शेन वॉर्न (Shane Warne) क्रिकेट के इतिहास में अब तक के सबसे महान गेंदबाजों में से के रूप में याद किए जाएंगे. इस दिग्गज लेग स्पिनर के पास अजेय गेंदें फेंकने की कला थी जो बल्लेबाजों को ऑफ-गार्ड पर पकड़ लेती थी. वॉर्न का इस साल मार्च में थाईलैंड में एक संदिग्ध दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था, लेकिन उनकी विरासत जीवित है.
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यह 29 साल पहले इसी दिन (4 जून) को, जब वॉर्न ने एशेज में उन्होंने मैनचेस्टर में पहले टेस्ट के दौरान इंग्लैंड के बल्लेबाज माइक गैटिंग को "बॉल ऑफ द सेंचुरी " पर आउट किया था. एशेज में अपनी पहली ही गेंद पर, वार्न ने दुनिया को दिखाया कि वह किस मिट्टी से बने है और प्रशंसकों को तुरंत नोटिस किया. शेन वार्न की यह गेंद लेग स्टंप के पास गिरी, लेकिन यह बड़ी ही अजीब तरीके से घूमी और ऑफ स्टंप से जाकर टकराई. माइक गैंटिंग को समझ ही नहीं आया किआखिर ये कैसे हो सकता है.
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हालांकि दो साल पर आईसीसी ने एक वीडियो शेयर किया था जिसमें शेन वार्न की इस गेंद को प्लूक करार दिया था. शेन वार्न ने कहा वास्तव में, मैंने इसे फिर कभी नहीं किया, लेकिन मुझे लगता है कि यह होना ही था. एक लेग स्पिनर के रूप में हम हमेशा हर गेंद पर एक परफेक्ट लेग ब्रेक फेंकना चाहते हैं, मैं इसे सबसे पहले करने में कामयाब रहा, इसने मैदान पर और मैदान के बाहर मेरी जिंदगी बदल दी. बहुत गर्व है कि मैंने इसे गेंदबाजी की. माइक गैटिंग इंग्लैंड की टीम में स्पिन के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी थे, इसलिए इंग्लैंड में पहली बार ऐसा करना एक विशेष क्षण था. वार्न का मार्च में 52 वर्ष की आयु में कार्डियक अरेस्ट के कारण निधन हो गया था. महान स्पिनर अपनी मृत्यु के समय थाईलैंड में छुट्टी पर थे.