UPSC Civil Services में पहला स्थान हासिल कर टॉप करने वाले कनिष्क कटारिया (Kanishak Kataria) की कहानी बेहद दिलचस्प है. विदेश में अच्छी-खासी नौकरी छोड़कर UPSC की तैयारी करने वाले कनिष्क (Kanishak Kataria) ने कभी नहीं सोचा था कि उन्हें पहली रैंक हासिल होगी. कनिष्क कटारिया ने वैकल्पिक विषय के रूप में गणित के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की. उन्होंने कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया है. कनिष्क के पिता और ताऊजी सिविल सेवा में हैं. उनके पिता राजस्थान में आईएएस हैं. NDTV को दिए खास इंटरव्यू में कनिष्क ने अपने इस सफर को लेकर खुलकर बात की है. उन्होंने अपनी तैयारी से लेकर अपने निजी जीवन से जुड़ी भी कुछ बाते साझा की हैं.
सवाल: जॉब छोड़कर UPSC की तैयारी करने का विचार कैसे आया?
जवाब: मुझे प्लेसमेंट के बाद जॉब मिली थी. मेरा ये था कि मैं एक बार देश के बाद जाऊं. बाहर की लाइफ एक्सप्लोर करनी है. 1 साल मैंने साउथ कोरिया में जॉब करी. उसके बाद मैं इंडिया वापस आ गया. जॉब करते वक्त मुझे हमेशा ये लगता था कि मैं अपने लिए अच्छा पैसा कमा रहा हूं. लेकिन मैं लोगों से जुड़ना चाहता था और चाहता था कि मुझे उनकी मदद करने का मौका मिले.
सवाल: साउथ कोरिया में आपका जॉब पैकेज कितना था?
जवाब: जब मैं साउथ कोरिया में था तब मैरा पैकेज 1 करोड़ के पास था, लेकिन जब मैं भारत आया तो मुझे पुराने पैकेज का एक तिहाई मिलने लगा था.
सवाल: UPSC की तैयारी किस तरह शुरू की?
जवाब: मेरे ताऊजी और पापा दोनों ही सिविल सेवा में हैं. मेरे पिता जी राजस्थान में ही आईएएस हैं. यूपीएसई की तैयारी के लिए प्रेरणा मुझे मेरे पिता से मिली. मैं इंजीनियरिंग बैकग्राउड से हूं. ऐसे में मैने शुरू में कोचिंग की. शुरुआत में ही मैने अखबार पढ़ने और दिन भर की खबरों से अपडेट रहने की आदल डाल ली थी.
सवाल: एग्जाम के समय कितने घंटे पढ़ते थे?
जवाब: मैन्स की तैयारी के समय मैं रोज 13-14 घंटे पढ़ता था.
सवाल: सीसेट की तैयारी कैसे की?
जवाब: मैने एग्जाम के 10 दिन पहले पिछले साल के कुछ पेपर्स को देख लिया था और उसी हिसाब से तैयारी की थी. बाकी टेस्ट सीरिज से प्रेक्टिल कर ली थी.
सवाल: करेंट अफेयर्स की तैयारी कैसे की?
जवाब: पिछले 2 साल से मैं रोज पेपर पढ़ता आ रहा था. बाकी मैं ऑनलाइन मैगजीन और न्यूज पढ़ता था.
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती! लगातार दो बार प्रीलिम्स नहीं कर पाई क्रैक, इस बार बनीं UPSC टॉपर
सवाल: मैथ्स की तैयारी कैसे की?
जवाब: मैने अपने कुछ सीनियर्स से सलाह लेने के बाद ऑप्शनल सब्जेक्ट मैथ्स चुना. मैथ्स का सिलेबस काफी लंबा होता है ऐसे में मैने मैथ्स की तैयारी में ज्यादा समय दिया. मुझे मैथ्स पसंद है और इसीलिए मुझे मैथ्स की तैयारी करते समय बोरियत नहीं हुई.
सवाल: सोशल मीडिया पर कितना एक्टिव थे?
जवाब: मैं सोशल मीडिया पर कम एक्टिव था, क्योंकि मैं सोशल मीडिया से पहले ही बोर हो चुका था. कुछ वाहट्सएप ग्रुप थे जिन पर मैं और मेरे दोस्त पढ़ाई से संबंधित बाते डिसकस करते थे. मैने फेसबुक और ट्वीटर बंद कर रखा था. मैं इंस्टाग्राम पर था, कभी दिन में एक बार नजर डाल लेता था. लेकिन एग्जाम के 2 महीने पहले मैने अपना फोन किनारे कर दिया. मैं जिस कमरे में पढ़ता था उस कमरे में फोन नहीं रखता था.
सवाल: आपके आइडियल कौन हैं?
जवाब: मेरे ताऊजी और पापा दोनों ही मेरे आइडियल रहे हैं. उनको मैने बचपन से काम करते देखा है. उन्होंने मुझे काफी आजादी दी. उनकी तरह से कभी ऐसा प्रेशर नहीं रहा कि तुम UPSC निकालों.
सवाल: आपका सक्सेस मंत्र?
जवाब: मैं मेहनत और आशावादी होने में भरोसा करता हूं. हर चीज को पॉजिटिव देखने की जरूरत है. मेरा मानना है कि या तो मैं जीतूंगा या सीखूंगा. हार कभी नहीं माननी है.
सवाल: आपको तैयारी करते वक्त कभी डर लगा?
जवाब: जब मैने UPSC की तैयारी कि तो मैने कभी ये नहीं सोचा कि रिजल्ट क्या होगा. मुझे ये पता था कि मुझे तैयारी करते एग्जाम देना है रिजल्ट जब आएगा तब देखा जाएगा. मैने कभी रिजल्ट को लेकर खुद पर प्रेशर नहीं बनाया.
सवाल: आपको उम्मीद थी कि आप पहली रैंक हासिल करेंगे?
जवाब: जी नहीं, मुझे बिल्कुल उम्मीद नहीं थी कि मुझे पहली रैंक हासिल होगी. हां, मेरा पेपर अच्छा हुआ था लेकिन मुझे लगता था कि मैं टॉप 100 में आ सकता हूं.
सवाल: आपने माता-पिता के साथ गर्लफ्रेंड को क्रेडिट दिया, मेरी नजर में किसी ने शायद पहली बार गर्लफ्रेंड को अपनी सफलता का क्रेडिट दिया है, इस पर आप क्या कहेंगे?
जवाब: जिन्होंने आपकी मदद करी है उनको क्रेडिट देना चाहिए. जिन 4 लोगों ने मेरी सबसे ज्यादा मदद की मैने उन्हें क्रेडिट देना सही समझा. इन 4 लोगों में गर्लफ्रेंड के अलावा कोई और होता तो मैं उन्हें भी क्रेडिट देता.
Exclusive : UPSC सिविल सर्विसेज के पांचवें प्रयास में जुनैद को मिली तीसरी रैंक, सफलता की कहानी, उन्हीं की जुबानी
सवाल: आपने जिस तरह गर्लफ्रेंड को क्रेडिट दिया है उसके लिए सोशल मीडिया पर आपकी तारीफ हो रही है, इस पर क्या कहेंगे?
जवाब: मेरे पैरेंट्स ने मुझे सिखाया कि जिन लोगों ने आपकी मदद की उन्हें क्रेडिट देना चाहिए. मैरे लिए ये बहुत नैचुरल चीज थी. मैने नहीं सोचा था कि लोग इस तरह से रिएक्ट करेंगे. मैने अभी ये देखा भी नहीं है कि लोगों ने इस बात पर किस तरह से रिएक्ट किया है.
सवाल: आपकी पोस्टिंग के बाद आप काम क्या करोंगे?
जवाब: मेरी यही कोशिश रहेगी कि मैं लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरू और देश की सेवा के लिए काम करूं
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं