दिल्ली में चीनी ऐप के जरिए ब्लैकमेलिंग और ठगी, 18 आरोपी गिरफ्तार

पुलिस ने मुताबिक आरोपी लोगों को इस कदर तंग करते थे कि ब्लैकमेल करने के लिए उन्होंने एक शख्स को उसी की बेटी का न्यूड फोटो भेज दिया

Advertisement
Read Time: 25 mins
पुलिस ने कॉल सेंटर में छापेमारी कर 18 लोगों को गिरफ्तार किया है
नई दिल्ली:

चीनी ऐप के जरिए लोन देने के नाम पर ठगी और ब्लैकमेलिंग करने वाले एक बड़े गैंग का उत्तरी दिल्ली पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. यह ठगी एक फर्जी कॉल सेंटर के जरिए की जा रही थी. पुलिस ने कॉल सेंटर में छापेमारी कर 18 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने मुताबिक आरोपी लोगों को इस कदर तंग करते थे कि ब्लैकमेल करने के लिए उन्होंने एक शख्स को उसी की बेटी का न्यूड फोटो भेज दिया.

उत्तरी दिल्ली पुलिस के डीसीपी सागर सिंह कलसी के मुताबिक कॉल सेंटर चलाने वालों ने अब तक सैकड़ों लोगों से लोन के नाम पर अवैध वसूली की है. इस मामले में दिल्ली के संगम विहार में चल रहे एक कॉल सेंटर के 18 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है. यह आरोपी DIOSCLES लोन ऐप के जरिए लोगों को धोखे देते थे. वे लोन देने के नाम पर दूसरों के नाम और डेटा का गलत इस्तेमाल करते थे. 

दरअसल उत्तरी दिल्ली के साइबर थाने में एक गृह मंत्रालय के साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल से एक शिकायत मिली. दिल्ली के मजनू का टीला सिविल लाइन के नरेश भाटी ने अपनी शिकायत में बताया कि उनके मोबाइल पर एक महिला ने कॉल किया. महिला ने उन्हें धमकाया कि उनकी बेटी ने 3500 रुपये का लोन लिया है, जिसे आपको लिंक के माध्यम से जमा करना होगा, अन्यथा आपकी बेटी की न्यूड फोटो वायरल हो जाएगी. 

Advertisement

इसके बाद किसी ने उनकी बेटी की न्यूड फोटो बनाकर उनके व्हाट्सऐप नंबर पर भेज दी. उनकी बेटी के लिए आपत्तिजनक शब्द भी इस्तेमाल किए. इस शिकायत के बाद साइबर पुलिस ने जांच शुरू की. कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स और मनी ट्रेल की तकनीकी जानकारी जुटाने के बाद उस नंबर का पता लगाया जिससे कॉल की जाती थी. वह फोन दिल्ली के संगम विहार इलाके से चल रहा था. 

Advertisement

पांच अप्रैल को संगम विहार में छापा मारा गया और एक लड़की रेणु को गिरफ्तार किया गया. उसने बताया कि वह कॉल सेंटर में काम कर रही है, जो दिल्ली के ईस्ट ऑफ़ कैलाश में स्थित है. लड़की द्वारा दी गई जानकारी के बाद तत्काल टीम ने छापा मारा. वहां कॉल सेंटर चलता हुआ मिला जिसमें उस समय लगभग 50 लोग काम कर रहे थे. 

Advertisement

स्टाफ से पूछताछ करने पर पता चला कि कई बहुत सारे कर्मचारी चीनी लोन ऐप कंपनी में काम कर रहे थे. कुल 18 लोग जो चीनी ऐप पर लोन देने का काम करते थे, उन्हें मौके से गिरफ्तार किया गया. टीम मैनेजर अमित दिल्ली के सरिता विहार का रहने वाला है. उसे भी गिरफ्तार किया गया है. 

Advertisement

जांच के दौरान मैनेजर ने बताया कि लगभग तीन साल पहले उसकी मोहसिन खान से मुलाकात हुई थी. वह कई कॉल सेंटरों में काम कर चुका था. दोनों ने चीनी लोन ऐप का कॉल सेंटर शुरू किया. मोहसिन खान और उसकी महिला दोस्त फिरदौस इन फर्जी चीनी एप्स के लिए लॉगिन आईडी और पासवर्ड जुटाती थी. कॉल सेंटर के कर्मचारी VOIP सिम बॉक्स गेटवे के माध्यम से कॉल करते थे, जो कि मोहसिन ने इंस्टॉल किए थे. वे उसे रोज बदलते रहते थे ताकि पुलिस की कार्रवाई से बचा जा सके. 

लोन का भुगतान चीनी ऐप के दिए गए लिंक पर किया जाता था और मोहसिन अपने ऊपर बैठे आकाओं से अपना कमीशन का हिस्सा प्राप्त करता था. पुलिस ने इस छापेमारी के दौरान डाटा सर्वर को अपने कब्जे में लेकर सारा डाटा अपने पास संरक्षित कर लिया. यदि पुलिस की कार्रवाई में देरी हो जाती तो यह साइबर अपराधी इस सारे डाटा को पुलिस से बचने के लिए नष्ट कर सकते थे. मोहसिन और फिरदोश की तलाश में नार्थ डिस्ट्रिक्ट साइबर थाने की टीम पंजाब में दबिश दे रही है. पुलिस ने कॉल सेंटर से 54 कम्प्यूटर और 19 मोबाइल फोन बरामद किए हैं.

यह भी पढ़ें -

-- सरकार ने बदला गैस की कीमत तय करने का फॉर्मूला, जानें- CNG और PNG कितनी हो सकती हैं सस्ती?
-- "यह व्यक्तिगत नहीं" : भाजपा में शामिल होने के लिए पिता के आलोचना करने पर NDTV से बोले अनिल एंटनी

Featured Video Of The Day
Jitendra Kumar EXCLUSIVE Interview: Kota Factory के जीतू भैया और Panchayat के सचिव जी से खास बातचीत
Topics mentioned in this article