न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज विल यंग ने कानपुर के ग्रीनपार्क में खेले जा रहे पहले टेस्ट के तीसरे दिन शनिवार को मुश्किल परिस्थितियों में करियर की सर्वश्रेष्ठ 89 रन की पारी खेली. विल यंग ने बताया कि न्यूजीलैंड की अगली पीढ़ी के जो बल्लेबाज है, वह भारत की जमीन पर स्पिन को बेहतर खेलना जानते हैं. और इसके लिए उन्होंने अपने कोच गैरी स्टीड को श्रेय दिया. यंग (29 वर्ष) ने अपनी पारी के दौरान 14 बार गेंद सीमारेखा के पार करायी. उन्होंने कहा कि स्टीड के साथ अपने करियर के शुरूआती दिनों में की गयी कड़ी मेहनत ने उन्हें स्पिन गेंदों का डटकर सामना करने में मदद की.
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उन्होंने यहां ‘वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस' में कहा, ‘तीन या चार साल हो चुके हैं. मैंने उनसे कुछ साथी खिलाड़ियों के साथ भारत में स्पिन के खिलाफ बल्लेबाजी करने की कला के बारे में सीखा था.'यंग ने कैंटरबरी क्रिकेट क्लब के साथ अपनी ट्रेनिंग की याद करते हुए कहा, ‘एक समय ऐसा भी था जब गैरी और मैं करीब दो हफ्ते तक ट्रेनिंग कर रहे थे और इसमें से एक ड्रिल ऐसी थी कि मुझे फ्रंट पैड के बिना ही स्वीप करना था.
उन्होंने कहा, ‘यह गेंद स्वीप करने के बारे में था, वर्ना आपको चोट लग जायएगी. इसलिये गैरी ने मुझे यह बात बतायी थी और हां, इस पर - स्वीप शॉट - काम जारी है.' चोटिल डेवोन कोनवे की जगह टीम में शामिल किये गये यंग शतक से 11 रन से चूक गये. उनकी पारी रविचंद्रन अश्विन ने समाप्त की. अक्षर पटेल(62 रन देकर पांच विकेट) और अश्विनी की स्पिन जोड़ी ने ग्रीन पार्क की तीसरे दिन की विकेट पर न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को परेशानी में डाला.
यंग ने कहा कि पिच पर दरारें पड़नी शुरू हो गयी हैं और उनके बल्लेबाजों को असमान उछाल का सामना करने में दिक्कत हुई. उन्होंने कहा, ‘पहले दिन से ही विकेट पर थोड़ी दरारें दिख रही थीं जो अब बड़ी होनी शुरू हो गयी हैं. इस पर थोड़ा असमान उछाल भी है. मुझे लगता है कि आज हमारे बल्लेबाज इससे ही मात खा गये.'
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