अपहरण करने का मामला सामने आया है. इतना ही नहीं, इन पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि उन्होंने एजेंट से करीब 1.5 लाख रुपए भी वसूले. जब एजेंट ने इसका विरोध किया तो इन्होंने झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी और उसके साथ मारपीट भी की. जब पीड़ित ने पुलिकर्मियों को पैसे दे दिये तो उसे छोड़ दिया गया. 

जीटीबी एनक्लेव थाने में मामला दर्ज कराया गया है. पुलिस ने इस मामले में सीमापुरी थाने में तैनात दो सिपाही संदीप और रॉबि और एक अन्य वाहिद को गिरफ्तार किया है. दिल्ली पुलिस के ही एक अन्य सिपाही अमित और सीमापुरी के एक बदमाश गौरव उर्फ अन्ना की पुलिस को तलाश है.

पीड़ित सेल्स टैक्स एजेंट परिवार के साथ जीटीबी एनक्लेव में रहता है. वह आईटीओ स्थित दफ्तर में सेल्स टैक्स एजेंट हैं. 11 अक्टूबर की रात को वह अपनी कार से घर लौट रहे थे. जब वह शाहदरा फ्लाईओवर से नीचे उतरे तो एक सफेद रंग की कार ने उनकी कार को ओवरटेक कर रोक लिया. उसमें तीन लोग सवार थे. नीचे उतरते ही तीनों ने उनकी पिटाई कर अपनी कार की पिछली सीट पर बैठा लिया. आरोपियों ने उसकी पिटाई शुरू कर दी. आरोपियों ने उनसे बताया कि वे क्राइम ब्रांच से हैं. एक आरोपी ने उनकी छाती पर पिस्टल लगाकर उसकी जेब में रखे 35 हजार रुपये निकाल लिये. छोड़ने के लिए उनसे पांच लाख की मांग की. रुपये न देने पर उसे बंद करने की धमकी दी. आरोप है कि इसके बाद पीड़ित को शाहदरा जिले के स्पेशल स्टाफ के दफ्तर लेकर गए.

स्पेशल स्टॉफ के दफ्तर में  किसी अफसर से बातचीत कर दोबारा कार में बैठा लिया. नसे कहा कि साहब ने उसे बंद करने के लिए कहा है. मेडिकल कराने की बात कर पीड़ित को जीटीबी अस्पताल की सर्विस लेन पर लेकर गए. वहां उन्हें डराया और धमकाया. इसके बाद पीड़ित आरोपियों को अपने घर लेकर गए. वहां आरोपियों को 50 हजार रुपये दिए. इसके बाद पीड़ित ने करीब 70 हजार रुपए अपने दोस्त से गौरव उर्फ अन्ना नामक बदमाश की पत्नी के खाते में ट्रांसफर करवाए. बाद में पीड़ित को छोड़ दिया गया.

जांच के दौरान पता चला कि इस पूरी साजिश को छठी बटालियन में तैनात सिपाही अमित ने रचा था. वाहिद की कार का इस्तेमाल हुआ. व‌हीं गौरव भी इस वारदात में शामिल हुआ. इस मामले में एक सब इंस्पेक्टर के शामिल होने की बात सामने आ रही है. फिलहाल पुलिस इसकी जांच कर रही है.

Featured Video Of The Day
Election Commission के जवाब पर Congress ने फिर किया पलटवार | Pawan Khera
Topics mentioned in this article