IND vs ENG: "मैंने देखा कि भारतीय स्पिनरों ने..." बेन स्टोक्स ने जीत के बाद दिया बड़ा बयान, बताया कैसे पलटी हारी हुई बाजी

IND vs ENG 1st Test: इस टेस्ट की शुरुआत से कई दिग्गजों ने कहा था कि इंग्लैंड का बैजबॉल, भारतीय परिस्थितियों में और भारतीय स्पिनर्स के सामने घुटने टेक देगा. मैच के शुरुआती दो दिनों में ऐसा ही दिखा, लेकिन इंग्लैंड ने हार नहीं मानी और आखिर में मैच अपने नाम किया.

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Ben Stokes Big Statement: इंग्लैंड ने हैदराबाद में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में हारी हुई बाजी पलट दी और भारत को मैच के चौथे दिन 28 रनों से हराकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई. इंग्लैंड के लिए मैच में जीत के हीरो रहे ओली पोप जिन्होंने मेहमान टीम के लिए दूसरी पारी में तेजी से रन बटोरते हुए 196 रन बनाए और ड्राइविंग सीट पर बैठी टीम इंडिया को बैकफुट पर धकेल दिया. इस मैच में टेस्ट डेब्यू कर रहे टॉम हार्टले ने दूसरी पारी में 7 विकेट झटके और टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई. इस टेस्ट की शुरुआत से कई दिग्गजों ने कहा था कि इंग्लैंड का बैजबॉल, भारतीय परिस्थितियों में और भारतीय स्पिनर्स के सामने घुटने टेक देगा. मैच के शुरुआती दो दिनों में ऐसा ही दिखा, लेकिन इंग्लैंड ने हार नहीं मानी और आखिर में मैच अपने नाम किया. वहीं इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने मैच के बाद बताया कि आखिर उनकी टीम ने कैसे हारी हुई बाजी पलटी.

इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने हैदराबाद टेस्ट में जीत के बाद पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में कहा,"जब से मैंने कप्तानी संभाली है, एक टीम के रूप में हमारे पास कई शानदार पल हैं. हमने कई शानदार जीत हासिल की हैं, हम कुछ अद्भुत खेलों का हिस्सा रहे हैं. हम कहां हैं और हम किसके खिलाफ खेल रहे थे, यह जीत शायद, 100 फीसदी निश्चित रूप से, हमारी सबसे बड़ी जीत है. एक कप्तान के तौर पर मैं पहली बार यहां आया हूं. मैं खेल का एक महान ऑवजर्वर हूं. मैंने मैदान पर अपनी पहली पारी से बहुत कुछ सीखा. मैंने देखा कि भारतीय स्पिनरों ने किस तरह से संचालन किया, रोहित ने किस तरह से फील्डिंग सेट की और उसमें से बहुत कुछ हमारी पारी में लाने की कोशिश की. हर किसी के लिए बिल्कुल रोमांचित हूं. टॉम हार्टले ने डेब्यू पर नौ विकेट हासिल किए, ओली पोप कंधे की सर्जरी के बाद वापस आए हैं, सभी का अविश्वसनीय प्रयास. टॉम पहली बार टीम में आये हैं. उन्हें बहुत सारा भरोसा दिया. चाहे कुछ भी हो जाए, मैं उसे लंबे समय तक मौका देने को तैयार था क्योंकि मुझे पता था कि किसी बिंदु पर मुझे उसके पास वापस जाना होगा."

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बेन स्टोक्स ने आगे कहा,"हमने जिन लोगों को चुना है हम उनका पूरा समर्थन करते हैं. मैं इतना भाग्यशाली रहा हूं कि मुझे उपमहाद्वीप में कई टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला. वही जो रूट, मैंने उनकी कुछ बेहद खास पारियां देखी हैं. लेकिन जिस स्थिति में हमने खुद को पाया, वह नंबर- 3 पर आ गया, उसने जो शॉट खेले, इतने कठिन विकेट पर 190 रन, वह स्वीप शॉट और रिवर्स-स्वीप के साथ मैदान में हेरफेर करने में सक्षम था, जिस तरह से वह स्ट्राइक रोटेट करने में सक्षम था, मुझे लगता है कि यह अब तक खेली गई सबसे महान पारी है एक इंग्लिश बल्लेबाज द्वारा उपमहाद्वीप में. यदि आप हार जाते हैं, तो आप सुबह उठते हैं, आप अभी भी जीवन में अच्छी सफलता प्राप्त कर रहे हैं, अभी भी सांस ले रहे हैं, इसके बाद आपको चार और गेम मिलेंगे. मैं असफलता से नहीं डरता, मैं बस इतना करना चाहता हूं कि जो कोई भी इस टीम में शामिल होने के लिए खुद को भाग्यशाली पाता है उसे प्रोत्साहित करना चाहता हूं."

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बात अगर मैच की करें तो ओली पोप (196 रन) के जोशीले शतक के बाद पदार्पण कर रहे बायें हाथ के स्पिनर टॉम हार्टले (62 रन देकर सात विकेट) के जादुई स्पैल से इंग्लैंड ने रविवार को पहले टेस्ट के चौथे दिन भारत पर 28 रन की यादगार जीत से पांच मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त हासिल की. इंग्लैंड ने भारत को जीत के लिए 231 रन का लक्ष्य दिया. लेकिन हार्टले की फिरकी के जाल में फंसकर मेजबान टीम चौथे दिन दूसरी पारी में 69.2 ओवर में 202 रन पर सिमट गयी.

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घरेलू टेस्ट में 2013 के बाद यह भारत की चौथी हार है. लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत का रवैया पोप के रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा की गेंदबाजी से निपटने के तरीके से बिल्कुल विपरीत था. भारत के दोनों अनुभवी स्पिनर पिच पर कभी भी खतरनाक नहीं दिखे और इंग्लैंड ने दूसरी पारी में काफी रन बटोर लिये. इससे पहले इंग्लैंड ने कल के स्कोर छह विकेट पर 316 रन से आगे खेलना शुरू किया और पोप की बदौलत दूसरी पारी में 420 रन बनाये जिससे उन्हें काफी अच्छी बढ़त मिली.

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यह हार भारत को गहरा घाव देगी क्योंकि टीम 25 साल के लंकाशर के ऐसे गेंदबाज के सामने ढह गयी जिसे मिलाकर केवल तीन अंतरराष्ट्रीय मैच का अनुभव है. पिच पर काफी टर्न और वैरिएबल उछाल मौजूद था लेकिन भारतीय बल्लेबाज इससे निपट नहीं सके. शुभमन गिल (0), यशस्वी जयसवाल (15) और श्रेयस अय्यर (13) अपनी ही असमक्षता से आउट हुए.

जायसवाल सिली प्वाइंट पर पोप को कैच देकर लौटे. दो गेंद बाद ही गिल भी लौट गए जो खाता भी नहीं खोल पाये. इस बार भी कैच सिली प्वाइंट पर पोप ने लपका. हार्टले ने रोहित शर्मा (39 रन)  को एलडीडब्लयू आउट करके तीसरा विकेट लिया. इसके बाद केएल राहुल और अक्षर पटेल ने संभलकर खेला और चाय तक कोई विकेट नहीं गंवाया. हार्टली का सामना करने के लिये श्रेयस अय्यर के ऊपर अक्षर को भेजा गया. लेकिन चाय के ब्रेक के बाद अक्षर को हार्टले ने अपनी ही गेंद पर कैच आउट किया. राहुल (22) एक और प्रभावी पारी खेलने की ओर बढ़ रहे थे लेकिन जो रूट की गेंद पर एलडीडब्लयू आउट हुए.

रविंद्र जडेजा तेजी से एक रन लेने के बाद इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स के सीधे थ्रो से रन आउट हो गये. वह हैमस्ट्रिंग को पकड़कर चल रहे थे जो भारतीय खेमे के लिए चिंता का विषय हो सकता है.  लंच तक भारत ने तीन विकेट गंवाये थे और अंतिम सत्र में तीन विकेट गंवाने के बाद रविचंद्रन अश्विन (28) और केएस भरत (28) ने आठवें विकेट के लिए 58 रन की भागीदारी निभाकर उम्मीद जगायी. लेकिन हार्टले ने पहले केएस भरत और उसके बाद अश्विन को आउट किया. भारत को नौंवा झटका 177 के स्कोर पर लगा था, लेकिन इसके बाद मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह ने अंत तक संघर्ष किया और टीम इंडिया की डूबती नैय्या पार लगाने की कोशिश करते रहे. हालांकि, अंत में सिराज आउट हुए और भारत को 28 रनों से हार का सामना करना पड़ा.

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