- भारत ने बर्मिंघम टेस्ट के चौथे दिन इंग्लैंड के तीन विकेट गिराए हैं.
- इंग्लैंड को जीत के लिए अंतिम दिन 536 रन बनाने होंगे.
- जो रूट का विकेट विवादित रहा, सोशल मीडिया पर चर्चा तेज है.
- आकाशदीप की गेंद को नो बॉल मानने का दावा किया जा रहा है.
Joe Root Wicket Controversy: बर्मिंघम टेस्ट के चौथे दिन की समाप्ति के बाद टीम इंडिया ने मेजबान टीम पर पूरी तरह से अपना शिकंजा कस लिया है. भारत की तरफ से चौथी पारी में जीत के लिए मिले 608 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लिश टीम ने अपने दूसरी पारी में तीन विकेट गंवा दिए हैं. पांचवें दिन उन्हें जीत के लिए 536 रन बनाने होंगे, जो कि असंभव नजर आ रहा है. इंग्लैंड को चौथे दिन का जो सबसे बड़ा झटका लगा. वह जो रूट का था. हर कोई 34 वर्षीय बल्लेबाज के जुझारू बल्लेबाजी से अच्छी तरह वाकिफ है. मैदान में अगर वह टिक जाते तो इंग्लैंड को जीत के दहलीज तक भी पहुंचा सा सकते थे. मगर ऐसा न हो सका.
आकाश दीप ने चौथे दिन के आखिरी सत्र में रूट को क्लीन बोल्ड करते हुए पवेलियन का रास्ता दिखाया. जिसके बाद सोशल मीडिया पर एक विवाद उत्पन्न हो गए है. लोगों का कहना है कि आकाश ने जिस गेंद पर रूट को बोल्ड किया. वह नो बॉल थी. उनका मानना है गेंदबाजी के दौरान आकाश का पैर रिटर्न क्रीज पर था.
क्या कहता है MCC का नियम?
कमेंट्री बॉक्स में मौजूद टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच और पूर्व इंग्लिश तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने भी इस विवाद पर चर्चा किया. इस दौरान दोनों दिग्गजों ने MCC के नियम 21.5.1 की भी याद दिलाई. उन्होंने कहा कि आकाश दीप का पैर गेंद रिलीज करते दौरान रिटर्न क्रीज के ऊपर हवा में था और पिच को नहीं छू रहा था. यही कारण है कि ये गेंद नियमों के मुताबिक पूरी तरह से वैध थी.
दो तरह की होती है नो बॉल
आपको बता दें कि क्रिकेट के खेल में पैरों के लिए दो नो बॉल के नियम बनाए गए हैं. पहले नियम के मुताबिक यदि गेंदबाज का फ्रंट फूट पॉपिंग क्रीज से आगे होता है तब एवं दूसरा बैकफुट नो-बॉल जब रिटर्न क्रीज पर या उससे बाहर गेंदबाज का पैर होता है.
बर्मिंघम टेस्ट में पूरी तरह से फ्लॉप रहे रूट
बर्मिंघम टेस्ट में रूट का बल्ला पूरी तरह से खामोश रहा. पहली पारी में उन्होंने 46 गेंदों का सामना करते हुए महज 22 रनों का योगदान दिया, जबकि दूसरी पारी में वह केवल छह रन पर ही क्लीन बोल्ड हो गए. पहली पारी में उन्हें सिराज, जबकि दूसरी पारी में आकाश ने पवेलियन का रास्ता दिखाया है.