ओली रॉबिनसन (Ollie Robinson) को 2012-13 में आपत्तिजनक ट्वीट के लिये निलंबित किये जाने के बाद बटलर और मोर्गन के ट्वीट की भी सोशल मीडिया पर चर्चा होने लगी थी. वहीं, अब भारत के पूर्व विकेटकीपर फारुख इंजीनियर (Farokh Engineer) ने खुलासा किया है कि उन्हें भी इंग्लैंड में नस्लवाद का सामना करना पड़ा था. इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान भारतीय पूर्व विकेटकीपर ने इस बात का खुलासा किया कि कैसे उन्हें भारत का होने के कारण इंग्लैंड में उनके ऊपर नस्लवादी टिप्पणियां की गई थी. पूर्व भारतीय विकेटकीपर ने कहा है कि रॉबिन्सन के मामले में इंग्लैंड बोर्ड ने जो कदम उठाया है उसका मैं तहे दिल से स्वागत करता हूं. ऐसी नस्लवादी टिप्पणियां करने पर यकीनन वह सजा के पात्र हैं.
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फारुख इंजीनियर ने आगे कहा कि, 'जब वह लंकाशायर में शामिल हुए तो उन्हें कुछ मौकों पर नस्लवादी टिप्पणियों का सामना करना पड़ा क्योंकि वह "भारत से थे" और वे "उनके उच्चारण का मजाक उड़ाते थे.' पूर्व भारतीय विकेटकीपर ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए अपने इंटरव्यू में आगे कहा कि, 'जब मैं पहली बार काउंटी क्रिकेट में आया, तो 'वह भारत से है?' जैसे सवालिया निशान उनके ऊपर थे, मैं लंकाशायर में शामिल हुआ तो मुझे एक या दो बार इसका (नस्लवादी टिप्पणियों का) सामना करना पड़ा था. कुछ भी बहुत व्यक्तिगत नहीं है, लेकिन सिर्फ इसलिए कि मैं भारत से था।, वो मेरे उच्चारण का मजाक बनाते थे.'
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उन्होंने अपने बयान में आगे ये भी कहा, मुझे लगता है कि मेरी अंग्रेजी वास्तव में अधिकांश अंग्रेजों से बेहतर है, इसलिए जल्द ही उन्हें एहसास हुआ कि आप फारुख इंजीनियर के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते हैं. मैं उन्हें सीधा जवाब देता था. मैंने खुद को अपने बल्ले और दस्तानों से साबित किया, मुझे इसपर गर्व था. मैंने भारत को देश के राजदूत के रूप में मानचित्र पर रखा था.
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आईपीएल के कारण वो अब महारे तलवे चाट रहे हैं
फारूख इंजीनियर ने आईपीएल में विदेशी खिलाड़ियों के खेलने पर भी कहा कि, ऐसा होने से काफी कुछ बदला है. कुछ साल पहले तक हम सब उनके लिए 'ब्लडी इंडियंस' थे, अब एक बार जब आईपीएल शुरू हुआ तो वे सब तलवे चाट रहे हैं. मुझे हैरानी होती है कि सिर्फ पैसों की वजह से वे अब हमारे जूते चाट रहे हैं. लेकिन मेरे जैसे लोग जानते हैं कि शुरू में उनका असली रंग क्या था. अब उन्होंने अचानक अपनी धुन बदल दी. उन्होंने पैसों के चक्कर में अपना रवैया पूरी तरह बदल लिया है. इंग्लिश खिलाड़ियों को लगता है कि भारत में पैसे कमाए जा सकते हैं. फिर चाहें वो कॉमेंट्री या टीवी शो के जरिए ही क्यों ने हो.