- इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरे टेस्ट में बेन स्टोक्स को मिचेल स्टार्क की खतरनाक बाउंसर गेंद हेलमेट से टकराई
- बेन स्टोक्स बाल-बाल बच गए जिससे क्रिकेट प्रेमियों को फिल ह्यूज की जानलेवा गेंद की याद ताजा हो गई
- फिल ह्यूज को 2014 में एक बाउंसर गेंद गले पर लगी थी जिससे वह मैदान पर बेहोश होकर बाद में मृत्यु हो गई
Ben Stokes vs Mitchell Starc:एशेज टेस्ट मैच के तीसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड के पारी के दौरान एक ऐसी घटना घटी जिसने फैन्स को चौंका कर रख दिया. दरअसल, जब बेन स्टोक्स बैटिंग कर रहे थे तो मिचेल स्टार्क की एक खतरनाक बाउंसर से बाल-बाल बचे, वह गेंद खतरनाक थी. स्टार्क की वह गेंद सीदे बेन स्टोक्स के हेलमेट पर जाकर लगी. स्टोक्स को हालांकि चोट नहीं लगी लेकिन उस गेंद को देखकर फैन्स को फिल ह्यूज की याद आ गई. लोगों ने स्टोक्स की इस गेंद की तुलना उस कातिलाना गेंद से की जिसने ह्यूज की जान ली थी. कई फैन्स ने इस बाउंसर को देखकर कहा कि. "यह गेंद उसजानलेवा गेंद की याद दिला रही है.' सोशल मीडिया पर यह वीडियो खूब वायरल है. एक दूसरे फैन्स ने वीडियो को देखकर रिएक्ट किया और लिखा, 'मजबूत हेलमेट होने कारण बेन स्टोक्स बच गए"
बाल-बाल बचे बेन स्टोक्स
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 371 रन बनाए तो वहीं, इंग्लैंड ने पहली पारी में 286 रन बनाए थे, स्टोक्स ने इंग्लैंड की पारी के दौरान 83 रन बनाए थे. जिसके बाद अब ऑस्ट्रेलिया की टीम अपनी दूसरी पारी खेल रही है. दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया ने ये खबर लिखे जाने तक इंग्लैंड पर 273 रन की लीड हासिल कर ली है.
कैसे एक बाउंसर ने फिल ह्यूज की ली थी जान
क्रिकेट इतिहास में '27 नवंबर' को 'ब्लैक डे' के तौर पर याद रखा जाता है. इस दिन क्रिकेट जगत ने एक उभरते खिलाड़ी को हमेशा के लिए खो दिया था. सिडनी के मैदान पर 25 नवंबर 2014 को शेफील्ड शील्ड में साउथ ऑस्ट्रेलिया और न्यू साउथ वेल्स के बीच मैच था. फिल ह्यूज इस मुकाबले में मार्क कॉसग्रोव के साथ बतौर सलामी बल्लेबाजी मैदान पर उतरे. दोनों खिलाड़ियों ने 23.4 ओवरों में 61 रन की साझेदारी की. मार्क कॉसग्रोव 68 गेंदों में 32 रन बनाकर आउट हुए. उन्हें नाथन लियोन ने कैच आउट कराया. कॉसग्रोव की इस पारी में 9 चौके शामिल थे. यहां से फिल ह्यूज ने कैलम फर्ग्यूसन के साथ दूसरे विकेट के लिए 61 रन जुटाए. फर्ग्यूसन 41 गेंदों में 4 चौकों की मदद से 28 रन बनाकर पवेलियन लौटे.
टॉम कूपर चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे. दोनों खिलाड़ियों का मकसद यहां से साउथ ऑस्ट्रेलिया को मजबूत स्थिति में पहुंचाना था, लेकिन 49वां ओवर ही मैच का 'अंतिम ओवर' साबित हुआ. सीन एबॉट अपना 10वां ओवर डाल रहे थे. उन्हें अपने पहले विकेट की तलाश थी. ह्यूज 63 रन बनाकर नाबाद थे. उनकी इस पारी में 9 चौके शामिल थे. 48.3 ओवर में एबॉट की गेंद फिल ह्यूज की गर्दन पर लगी.ह्यूज उसी पल मैदान पर बैठ गए. एबॉट तुरंत उनके पास आए. इस बीच ह्यूज ने अपना संतुलन खो दिया. विपक्षी टीम के साथियों ने उन्हें सहारा दिया, लेकिन तब तक ह्यूज बेहोश हो गए थे. तुरंत ह्यूज को हॉस्पिटल पहुंचाया गया, जहां उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की गई, लेकिन 27 नवंबर को इस उभरते सितारे ने दुनिया को अलविदा कह दिया.
फिल ह्यूज के साथ हुई इस घटना के बाद क्रिकेट जगत में कई सुरक्षा संबंधी बदलाव हुए. हेलमेट को अधिक मजबूत बनाया गया. बल्लेबाजों की सुरक्षा पर अधिक ध्यान दिया गया और 'कन्कशन सब्स्टीट्यूट' जैसे नए नियम लागू किए गए.
फिल ह्यूज ने ऑस्ट्रेलिया की ओर से 26 टेस्ट मैच खेले, जिसमें 3 शतक और 7 अर्धशतक के साथ 1,535 रन बनाए. वहीं, 25 वनडे मुकाबलों में उन्होंने 2 शतक और 4 अर्धशतक के साथ 826 रन जोड़े थे. फिल ह्यूज की मृत्यु के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने उनके सम्मान में 'जर्सी नंबर 64' को रिटायर कर दिया
(IANS के इनपुट के साथ)














