केएल राहुल ने अफगानिस्तान के खिलाफ मैच में अर्धशतक बनाया था (फाइल फोटो)
खास बातें
- दो साल में केवल 13 वनडे मैच ही खेल पाए हैं राहुल
- बोले-जो भी मौका मिले, उसका सर्वश्रेष्ठ प्रयोग करना है
- टीम में एक-एक स्थान के लिए है कड़ा मुकाबला
दुबई: टीम इंडिया के प्रतिभावान बल्लेबाजों में से एक केएल राहुल ने इस बात पर अफसोस जताया है कि वर्ष 2016 में पदार्पण करने के बाद से लेकर अब तक वह केवल 13 वनडे ही खेल पाए हैं. उन्होंने स्वीकार किया टीम में एक-एक स्थान के लिए मुकाबला बेहद कड़ा है और ऐसे में वह चुपचाप बैठे नहीं रह सकते हैं. राहुल ने एशिया कप में अफगानिस्तान के खिलाफ टाई छूटे मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘मैं जानता हूं कि मुझे अपने खेल पर काम करना है. जैसी भी स्थिति हो मुझे उसका सर्वश्रेष्ठ उपयोग करना है. कई बार यह निराशाजनक होता है लेकिन जिस तरह की प्रतिस्पर्धा है उसमें किसी का भी स्थान पक्का नहीं है.’
Asia Cup 2018: धोनी ने फिर साबित किया, DRS के मामले में वे हैं बेजोड़, देखें VIDEO
उन्होंने कहा, ‘इसलिए आपको अपनी बारी का इंतजार करना होता है. आपको धैर्य बनाये रखकर कड़ी मेहनत करनी होती है. जब मैं खेल नहीं रहा होता हूं तो मैं चुपचाप बैठकर खीझ सकता हूं कि मैं क्यों नहीं खेल रहा हूं, लेकिन मैं उस समय का उपयोग अपनी फिटनेस और खेल सुधारने में करता हूं.’
वीडियो: मैडम तुसाद म्यूजियम में विराट कोहली
राहुल का वनडे करियर भले ही 13 मैच का हो लेकिन वह बल्लेबाजी क्रम में चार भिन्न स्थानों पर बल्लेबाजी कर चुके हैं. इनमें से सात बार वह पारी का आगाज करने के लिये उतरे. राहुल ने कहा कि शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी करने में वह सहज महसूस करते हैं. उन्होंने कहा, ‘बल्लेबाजी क्रम में विभिन्न स्थानों पर खेलना चुनौतीपूर्ण है. मैं जूनियर क्रिकेट से ही शीर्ष क्रम में खेलता रहा हूं और यह मेरे लिये सबसे सहज स्थान है.’ राहुल ने कहा, ‘‘लेकिन टीम वाले खेल में आपको को लचीला होना पड़ता है तथा टीम को आपको जो भी जिम्मेदारी सौंपे उसे स्वीकार करके अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होता है. दुर्भाग्य से मध्यक्रम में मुझे जो मौके मिले वह मेरे लिये अनुकूल नहीं रहे.’ (इनपुट: एजेंसी)