Pat Cummins on Yashasvi Jaiswal's controversial dismissal: ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने सोमवार को मेलबर्न टेस्ट में दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के विवादास्पद आउट होने पर अपने विचार साझा किए हैं और कहा कि उन्होंने एक आवाज सुनी थी और गेंद का डेविएशन देखा था. ऑस्ट्रेलिया ने मेलबर्न टेस्ट में भारत पर 184 रनों की जीत हासिल की. इस जीत के साथ ही मेजबान ने सीरीज में 2-1 की बढ़त ले ली. साथ ही लॉर्ड्स में होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए क्वालीफाई करने की भारत की संभावनाएं को करारा झटका दिया है.
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज के चौथे टेस्ट के अंतिम दिन यशस्वी जायसवाल के आउट होने पर तीसरे अंपायर शरफुद्दौला के फैसले ने क्रिकेट जगत को विभाजित कर दिया है. यह विवादास्पद फैसला 71वें ओवर की पांचवीं गेंद पर हुआ, जब जायसवाल ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस की गेंद पर पुल शॉट लगाने की कोशिश की. ऑस्ट्रेलिया ने इसके बाद आउट की अपील की, लेकिन मैदानी अंपायर ने इसे खारिज कर दिया. कमिंस ने मैदानी अंपायर के फैसले को रिव्यू करने का फैसला लिया और यहीं पर यह विवादास्पद मौका आया.
रीप्ले में ऐसा दिखा कि गेंद विकेटकीपर एलेक्स कैरी के पास जाते समय डिफ्लेक्ट हुई, लेकिन स्निकोमीटर में कोई हलचल नहीं दिखी जब गेंद जायसवाल के दस्तानों के पास से गई थी. तीसरे अंपायर को लगा कि गेंद का यह डिफ्लेक्श काफी है जिससे जायसवाल को आउट करार दिया जाए और उन्होंने मैदानी अंपायर से निर्णय पलटने को कहा.
यशस्वी जायसवाल ने 208 गेंदों पर 40.38 की स्ट्राइक रेट से 84 रन बनाए. उन्होंने सोमवार को क्रीज पर रहते हुए 8 चौके लगाए. मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कमिंस ने कहा कि यह साफ था कि यशस्वी जायसवाल ने गेंद को हिट किया था. ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा कि स्निकोमीटर पर किसी को भी पूरा भरोसा नहीं है.
कमिंस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,"मुझे लगता है कि यह बिल्कुल स्पष्ट था कि उन्होंने गेंद को मारा. एक आवाज सुनी और डिफ्लेक्शन देखा, इसलिए यह पूरी तरह से निश्चित था कि उन्होंने गेंद को मारा. जैसे ही हमने रेफर किया, आप उसे (यशस्वी जायसवाल) अपना सिर नीचे झुकाते हुए देख सकते थे और मूल रूप से स्वीकार कर सकते थे कि उन्होंने गेंद को मारा है. स्क्रीन पर, आप देख सकते हैं कि उन्होंने गेंद को मारा है. अल्ट्रा-एज, मुझे नहीं लगता कि किसी को भी इस पर पूरा भरोसा है और वास्तव में बहुत कुछ नहीं दिखाया गया है, लेकिन सौभाग्य से, यह दिखाने के लिए पर्याप्त अन्य सबूत हैं कि यह स्पष्ट रूप से ऊपर था."
मेलबर्न टेस्ट के पांचवें दिन ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 340 रनों का लक्ष्य दिया. मेहमान टीम के पास पूरा दिन था, जिससे वो मैच को जीत सके या फिर गेम को ड्रॉ करा सके. लेकिन भारतीय बल्लेबाजी एक बार फिर लड़खड़ा गई. भारतीय टीम ने दूसरे दिन टी ब्रेक तक सिर्फ 3 विकेट खोए थे और लग रहा था कि भारत यह मैच आसानी से ड्रॉ करवा लेगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने जबरदस्त वापसी की और मैच के आखिरी सेशन में सात विकेट झटके. ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ी के आगे भारत 80वें ओवर में 155 रनों पर ढेर हो गया. बल्ले और गेंद दोनों से शानदार प्रदर्शन के बाद पैट कमिंस को 'प्लेयर ऑफ द मैच' चुना गया.