"मैं अगले 3 साल और खेल सकता था, लेकिन...", एकदम दिल से बोले दिनेश कार्तिक

Dinesh Karthik: पिछले दिनों आईपीएल में अपना आखिरी मैच खेलने वाले दिनेश कार्तिक ने टूर्नामेंट के बाद पहली बार अपने विचार रखे

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Dinesh Kathik: पिछले दिनों आईपीएल के साथ ही दिनेश कार्तिक को करीब दो दशक का करियर खत्म हो गया
नई दिल्ली:

हाल ही में खत्म हुई इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2024) में भारत के दिग्गज क्रिकेटर दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) का करियर खत्म हो गया. कार्तिक को निश्चित रूप से भारत का दिग्गज क्रिकेटर कहा जा सकता है. साल 2004 में करियर के आगाज से लेकर जिस तरह उन्होंने अपने करियर को सजाया, संवारा, वह आसान काम नहीं है. अब आईपीएल खत्म होने के बाद कार्तिक ने कई अहम विषयों पर अपने विचार रखे हैं. 

कार्तिक तब 36 के थे, लेकिन किया यह ऐसाा धमाका कि सेलेक्टर विश्व कप टीम में चुनने को मजबूर हो गए

कार्तिक ने एक अग्रणी वेबसाइट से बातचीत में एक सवाल के जवाब में कहा कि मैं बहुत ज्यादा व्यस्त होने जा रहा हूं. घर पर काफी कुछ होना है. कई शादियां हैं. आप खेल से खुद को अलग होने के बाद प्लान भी करते हो, लेकिन कभी-कभी फीलिंग तो आती हैं. अब नई दुनिया से दो चार होना पूरी तरह से बाकी है. अभी मामला थोड़ा भावनात्मक, तो थोड़ा राहत जैसा है. राजस्थान के खिलाफ आखिरी मैच के बाद कैसा महूसस हो रहा, पर दिनेश बोले कि चेन्नई के खिलाफ लीग मैच के बाद बहुत ही ज्यादा मानसिक रूप से तैयार था. जब लीग चरण खत्म हुआ, तो रोमांचित, खुश और आभारी था. राजस्थान के  खिलाफ मैच एकदम जल्द आ गया, लेकिन कुल मिलाकर मिश्रित एहसास है

आईपीएल में कई मैचों में रोहित के स्टंप में आवाज पकड़ी गई-"अभी विश्व कप खेलना है', तो वहीं धोनी 40 के पार होने पर भी खेल रहे हैं, तो क्या आपने खेलना जारी रखने पर विचार किया, पर कार्तिक ने कहा कि मुझे लगता है कि शारीरिक तौर मैं अगले तीन साल तक खेलने के लिए पूरी तरह फिट हूं. खासौतर पर पर इंपैक्ट प्लयेर रूल को देखते हुए  क्योंकि इससे खासा आसान हो जाता है. क्रिकेट खेलने के संदर्भ मुझे लगता कि मैं तीन साल और खेल सकता था. मेरे जीवन में ज्यादा मुद्दे नहीं हैं. पिछले तीन दशक में मैंने चोट के कारण कोई मैच नहीं गंवाया. इस लिहाज से ईश्वर की बड़ी कृपा रही है. 

कार्तिक ने कहा कि लेकिन यहां मानसिक पहलू था कि क्या टूर्नामेंट आगे बढ़ने की सूरत में मैं समान ऊर्जा से खेल पाऊंगा, क्या अगर मैं इतने मैच नहीं खेलूंगा, तो क्या यह ठीक रहेगा. इस विकेटकीपर ने कहा कि जो कुछ भी मैं करता हूं, तो मैं उसमें बहुत ज्यादा विश्वास करता हूं. मैं अपना शत-प्रतिशत देने की कोशिश करता हूं और सर्वश्रेष्ठ होने में जो भी मैं कर सकता हूं, करता हूं. और मैं सोचा कि यहां से एक तय संख्या में मैच खेलना मुश्किल होने जा रहा है. 

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