- सचिन तेंदुलकर ने जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी क्षमता को असाधारण और अविश्वसनीय बताया है
- भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच में से दो मैच बुमराह की गैरमौजूदगी में जीते, लेकिन तेंदुलकर इसे संयोग मानते हैं
- मोहम्मद सिराज ने बुमराह की अनुपस्थिति में शानदार गेंदबाजी की और पांच टेस्ट में 23 विकेट हासिल किए हैं
Sachin Tendulkar on Jasprit Bumrah and Team India Win vs ENG: महान बल्लेबाज़ सचिन तेंदुलकर का मानना है कि जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में भारत द्वारा इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट जीतना सिर्फ एक संयोग था. तेंदुलकर ने कहा कि बुमराह की गेंदबाजी क्षमता अब भी "असाधारण और अविश्वसनीय" है. हाल ही में खत्म हुई पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ में भारत ने 2-2 से बराबरी की. बुमराह ने इनमें से तीन मुकाबले खेले और 14 विकेट झटके. वहीं, जिन दो मैचों में भारत जीता, उनमें बुमराह (Sachin Tendulkar on Jasprit Bumrah) को कार्यभार प्रबंधन के तहत आराम दिया गया था. तेंदुलकर ने अपने वीडियो एनालिसिस में कहा, "पहले टेस्ट में बुमराह ने शानदार शुरुआत की और पांच विकेट लिए. फिर दूसरे टेस्ट में नहीं खेले, लेकिन तीसरे और चौथे टेस्ट में वापसी की. उन तीन टेस्ट में से दो में उन्होंने पांच विकेट लिए. जो लोग कह रहे हैं कि हम उनके बिना जीते, मेरे हिसाब से यह महज़ एक संयोग है."
उन्होंने आगे कहा, "बुमराह का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है. जो कुछ उन्होंने अब तक किया है, वह अविश्वसनीय है. बिना किसी संदेह के, मैं उन्हें किसी भी अन्य गेंदबाज़ से बेहतर मानता हूं."
सिराज ने भरी जिम्मेदारी, लेकिन बुमराह सबसे आगे (Jasprit Bumrah vs Mohammed Siraj)
बुमराह की अनुपस्थिति में मोहम्मद सिराज ने शानदार गेंदबाजी की और पांचों मैचों में खेलते हुए 23 विकेट हासिल किए. इसके बावजूद बुमराह के आंकड़े उनसे काफी आगे हैं. बुमराह ने 48 टेस्ट में 219 विकेट लिए हैं, जबकि सिराज ने 41 मैचों में 123 विकेट झटके.
सचिन ने वाशिंगटन सुंदर की तारीफ की
तेंदुलकर ने ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर की भी जमकर सराहना की. उन्होंने कहा, "जब भी वाशिंगटन ने मौका पाया, टीम के लिए योगदान दिया. दूसरे टेस्ट में उन्होंने बेन स्टोक्स को आउट कर मैच में अहम मोड़ लाया. वहीं, आखिरी टेस्ट में 53 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली. जहां टिकना था, टिके और जहां तेज़ रन चाहिए थे, वहां एक्सेलरेटर दबाया. शानदार खेल."
स्टोक्स के ड्रॉ विवाद पर भी बोले सचिन
मैनचेस्टर टेस्ट में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने भारतीय बल्लेबाज़ों को ड्रॉ का ऑफर दिया था, जिसे भारत ने ठुकरा दिया. इस पर तेंदुलकर ने कहा, "जडेजा और वाशिंगटन को अपने शतक का पूरा अधिकार था. इंग्लैंड पहले हम पर दबाव डाल रहा था, फिर जब हालात बदले तो हमें क्यों जल्दी आउट होना चाहिए? अगर इंग्लैंड अपने गेंदबाज़ों को आराम देना चाहता था, तो यह उनकी समस्या है. भारत का फैसला बिल्कुल सही था."
तेंदुलकर ने स्टोक्स की दलील को खारिज करते हुए कहा, "पांचवें टेस्ट से पहले इंग्लैंड के गेंदबाज़ों को आराम क्यों देना चाहिए? इसका कोई जवाब नहीं है. मैं पूरी तरह से भारतीय टीम के साथ हूं."