इसलिए मिस्बाह-उल-हक हैं बांग्लादेश से नाराज

इसलिए मिस्बाह-उल-हक हैं बांग्लादेश से नाराज

कराची:

पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मुख्य कोच मिस्बाह-उल-हक (Misbah-Ul-Haq) के मार्गदर्शन में पाकिस्तान ने श्रीलंका को हराकर करीब दस साल बाद अपनी जमीं पर टेस्ट सीरीज जीती. पाकिस्तानी क्रिकेटप्रेमी इससे खुश हैं कि एक बार फिर से क्रिकेट उनके देश में फलने-फूलने लगी है, लेकिन मिस्बाह उल हक खुश नहीं हैं. मिस्बाह ने कहा है कि श्रीलंका के खिलाफ खेली गई सफल टेस्ट सीरीज के बाद अब बांग्लादेश सहित दूसरे देशों का पाकिस्तान में टेस्ट खेलने से इनकार करना अनुचित है. पाकिस्तान ने सोमवार को ही यहां खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में श्रीलंका को 263 रनों से हराकर दो मैचों की टेस्ट सीरीज 1-0 से जीती है. पाकिस्तान ने करीब 10 साल बाद पहली बार अपने घर में किसी टेस्ट टीम की मेजबानी की है. मिस्बाह ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अगर बांग्लादेश आगामी दौरे के लिए पाकिस्तान का दौरा नहीं करता है तो यह पाकिस्तान क्रिकेट के साथ अन्याय होगा.

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उन्होंने कहा, "अगर बांग्लादेश टेस्ट सीरीज के लिए पाकिस्तान नहीं आता है तो यह बहुत बड़ी निराशा होगी. देश (पाकिस्तान) के लिए यह जरूरी है कि अब वह अपने सभी घरेलू सीरीज अपने घर में घरेलू मैदान पर खेले." बांग्लादेश और पाकिस्तान का अगले महीने जनवरी में पाकिस्तान में दो टेस्ट और तीन टी-20 मैच खेलने का कार्यक्रम हैं, लेकिन बांग्लादेश ने कहा है कि पाकिस्तान टेस्ट मैचों को किसी तटस्थ स्थान पर आयोजित कराने का सुझाव दिया है. हालांकि पाकिस्तान ने बांग्लादेश के इस सुझाव को सिरे से नकार दिया. 


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कोच ने कहा, "अब पाकिस्तान का दौरा करने के लिए कोई बहाना नहीं है. सुरक्षा अब कोई बहाना नहीं है और अब टीमें यहां आ रही है. टीमें अब टी-20 सीरीज के लिए भी पाकिस्तान आ रही है और अब कोई टीम नहीं आती है, तो यह सही नहीं है."

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पूर्व कप्तान मिस्बाह ने कहा, "अगर हम अपने टेस्ट मैच घर में नहीं खेलते हैं तो यह हमारे लिए बहुत बड़ा नुकसान होगा. हम अपने खिलाड़ियों को घरेलू मैदान पर क्रिकेट खेलने से वंचित नहीं कर सकते हैं"