India vs England 1st Test: जो. रूट की यह पारी लंबे समय तक याद रखी जाएगी.
नई दिल्ली: मेजबान भारत के खिलाफ चेन्नई में खेले जा रहे पहले टेस्ट के दूसरे दिन (Day 2) इंग्लैंड कप्तान जो रूट (Joe Root) ने दोहरा शतक जड़कर दिखा दिया कि वह किस स्तर के बल्लेबाज हैं और सीरीज के चारों टेस्ट मैचों की सभी पारियों में उनका विकेट भारतीय गेंदबाजों के लिए कितना ज्यादा बहुमूल्य होने जा रहा है. पहले दिन शुक्रवार को 128 पर नाबाद जो. रूट ने ठीक पहले दिन की तरह ही बल्लेबाजी की और भारतीयों को कोई भी मौका नहीं ही दिया. पिछले तीन टेस्ट मैचों में जो. रूट का यह दूसरा दोहरा शतक रहा और इसी के सात ही एक नहीं, बल्कि कई कारनामे रूट की झोली में जमा हो गए.
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बता दें कि जो. रूट टेस्ट इतिहास में सर डॉन ब्रेडमैन के बाद केवल दूसरे ऐसे कप्तान बन गए, जिन्होंने लगातार तीन टेस्ट मैचों में डेढ़ सौ से ऊपर की पारी खेली. जो. रूट ने अपने 100वे टेस्ट में यह कारनामा किया. लंच के समय रूट 153 रन बनाकर नाबाद थे. इससे पहले जो. रूट ने 228 और 186 रन की पारी खेली थी.
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वहीं, रूट लगातार तीसरे टेस्ट में 150 से ऊपर की पारी खेलने वाले दुनिया के सातवें बल्लेबाज बन गए हैं. उनसे पहले टॉम लैथम, कुमार संगकारा (लगातार चार बार), मुदस्सर नजर, जहीर अब्बास, डॉन ब्रेडमैन और वॉली हैमंड ने इस कारनामे को अंजाम दिया है. इसके अलावा रूट अपने 100वें टेस्ट में डेढ़ से ऊपर का स्कोर बनाने वाले सिर्फ दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं. उनसे पहले पाकिस्तान के इंजमाम उल हक ने साल 2005 में अपने 100वें टेस्ट में बेंगलुरु में 184 रन बनाए थे.
इस पहलू से जानिए रूट का स्तर
जो. रूट ने 20 टेस्ट शतक जड़े हैं. इसमें उनके पचास प्रतिशत शतकों का स्कोर डेढ़ सौ से ऊपर का रहा है, तो पच्चीस प्रतिशत स्कोर दो सौ से ऊपर के रहे हैं. इससे रूट के स्तर का पता चलता है. मतलब यह है कि एक बार रूट ने शतक जड़ दिया, तो फिर उनके पैर अंगद के पैर बन जाते हैं. इसके बाद या तो डेढ़ सौ बनता है या फिर दो सौ.
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