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This Article is From Dec 10, 2020

कोरोना ने शिक्षा को दिखाई नई दिशा, शुरू हुआ 'ऑनलाइन एजुकेशन' का ट्रेंड

गौरतलब है कि कोरोनावायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश भर के स्‍कूल, कॉलेज और व‍िश्‍वव‍िद्यालय बंद हैं. ऐसे में पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए निजी स्‍कूलों में तो पहले से ही ऑनलाइन क्‍लासेज शुरू हो चुकी हैं. केंद्रीय व‍िद्यालयों में भी इसकी शुरुआत की गई है. हालांकि सुदूर इलाकों में इंटरनेट कनेक्टिव‍िटी अच्‍छी न होने के कारण ऑनलाइन क्‍लासेज करवाने में परेशानियां आ रही हैं.

कोरोना ने शिक्षा को दिखाई नई दिशा, शुरू हुआ 'ऑनलाइन एजुकेशन' का ट्रेंड
नई दिल्ली:

Year Ender2020: साल 2020 में जैसे ही कोरोना वायरस भारत में आया उसके बाद सबकुछ बदल गया है. जहां एक ओर काम करने के कल्चर में बदलाव आया वहीं शिक्षा के स्तर में काफी बदलाव देखने को मिला. कोरोना के कारण शिक्षा देने के तरीके को नई दिशा मिली. मार्च महीने में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन घोषित किया था उसके बाद से ही स्कूल, कॉलेज, इंस्टीट्यूट में पढ़ रहे छात्रों की कक्षाएं ऑनलाइन लगने लगी थी. यहां तक की छात्रों कई कॉलेज के छात्रों की परीक्षाएं ऑनलाइन ली गई थी.

जब ऑनलाइन एजुकेशन का ट्रेंड आया था, उसी समय केंद्रीय विद्यालय संगठन ने देश में अपने स्कूलों के लिए एक नियमावली तैयार की है ताकि लॉकडाउन के कारण अपने घरों में फंसे छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं शुरू की जा सकें. शिक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा था कि सभी केंद्रीय विद्यालयों से कहा गया था कि शिक्षकों, छात्रों और उनके माता-पिता से इस संबंध में संपर्क करें. वे ई-मेल, व्हाट्सऐप और एसएमएस के माध्यम से संपर्क कर सकते हैं ताकि छात्रों को अधिकतम लाभ सुनिश्चित किया जा सके.

कोरोना के कारण ऐसा पहली बार हुआ है, जब भारत मे ऑनलाइन क्लासेज होने लगी. हालांकि इस दौरान दूर- दराज के छात्रों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि वहां पर इंटरनेट की स्पीड अच्छी नहीं है.

वहीं कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय ने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) के करीब 20 लाख छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं शुरू की हैं. छात्रों तक यह ऑनलाइन पाठ्यक्रम संसाधन प्रशिक्षण महानिदेशालय के माध्यम से उपलब्ध कराए जाएंगे.

कोरोना वायरस के सामुदायिक फैलाव को रोकने के लिए देशभर में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन (सार्वजनिक पाबंदी) किया गया है. इसके चलते लगभग हर तरह के विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है.

मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि हमने आईटीआई, प्रशिक्षक प्रशिक्षण संस्थान के छात्रों के साथ-साथ इनके शिक्षकों और प्रशिक्षकों की पढ़ाई और प्रशिक्षण जारी रखने के लिए कई कदम उठाए.

गौरतलब है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश भर के स्‍कूल, कॉलेज और व‍िश्‍वव‍िद्यालय बंद हैं. ऐसे में पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए निजी स्‍कूलों में तो पहले से ही ऑनलाइन क्‍लासेज शुरू हो चुकी हैं. केंद्रीय व‍िद्यालयों में भी इसकी शुरुआत की गई है. हालांकि सुदूर इलाकों में इंटरनेट कनेक्टिव‍िटी अच्‍छी न होने के कारण ऑनलाइन क्‍लासेज करवाने में परेशानियां आ रही हैं.

आपको बता दें कि कोरोना वायरस के कारण सीबीएसई समेत कई राज्‍यों के बोर्ड की परीक्षाओं को बीच में ही रोक देना पड़ा था. इसके बाद सीबीएसई ने 10वीं की बची हुई परीक्षाओं को रद्द कर दिया. वहीं 12वीं के लिए केवल मुख्‍य परीक्षाओं को आयोजित किया जाएगा. इसके अलावा हरियाणा ने भी 10वीं की विज्ञान की परीक्षा के बिना ही रिजल्‍ट जारी करने का ऐलान किया है. महाराष्‍ट्र बोर्ड ने भी 10वीं की बची हुई भूगोल की परीक्षा को रद्द कर दिया है.

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