टीम इंडिया के वर्ल्डकप में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद टीम के सिलेक्शन को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं. वर्ल्डकप (T20 World Cup) में भारतीय टीम अपने पांच में केवल तीन मुकाबलों में जीत हासिल कर पाई. पहले दो मुकाबले में पाकिस्तान (PAKISTAN)और न्यूजीलैंड (NEWZEALAND) के खिलाफ भारतीय टीम (Team india)को बड़ी हार का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने शानदार क्रिकेट खेला और आखिरी के तीनों मैचों में स्कॉटलैंड, अफगानिस्तान और नामीबिया को बड़े अंतर से हराया.
2007 में पहला खिताब जीतने वाली भारतीय टीम को पहले ही राउंड में हार का सामना करना पड़ा. भारत के ग्रुप में न्यूजीलैंड और पाकिस्तान की टीमें सेमीफाइनल में पहुंचने में कामयाब रही. नामीबिया के खिलाफ विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने अपने आखिरी मैच में जीत हासिल की. हम बात कर रहे हैं तीन ऐसे खिलाड़ियों की जो अगर भारतीय टीम के साथ वर्ल्डकप के लिए टीम में होते तो नतीजे बेहतर हो सकते थे. चलिए उन खिलाड़ियों के बारे में जान लें:
युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal)
2016 में डेब्यू करने के बाद टी20 फॉर्मेट में युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) भारतीय खेमे के टॉप गेंदबाज रहे हैं. विश्वकप शुरू होने से पहले वे भारत की तरफ से सबसे टी20 फॉर्मेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे. उनके नाम उस समय 63 विकेट थे. बाद में वर्ल्डकप के दौरान 66 विकेटों के साथ जसप्रीत बुमराह ने उन्हें पीछे छोड़ दिया. आईपीएल 2021 में उनके नाम 21 विकेट थे वे आईपीएल में पर्पल कैप की दौड़ में काफी आगे थे. यूएई की पिचों की उनको एक स्पिन ऑप्शन के रूप में अच्छे से इस्तेमाल किया जा सकता है. खास बात ये है कि युजवेंद्र (Yuzvendra Chahal) की गेंदबाजी में पिचों का बहुत अधिक प्रभाव नहीं पड़ता.
ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad)
इस युवा बल्लेबाज के लिए आईपीएल का ये सीजन बेहद शानदार रहा. औरेंज कैप की दौड़ में उन्होंने 635 रन बनाकर सभी को प्रभावित किया था. विजेता चेन्नई सुपर किंग्स के लिए इस बात गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) सबसे बड़ी ताकत के रूप में खेले थे. इस सीजन में उनका औसत 45.36 का रहा. ओपनिंग बल्लेबाजी के लिए यूएई की पिचों पर उनका इस्तेमाल टीम इंडिया को फायदा पहुंचा सकता था. केएल राहुल को नंबर चार पर बल्लेबाजी करवाई जा सकती थी जबकि सूर्यकुमार यादव और रिषभ पंत तो फिनिशर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता था.
दीपक चाहर (Deepak Chahar)
पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ दो अहम मुकाबलों में भारतीय टीम विकेट निकालने में नाकामयाब रही. दीपक चाहर (Deepak Chahar) एक ऑलराउंडर के तौर पर टीम इंडिया में काफी दिनों से लगातार अच्छा कर रहे हैं. 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ उनके नाम एक हैट्रिक भी है. भारतीय खिलाड़ियों में अगर बेस्ट गेंदबाजी की बात करें को उनके नाम 7 रन देकर 6 विकेट लेने का रिकॉर्ड भी दर्ज है. वर्ल्डकप में उनको स्टैंडबाई में रखा गया था. अगर उनको सिलेक्ट किया जाता तो शायद भुवनेश्ववर कुमार की जगह एक अच्छा विकल्प हो सकता था क्योंकि भुवनेश्वकर (Bhuvneshwar kumar)काफी समय से अपनी फॉर्म के साथ भी संघर्ष कर रहे हैं.
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