कोटा:
संयुक्त प्रवेश परीक्षा एडवांस 2016 ( JEE Advanced 2016 ) में सेकेंड टॉपर रहे भावेश ढींगरा ने कहा है कि इस सफलता के पीछे हर चैप्टर का कॉन्सेप्ट क्लीयर होना ही उनकी असली ताकत रही। इसके साथ उन्होंने टाइम मैनेजमेंट पर खास ध्यान दिया।
यमुनानगर के रहने वाले भावेश ने बताया कि वह खुद को फ्रेश और रिलेक्स रखने के लिए टेबल टेनिस, बैडमिंटन खेलना पसंद करते हैं। उन्हें म्यूजिक सुनना भी बेहद पसंद है।
भावेश के पिता इंद्रजीत ढींगरा एक रिटायर्ड बैंक मैनेजर हैं और उनकी मां हाउसवाइफ हैं।
तीसरे स्थान पर रहे कुणाल गोयल की सफलता का मंत्र
जेईई एडवांस परीक्षा में तीसरे स्थान पर रहे कुणाल गोयल ने कहा कि जेईई मेन्स में उन्हें 290 अंक प्राप्त हुए थे। लेकिन एडवांस में उन्हें 310 अंक मिले। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उन्होंने मेन्स की गलतियां एडवांस में नहीं दोहराई।
जयपुर के रहने वाले कुणाल ने कहा, 'मैं आईआईटी मुंबई से कंप्यूटर साइंस में बीटेक करना चाहता हूं।' कुणाल के पिता एसके गोयल सिंचाई विभाग में इंजीनियर हैं और मां हाउसवाइफ हैं।
यमुनानगर के रहने वाले भावेश ने बताया कि वह खुद को फ्रेश और रिलेक्स रखने के लिए टेबल टेनिस, बैडमिंटन खेलना पसंद करते हैं। उन्हें म्यूजिक सुनना भी बेहद पसंद है।
भावेश के पिता इंद्रजीत ढींगरा एक रिटायर्ड बैंक मैनेजर हैं और उनकी मां हाउसवाइफ हैं।
तीसरे स्थान पर रहे कुणाल गोयल की सफलता का मंत्र
जेईई एडवांस परीक्षा में तीसरे स्थान पर रहे कुणाल गोयल ने कहा कि जेईई मेन्स में उन्हें 290 अंक प्राप्त हुए थे। लेकिन एडवांस में उन्हें 310 अंक मिले। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उन्होंने मेन्स की गलतियां एडवांस में नहीं दोहराई।
जयपुर के रहने वाले कुणाल ने कहा, 'मैं आईआईटी मुंबई से कंप्यूटर साइंस में बीटेक करना चाहता हूं।' कुणाल के पिता एसके गोयल सिंचाई विभाग में इंजीनियर हैं और मां हाउसवाइफ हैं।
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