
अरुण जेटली की फाइल फोटो
- डिजिटल क्लास रूम उपलब्ध कराने पर काम करेगी सरकार
- सरकार अगले चार साल में 1 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी
- टीचर ट्रेनिंग पर भी होगा जोर
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नई दिल्ली:
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को बजट पेश करते हुए प्री नर्सरी से 12वीं तक की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की बात कही. उन्होंने अपने बजट भाषण में कहा कि देश की तरक्की के लिए स्कूल शिक्षा में सुधार करना आज की मांग है. इसके लिए हमारी सरकार डिजिटल क्लास रूम और टीचर ट्रेनिंग पर विशेष तौर पर खर्च करने जा रही है.
यह भी पढ़ें: जेटली की पोटली से औरतों को मिला ठेंगा, क्रीम से लेकर जूलरी तक सबकुछ महंगा
सरकार 2022 तक सभी क्लास रूम में डिजिटल बोर्ड लगाने के लक्ष्य पर काम कर रही है. इस योजना पर सरकार अगले चार साल में कुल 1 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी. जेटली ने अपने भाषण में कहा कि हमारा फोकस गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा पर भी है. इसके लिए हम टीचर ट्रेनिंग पर विशेष ध्यान देंगे.
VIDEO: पीएम ने बजट को बताया विकास को गति देने वाला
खास बात यह है कि इस बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आदिवासी बच्चों की शिक्षा के लिए एकलव्य स्कूल, बीटेक करने वाले 1000 छात्रों को प्रधानमंत्री फेलोशिप स्कीम लागू और 24 नए मेडिकल कॉलेज खोलने जैसी अहम घोषणाएं भी की.
यह भी पढ़ें: जेटली की पोटली से औरतों को मिला ठेंगा, क्रीम से लेकर जूलरी तक सबकुछ महंगा
सरकार 2022 तक सभी क्लास रूम में डिजिटल बोर्ड लगाने के लक्ष्य पर काम कर रही है. इस योजना पर सरकार अगले चार साल में कुल 1 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी. जेटली ने अपने भाषण में कहा कि हमारा फोकस गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा पर भी है. इसके लिए हम टीचर ट्रेनिंग पर विशेष ध्यान देंगे.
VIDEO: पीएम ने बजट को बताया विकास को गति देने वाला
खास बात यह है कि इस बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आदिवासी बच्चों की शिक्षा के लिए एकलव्य स्कूल, बीटेक करने वाले 1000 छात्रों को प्रधानमंत्री फेलोशिप स्कीम लागू और 24 नए मेडिकल कॉलेज खोलने जैसी अहम घोषणाएं भी की.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं