दुनिया का सबसे 'कंजूस' गेंदबाज, जिसने लगातार 21 ओवर डाले मेडन, 60 साल से नहीं टूटा वर्ल्ड रिकॉर्ड

Bapu Nadkarni Story: क्या आपने कभी सोचा है कि कोई गेंदबाज टेस्ट की एक पारी में लगातार गेंदबाजी करते हुए कितनी ओवर मेडल डाल सकता है. अगर नहीं तो आपको यह जानकर हैरानी होगा कि विश्व क्रिकेट में एक ऐसा गेंदबाज है जिसने एक नहीं बल्कि लगातार 21 ओवर मेडन फेंकने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
Bapu Nadkarni, Bowler With most consecutive maidens

Bapu Nadkarni: भारतीय क्रिकेट में गेंदबाजों का इतिहास भी काफी रोमांचक रहा है. चाहे वो अनिल कुंबले हों या फिर कपिल देव रहे हों. कुंबले भारत की ओर से टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं और साथ ही एक पारी में पूरे 10 विकेट लेने वाले भारत के इकलौते गेंदबाज हैं. दूसरी ओर कपिल देव विश्व क्रिकेट के इकतौले ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके नाम 400 से ज्यादा टेस्ट विकेट और 5 हजार से ज्यादा रन बनाने का विश्व रिकॉर्ड हो. इन खिलाड़ियों के कारण ही आज भारतीय क्रिकेट दूसरे देशों से काफी आगे हैं.

भारतीय क्रिकेट में कपिल देव और कुंबले ही ऐसे भारतीय गेंदबाज नहीं हैं जिनके नाम विश्व रिकॉर्ड हैं. इनके अलावा एक और ऐसे गेंदबाज हैं जिनके रिकॉर्ड के बारे में जानकर आप दांतों तले उंगली दबा लेंगे. क्या आपने कभी सोचा है कि कोई गेंदबाज टेस्ट की एक पारी में लगातार गेंदबाजी करते हुए कितनी ओवर मेडल डाल सकता है. अगर नहीं तो आपको बता दें कि दिवंगत स्पिनर बापू नाडकर्णी  एक ऐसे गेंदबाज थे जिनके नाम टेस्ट मैच की एक पारी में सबसे ज्यादा मेडन ओवर फेंकने का रिकॉर्ड है. बापू नाडकर्णी किसी मैजिशियन से कम नहीं थे. 

Photo Credit: ICC

कब हुआ था ऐसा कारनामा
'मैजिशियन'  बापू नाडकर्णी यह कारनामा 60 साल पहले साल 1964 में इंग्लैंड के खिलाफ किया था. 1964 में चेन्नई टेस्ट में बापू नाडकर्णी ने इंग्लैंड के खिलाफ मैच की पहली पारी के दौरान लगातार 21 ओवर मेडल फेंके थे जो आजतक एक विश्व रिकॉर्ड है. उस समय चेन्नई का नाम मद्रास हुआ करता था. चेन्नई के कॉरपोरेशन स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में  नाडकर्णी ने गेंदबाजी से जादूगरी दिखाते हुए लगातार 21 ओवर मेडन फेंके थे. इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान बापू नाडकर्णी ने 32 ओवर की गेंदबाजी की थी और कुल 27ओवर मेडन फेंके थे जिसमें 21 ओवर लगातार उनके मेडन ओवर थे. उन्होंने केवल 5 रन ही दिए थे. उनकी गेंदबाजी विश्लेषण 32-27-5-0 रहा था. 

Advertisement

सिक्का रखकर करते थे गेंदबाजी का अभ्यास
बापू नाडकर्णी के बारे में कहा जाता है कि जब वो नेट्स पर गेंदबाजी का अभ्यास किया करते थे तो वो नेट्स पर सिक्का रखकर प्रैक्टिस करते थे. बाएं हाथ से स्पिन गेंदबाजी करने वाले बापू ने अपने टेस्ट करियर में 1.67 की इकोनॉमी के साथ गेंदबाजी की. दिसंबर 1955 में भारत के लिए डेब्यू करने वाले नाडकर्णी ने 41 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 25.70 की औसत से 1414 रन बनाए और 29.07 की औसत से 88 विकेट लिए.

Advertisement

Photo Credit: BCCI on X

131 डॉट गेंद, ऐसा लगा कि बल्लेबाज रन बनाना भूले (सबसे कंजूस गेंदबाज)
लगातार 21 मेडन ओवर न केवल टेस्ट मैचों में बल्कि प्रथम श्रेणी मैचों में भी एक रिकॉर्ड है.  बापू नाडकर्णी से पहले साल 1949 में ग्लूस्टरशायर के खिलाफ समरसेट के लिए  खेलते हुए गेंदबाज होरेस हेज़ल ने लगातार 17 ओवर मेडन डाले थे. इसके अलावा दूसरी ओर ह्यूग टेफील्ड ने जनवरी 1957 में डरबन में इंग्लैंड के खिलाफ लगातार 137 डॉट बॉल फेंकी थीं, लेकिन उस टेस्ट मैच में आठ गेंदों के ओवर हुआ करते थे. यानी 6 गेंदों वाले ओवर में 
बापू नाडकर्णी के नाम सबसे ज्यादा डॉट गेंद फेंकने का रिकॉर्ड है.

Advertisement

नाडकर्णी ने बल्ले से भी शानदार परफॉर्मेंस किया था.  उन्होंने सात अर्द्धशतक और एक शतक बनाया है. कानपुर में इंग्लैंड के खिलाफ नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने नाबाद 122 रन बनाए थे. उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में  14 शतक भी लगाने में सफल रहे थे. भारतीय ऑलराउंडर नाडकर्णी का 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया था. 

Advertisement

टेस्ट क्रिकेट में लगातार सर्वाधिक मेडन ओवर फेंकने वाले गेंदबाज: (List of Bowler with the most consecutive maidens bowled in Test Cricket)

Featured Video Of The Day
Kolkata में ममता सरकार पर बरसे Amit Shah कहा रवींद्र संगीत की जगह बम.... | Mamata Banerjee
Topics mentioned in this article