जर्मनी ने मुस्लिम इंटरएक्टिव समूह पर प्रतिबंध लगाया जो जर्मनी को खत्म कर खिलाफत स्थापित करना चाहता है. यह संगठन जर्मनी के संवैधानिक लोकतंत्र को स्वीकार नहीं करता और शरिया कानून लागू करना चाहता है. मुस्लिम इंटरएक्टिव 15 से 25 साल के जर्मनी में जन्मे मुसलमान युवाओं को सोशल मीडिया के जरिए आकर्षित करता है.