IPL 2023: इस बार दिल्ली टीम के साथ हैं कई खामियां, जाने कैपिटल्स के प्लस और माइनस

IPL 2023: ऋषभ पंत की भरपाई नहीं की जा सकती और मुख्य कोच पोंटिंग इस बात को पहले ही स्वीकार कर चुके हैं. पंत की अनुपस्थिति में टीम के पास दूसरा भारतीय विकेटकीपर नहीं है. नीलामी के समय इस बात पर ध्यान नहीं दिया गया.

विज्ञापन
Read Time: 26 mins
IPL 2023: दिल्ली को इस बार Rishbh Pant को बहुत ज्यादा कमी खलेगी
नई दिल्ली:

ऋषभ पंत (rishabh Pant) की अनुपस्थिति से दिल्ली कैपिटल्स की आगामी इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2023) में संभावनाओं को करारा झटका लगा है. और इसके साथ ही उसकी टीम में मौजूद भारतीय तेज गेंदबाजों में मारक क्षमता का अभाव भी उसके लिए चिंता का विषय है. रिकी पोंटिंग की कोचिंग वाली दिल्ली की टीम एक अप्रैल को लखनऊ सुपरजाइंट्स के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगी. मिशेल मार्श और कुलदीप यादव की शानदार फॉर्म से दिल्ली का मनोबल बढ़ा होगा, लेकिन पंत की जगह पर वह किसी अदद भारतीय खिलाड़ी का चयन नहीं कर पाया जो निश्चित तौर पर उसके टीम प्रबंधन के लिए चिंता का विषय है.

SPECIAL STORIES:

अजय जडेजा ने तीसरे वनडे में सूर्यकुमार को लेकर मैनेजमेंट की रणनीति पर उठायी उंगली, करार दिया इसे ब्लंडर

गुजरात टाइंटस के युवा ऑलराउंडर ने बताया कि क्यों मैदान पर नेतृत्व में समान दिखते हैं धोनी और हार्दिक

Advertisement

मजबूत पक्ष
दिल्ली के लिए ‘ इंपैक्ट प्लेयर' का नियम उल्टा साबित हो सकता है क्योंकि उसके अनुभवी खिलाड़ियों में कोई भी ऐसा खिलाड़ी नहीं है जो तुरुप का इक्का साबित हो सके. सच्चाई तो यह है कि दिल्ली की टीम अपने विदेशी खिलाड़ियों पर अधिक निर्भर रहेगी.  दिल्ली कैपिटल्स की टीम में तीन ऐसे विदेशी खिलाड़ी हैं जो अपने दम पर मैच का पासा पलट सकते हैं. इनमें मिशेल मार्श पावर-प्ले में अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से दिल्ली को शानदार शुरुआत दे सकते हैं. अगर वह एक या दो ओवर भी कर लेते हैं तो यह दिल्ली के लिए सोने पर सुहागा होगा.

Advertisement

डेविड वॉर्नर ने जब से आईपीएल में खेलना शुरू किया तब से शायद ही कोई ऐसा सत्र रहा होगा जबकि उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा हो। इस बीच केवल वह तब असफल रहे जब उनका सनराइजर्स हैदराबाद के प्रबंधन के साथ मनमुटाव चल रहा था. वहीं, एनरिक नॉर्किया दुनिया के सबसे खतरनाक तेज गेंदबाजों में से एक है. वह 150 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकते हैं. वह अधिकतर दिन खतरनाक साबित हो सकते हैं लेकिन छोटे मैदानों पर बल्लेबाज उनकी तेजी का सही उपयोग भी कर सकते हैं.

Advertisement


कमजोर पक्ष

ऋषभ पंत की भरपाई नहीं की जा सकती और मुख्य कोच पोंटिंग इस बात को पहले ही स्वीकार कर चुके हैं. पंत की अनुपस्थिति में टीम के पास दूसरा भारतीय विकेटकीपर नहीं है. नीलामी के समय इस बात पर ध्यान नहीं दिया गया. दिल्ली के पास फिल सॉल्ट के रूप में उपयोगी टी20 क्रिकेटर हैं जिन्हें उपमहाद्वीप में खेलने का थोड़ा अनुभव है, लेकिन विदेशी विकेटकीपर को रखने का मतलब होगा कि दिल्ली क्षेत्ररक्षण करते समय अपनी एकादश में विदेश के विशेषज्ञ गेंदबाज को नहीं रख सकता. इसलिए यह जरूरी है कि बरिंदर विवेक सिंह या लवनिथ सिसोदिया जैसे विकेटकीपर ट्रायल्स में अच्छा प्रदर्शन करें, जिससे कि दिल्ली को मुस्तिफजुर रहमान जैसे विदेशी गेंदबाज को अंतिम एकादश ने रखने का मौका मिलेगा जो डेथ ओवरों के उपयोगी गेंदबाज हैं.

Advertisement

अवसर

पृथ्वी शॉ के लिए यह सत्र कड़ी परीक्षा होगा क्योंकि उन्हें उन सब नकारात्मक धारणाओं को नष्ट करना होगा जो उनके साथ अंडर-19 टीम के दिनों से बनी हुई है. उनके समकालीन शुभमन गिल सीनियर टीम के स्टार खिलाड़ी बन चुके हैं और ऐसे में पृथ्वी इस मौके का पूरा फायदा उठाना चाहेंगे.

खतरा

दिल्ली के तेज गेंदबाजी विभाग में भारत के अच्छे खिलाड़ियों की कमी है. आवेश खान लखनऊ से जुड़ गए हैं जबकि शारदूल ठाकुर को उसने कोलकाता नाइट राइडर्स को दे दिया है. ऐसे में दिल्ली तेज गेंदबाजी विभाग में नोर्किया और मुस्तफिजुर पर निर्भर रहेगी. खलील अहमद पीठ के ऑपरेशन के बाद वापसी कर रहे हैं जबकि इशांत शर्मा अब पहले जैसे धारदार गेंदबाज नहीं रहे. इसके अलावा इंपैक्ट प्लेयर का नियम है जिसका प्रत्येक टीम अलग तरह से उपयोग करेगी लेकिन दिल्ली के पास ऐसे खिलाड़ियों की कमी है जो कि उसके लिए इस नियम का सही उपयोग करके तुरुप का इक्का साबित हो सकें. ऐसे में यह नियम दिल्ली पर विपरीत प्रभाव भी डाल सकता है.

ये भी पढ़ें-

*PAK vs AFG: अफगानिस्तान ने पहले टी20 में रचा इतिहास तो पाकिस्तान के नाम दर्ज हुआ ये शर्मनाक रिकॉर्ड

*'साल 2018 में जब धोनी ने टीम को' IPL से पहले Gavaskar ने Dhoni को लेकर कह दी ये बात

स्पोर्ट्स से जुड़ी खबर के लिए सब्सक्राइब करें NDTV Sports HIndi

Featured Video Of The Day
Myanmar Earthquake: म्यांमार में भूकंप से तबाही के बाद भारत ने भेजी मदद, क्या है Operation Brahma?