NDTV ने सबा करीम से की खास बातचीत
- एशेज श्रृंखला से पहले सबा करीम ने साझा किए अपने विचार
- इसलिए ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं की जमकर की सराहना
- आठ दिसंबर से शुरू हो रहा है 'द एशेज'
ऑस्ट्रेलिया (Australia) और इंग्लैंड क्रिकेट टीम (England Cricket Team) के बीच आगामी आठ दिसंबर से प्रतिष्ठित श्रृंखला 'द एशेज' की शुरुआत हो रही है. इस ऐतिहासिक श्रृंखला से पहले दोनों ही टीमें मैदान में एक दूसरे को पटखनी देने के लिए जमकर पसीना बहा रही हैं. इसी कड़ी में एक खास बातचीत के दौरान देश के 54 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर सबा करीम (Saba Karim) से श्रृंखला के बारे में बातचीत की गई. इस दौरान पूर्व क्रिकेटर ने आगामी श्रृंखला को लेकर अपने विचार साझा किए. बता दें आगामी श्रृंखला के लिए सबा करीम कमेंटेटर की भूमिका में नजर आने वाले हैं. उनसे जब इस श्रृंखला के बारे में पूछा गया कि इस बार 'द एशेज' में कौन सी टीम का पलड़ा भारी रहेगा तो पूर्व दिग्गज क्रिकेटर ने मेजबान टीम का नाम लिया. उनका मानना है कि ऑस्ट्रेलिया में इस बार श्रृंखला आयोजित हो रही है तो उनका ही पलड़ा भारी रहेगा. उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में टीम कुछ कंट्रोवर्सी का शिकार रही है, टीम में परिवर्तन भी देखें जा रहे हैं लेकिन ऑस्ट्रेलियाई कंडीशन में वह मुझे काफी सशक्त टीम नजर आ रही है.
वहीं इंग्लैंड के बल्लेबाजी क्रम के बारे में बात करते हुए कहा मुझे इंग्लैंड की बल्लेबाजी थोड़ी कमजोर नजर आ रही है. हालांकि टीम में जोस बटलर और बेन स्टोक्स के आने से टीम की बल्लेबाजी क्रम थोड़ी मजबूत हुई है. लेकिन अंततः मैं कहना चाहूंगा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम इंग्लैंड क्रिकेट टीम से इस श्रृंखला में आगे है.
वहीं जब उनसे पैट कमिंस के कप्तानी के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने अपने जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम के इस फैसले की जमकर सराहना की. उन्होंने कहा यह टीम द्वारा लिया गया एक पॉजिटिव सोच है. इससे पहले वह टीम में उपकप्तानी का जिम्मा संभालते थे. कमिंस ने अपनी टीम की जीत में अबतक अपना शानदार योगदान दिया है.
इसके अलावा उन्होंने कहा वह एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिनकी टीम में जगह पक्की है. चयनकर्ताओं को लगता है कि कप्तानी के साथ उनके प्रदर्शन में और निखार आएगा. पूर्व क्रिकेटर ने कहा वह मौजूदा समय में नंबर वन विकेटटेकिंग गेंदबाज हैं. इसके अलावा वह निकले क्रम में बल्लेबाजी से भी टीम के लिए खास योगदान देते हैं. कमिंस के इसी ऑलराउंड प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें यह खास जिम्मेदारी सौंपी गई है.
इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर मैट प्रायर ने हाल ही में कहा था कि मौजूदा समय में इंग्लैंड के पास गेंदबाजों की एक शानदार फौज है जो साल 2010-2011 की शानदार इतिहास दोहराने की दमखम रखती है. दरअसल इंग्लैंड की टीम ने पिछली बार साल 2010-2011 में ऑस्ट्रेलियाई टीम को ऑस्ट्रेलिया में शिकस्त देते हुए एशेज पर अपना कब्जा जमाया था. पूर्व इंग्लिश खिलाड़ी ने इस दौरान यह भी कहा कि ऑस्ट्रेलिया में अगर इंग्लैंड क्रिकेट टीम को जीत हासिल करनी है तो उनके बल्लेबाजों को एक खास रोल निभाना होगा.
सबा करीम से जब इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने अपना विचार साझा करते हुए कहा हां इंग्लैंड के बल्लेबाजों को रन बनाना होगा. इसके अलावा उन्होंने इंग्लैंड के दो प्रमुख अनुभवी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड के बारे में बात करते हुए कहा ये दोनों गेंदबाज काफी अनुभवी हैं. लेकिन ये दोनों ही खिलाड़ी अपने करियर के आखिरी चरण में चल रहे हैं.
इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि ये दोनों खिलाड़ी लगातार टीम के लिए खेल नहीं खेल पा रहे हैं. उन्हें बीच बीच में ब्रेक देना पड़ रह है. इसलिए मैं वो धार नहीं देख पा रहा हूं जो इंग्लैंड क्रिकेट टीम में होनी चाहिए. उन्होंने कहा की इंग्लैंड में ज्यादातर खिलाड़ी स्विंग गेंदबाज है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में गेंदबाजों को हार्ड लेंथ पर गेंदबाजी करने की जरूरत होती है.
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बता दे भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को उनकी ही सरजमीं पर धुल चटाई थी. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया को उसकी घर में मात देना नामुनकिन नजर नहीं आता. उनसे जब पूछा गया कि क्या इंग्लैंड भी यह कारनामा सकती है तो उन्होंने कहा यह इतना भी आसान नहीं होने वाला है. उन्होंने कहा जिस तरह से भारतीय गेंदबाजों और बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलिया में उम्दा प्रदर्शन किया था अगर वैसा ही इंग्लैंड भी करने में कामयाब होती है तो वह सफलता जरुर हासिल कर सकती है. लेकिन इंग्लैंड टीम को इसके लिए कड़ी मेहनत करनी हो. उम्मीद है इंग्लिश खिलाड़ी भारतीय खिलाड़ियों का पुराना वीडियो देखकर उसी हिसाब से तैयारी कर रहे होंगे.