IND vs AUS: भारतीय टीम ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच से पूर्व अभ्यास पिचों पर असंतोष जताया और रोहित शर्मा के घुटने पर लगी चोट के लिए पिच के असमान उछाल को जिम्मेदार ठहराया है लेकिन एमसीजी (MCG) के क्यूरेटर मैट पेज ने पिचों का बचाव करते हुए कहा कि इसमें ‘मानक प्रोटोकॉल' का पालन किया गया. सहायक स्टाफ के सदस्य दयानंद गरानी के थ्रोडाउन को खेलने की कोशिश करते हुए रोहित के बाएं घुटने में सूजन आ गई और उन्होंने इसके बाद रविवार को नेट पर अभ्यास नहीं किया. टीम ने सोमवार को अभ्यास नहीं करने का फैसला किया. पता चला कि रात को कप्तान के पैर की सूजन पर बर्फ लगानी पड़ी और टीम के ‘थिंक टैंक' ने इसके लिए पिच के असमान उछाल को जिम्मेदार ठहराया. भारतीय टीम ने दो महीने पहले अपना ट्रेनिंग कार्यक्रम भेजा था लेकिन एमसीजी क्यूरेटर टेस्ट मैच से तीन दिन पहले ही नई अभ्यास पिच देने की मानक संचालन प्रक्रिया पर अड़े रहे. चौथा टेस्ट 26 दिसंबर से शुरू होगा.
क्या ऑस्ट्रेलिया खेल रहा माइंड गेम, ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने कोहली का कहा 'बुली
बता दें कि इस समय सीरीज 1-1 की बराबरी पर है. ऐसे में सीरीज का चौथा टेस्ट मैच दोनों टीमों के लिए काफी अहम है. यही कारण है कि बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच शुरू होने से पहले ऑस्ट्रेलिया की ओर से माइंड गेम का आगाज हो गया है. इसका पहला उदाहरण उस समय देखने को मिला, जब कोहली और ऑस्ट्रेलियाई महिला पत्रकार के बीच एयरपोर्ट पर तस्वीर को लेकर बहस हो गई थी. जिसके बाद फिर कोहली पर बयानबाजी शुरू हो गई. बाद में ऑस्ट्रेलियाई 'नाइन स्पोर्ट्स' के पत्रकार ने विराट को 'बुली' तक कह दिया था.
जडेजा प्रेस कॉन्फ्रेंस विवाद
कोहली और महिला पत्रकार के बीच विवाद के बाद दूसरा विवाद उस समय सामने आया जब जडेजा ने भारत के अभ्यास सत्र के बाद प्रेस से बात की. प्रेस कॉन्फ्रेंस के खत्म होने के तुरंत बाद ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार ने जडेजा पर आरोप लगाया कि जड्डू ने प्रेस से हिन्दी में बात की और जवाब भी हिन्दी में दिया. उनका मानना था कि जब मैंने उनसे सवाल किया तो उन्होंने उनका जवाब इंग्लिश में न देकर हिन्दी में दे दिया. वहीं, भारत के मीडिया मैनेजर ने यह समझाने का प्रयास किया कि प्रेस कॉन्फ्रेंस मुख्य रूप से भारतीय मीडिया के लिए आयोजित की गई थी न कि ऑस्ट्रेलियाई मीडिया के लिए. लेकिन ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार यह मानने को तैयार नहीं था.
जडेजा प्रेस कॉन्फ्रेंस विवाद के बीच ऑस्ट्रेलिया के साथ मीडिया मैच का बहिष्कार किया
भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई मीडिया के बीच निर्धारित प्रेस मैच को रद्द कर दिया गया, क्योंकि कथित तौर पर भारतीय मीडिया ने ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा से जुड़े प्रेस कॉन्फ्रेंस विवाद के बाद पहले से तय मैच का बहिष्कार किया. द एज की एक रिपोर्ट में कई स्रोतों के हवाले से बताया गया कि मेलबर्न के जंक्शन ओवल में रविवार को होने वाला टी20 मैच रद्द कर दिया गया, क्योंकि भारतीय टीम के मीडिया मैनेजर ने इसमें भाग नहीं लेने का फैसला किया, इस फैसले के कारण यात्रा करने वाले मीडिया दल के कई सदस्यों ने भी नाम वापस ले लिया, जिससे औपचारिक मैच आयोजित करना असंभव हो गया.
अभ्यास पिच को लेकर मचा बवाल
मेलबर्न टेस्ट मैच से पहले पिच को लेकर बवाल मचा हुआ है. भारतीय टीम को प्रैक्टिस के लिए वैसी पिच नहीं दी गई जिसपर गति उछाल वाली हो और पिच तेज गति वाली हो. भारतीय खेमा इसको लेकर नाखुश है. बता दें कि ऑस्ट्रेलियाई टीमको प्रैक्टिस के लिए नई पिचें मुहैया कराई गई थी. दरअसल, ऐसा माना जा रहा है कि भारतीय टीम के लिए जानबूझकर ऐसी पिचें अभ्यास के लिए दी गई जिससे उनका अभ्यास प्रभावित हो और वो सही तरीक से मेलबर्न टेस्ट के लिए तैयारी न कर पाएं.
मेलबर्न की पिच को लेकर क्यूरेटर ने क्या कहा
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड) के क्यूरेटर मैट पेज ने पिच को लेकर बयान दिया है और कहा है कि, "एमसीजी में पर्थ की तरह उछाल या गाबा की तरह सीम मूवमेंट नहीं होगी लेकिन फिर भी छह मिमी घास के कारण पिच तेज गेंदबाजी के लिए अनुकूल होगी। पेज ने कहा कि इतनी दरारें नहीं बनेंगी कि स्पिनरों को मदद मिले." पेज ने कहा, ‘‘सात साल पहले पिच काफी सपाट थी, हम एक रोमांचक मुकाबला और रोमांचक टेस्ट मैच चाहते हैं इसलिए हम अधिक घास छोड़ेंगे जो गेंदबाजों की भूमिका बनाता है. ''उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन नई गेंद के पुराना होने के बाद यह बल्लेबाजी के लिए अच्छा होगा। हम छह मिमी घास रखेंगे और हम देखेंगे कि चीजें कैसी रहती हैं. '
जसप्रीत बुमराह को मिलेगा फायदा
पेज ने बुंमराह को लेकर बात की और कहा ‘‘यहां आने पर सभी तेज गेंदबाज उत्साहित होते हैं, हालांकि यह पर्थ और ब्रिसबेन जितना तेज विकेट नहीं है लेकिन हम इसे तेज गेंदबाजी के अनुकूल बनाने में सफल रहे हैं." रविंद्र जडेजा विदेशी परिस्थितियों में बल्लेबाजी ऑलराउंडर की भूमिका अधिक निभाते हैं और पेज ने कहा कि स्पिनरों के लिए बहुत मदद नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘स्पिनरों की मदद के लिए पिच नहीं टूटेगी और अगर आप पिछले चार से पांच वर्षों में लंबे प्रारूप के मुकाबले देखें तो आप देखेंगे कि यह स्पिन की तुलना में तेज गेंदबाजी के लिए अधिक अनुकूल रहा है. ''
मेलबर्न में कैसा है भारत का रिकॉर्ड
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर भारत ने अबतक 1948 से लेकर 2000 तक 14 मैच खेले है जिसमें 4 में जीत और 8 में भारत को हार का सामना करना पड़ा है. भारत ने इस मैदान पर सबसे पहले 1977 में जीत मिली थी. वहीं, 1981 में भारत को इस मैदान पर दूसरी जीत मिली थी. इसके बाद तीसरी जीत के लिए भारत को 37 सालों का इंतजार करना पड़ा था. 2018 में भारत को इस मैदान पर अपनी तीसरी जीत मिली थी. वहीं, 2020 में भारत को शानदार जीत इस मैदान पर मिली थी.
(भाषा के इनपुट के साथ)